मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती हैं वे लगभग 40 वर्ष की उम्र की होगीं। उन्हें इस उम्र में ही जोड़ों में दर्द रहता है, वजन है कि लगातार बढ़ता ही जा रहा है और भी बहुत सी समस्याएँ वक्त- बेवक्त परेशान करती रहती हैं। एक योग शिक्षक होने के नाते मैं उन्हें हमेशा सलाह देती हूँ कि वे थोड़ा वक्त एक्सर्साइज़ या योगा के लिए निकाला करें। लेकिन हर बार उनका कहना यही होता है कि मैं घर का काम कर लेती हूँ बस इसी से मेरी एक्सर्साइज़ हो जाती है इसके अलावा मुझे और कोई एक्सर्साइज़ करने की जरूरत नहीं। कुछ इसी तरह की बातें आसपास की और भी महिलाओं से सुनने को मिलती हैं। अगर आप भी ऐसा ही सोचती हैं तो यह आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है।
 
घर का काम करना और एक्सर्साइज़ करना किसी लिहाज से एक नहीं है। घर का काम करने में हमारे हाथ -पैर तो चलते हैं लेकिन उनका कोई विशिष्ट तरीका नहीं होता जबकि जब हम एक्सर्साइज़ करते हैं तो उसे एक प्रोपर तरीके से किया जाता है जिससे उस अंग पर एक खास इफैक्ट पड़ता है। आइये जानते हैं एक्सर्साइज़ से होने वाले विशिष्ट लाभों को जो आप केवल घर का काम करके नहीं पा सकते।
 
 
1.ऊर्जा का संचार होना : 
एक्सर्साइज़ करने से शरीर में स्फूर्ति आती है और एक नई ऊर्जा का संचार होता है। इससे शरीर की मसल्स मजबूत होती हैं उनमें कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही शरीर की सेल्स और टिशू को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीज़न मिलती है जिससे वे बेहतर तरीके से कार्य कर सकते हैं। 
 
2.पाचन तंत्र मजबूत होना :
नियमित रूप से एक्सर्साइज़ करने से पेट की मांसपेशियाँ तो मजबूत होती ही हैं पेट के अंदर के ऑर्गन्स भी स्ट्रॉंग होते हैं और सही ढंग से अपना कार्य करते हैं। पेट की होने वाली समस्याएँ जैसे- एसिडिटि, गैस, पेट फूलना, कब्ज, नाभि टलना जैसी समस्याओं में कमी आती है। डाइबिटीज के मरीज भी नियमित व्यायाम करके अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रख सकते हैं। 
 
3.मानसिक तनाव कम होना :
नियमित योगा और व्यायाम करना हमारे मन और दिमाग को शांत करता है तथा उन्हें ताजगी से भर देता है। आज के समय में लगातार बढ्ने वाली तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का सबसे अच्छा समाधान योग- व्यायाम ही है। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने से उम्र बढ्ने के साथ होने वाली समस्याओं जैसे अल्जाइमर्स और पार्किंसन से बचा जा सकता है। 
 
4.इम्यूनिटी सिस्टम को करे दुरुस्त :
नियमित व्यायाम शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है। जिससे सर्दी- जुखाम, इन्फ़ैकशन आदि से सुरक्षा मिलती है तथा बार- बार इनके होने की फ्रिक्वेन्सी घटती है। कई गंभीर बीमारियों के मरीज जिनमें प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हो जाता है वे भी यदि हल्का फुल्का योगा करें तो उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपनी ज़िंदगी को पहले से कई गुना बेहतर बना सकते हैं।  
 
5.वजन को करे नियंत्रित :
रोजाना यदि 30- 45 मिनिट व्यायाम किया जाए तो वजन भी नियंत्रित रहता है और आप अपना वांछित भर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए बहुत भारी एक्सर्साइज़ की जरूरत नहीं है बल्कि आसान से व्यायामों से भी ऐसा संभव है।
 
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