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पिछले दिनों भारत में हुए एक अध्ययन में चौंकाने वाली बात सामने आई है।नियमित रूप से शंख बजाने से एक दो नहीं, आपकी कई बीमारियां ठीक हो सकती हैं।
Snoring Home Remedies: भारत की सदियों पुरानी परंपरा है ‘शंख बजाना’। एक समय धर्म से जुड़ी इस परंपरा को अब साइंस भी बेहद फायदेमंद मान रही है। नियमित रूप से शंख बजाने से एक दो नहीं, आपकी कई बीमारियां ठीक हो सकती हैं। अगर आप खर्राटे लेने की आदत से परेशान हैं तो शंख बजाना आपके लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज हो सकती है। आइए जानते हैं क्या है शंख बजाने के फायदे।
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का इलाज

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों के लिए शंख बजाना एक शानदार एक्सरसाइज हो सकती है। ओएसए, एक नींद से जुड़ी बीमारी है। इसमें सोते वक्त सांस रुक-रुक कर चलती है। ऐसे में तेज खर्राटे आते हैं और नींद गहरी नहीं हो पाती है। ये बीमारी सिर्फ सोने तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इससे ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
बहुत महत्वपूर्ण है अध्ययन
पिछले दिनों भारत में हुए एक अध्ययन में चौंकाने वाली बात सामने आई है। जयपुर में इटरनल हार्ट केयर सेंटर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से किए गए इस अध्ययन के अनुसार रोजाना करीब 15 मिनट तक शंख बजाने से ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के लक्षणों में सुधार हो सकता है। रिसर्च इंस्टीट्यूट के डॉक्टर कृष्ण के. शर्मा की टीम ने 30 लोगों पर यह महत्वपूर्ण अध्ययन किया। अध्ययन में 19 से 65 साल के लोगों को शामिल किया गया। सभी को हफ्ते में 5 दिन, 6 महीने तक शंख बजाने के लिए कहा गया।
परिणामों ने कर दिया हैरान
इस अध्ययन के परिणाम चौंकाने वाले थे। जिन लोगों ने नियमित रूप से शंख बजाया, उन्हें दिन में नींद कम आई। वहीं रात की नींद बेहतर हुई और नींद में उनकी सांस रुकने की परेशानी यानी ‘एपनिया एपिसोड्स’ भी कम हुए। इतना ही नहीं, इन लोगों के ब्लड में ऑक्सीजन का स्तर भी बेहतर रहा।
इसलिए होता है फायदा
डॉ. शर्मा का कहना है कि शंख बजाना कोई आम सीटी बजाने जैसा नहीं है। इसमें गहरी सांस लेना, फिर होंठों को कसकर बंद करके एक खास ध्वनि के साथ जोर से सांस छोड़ना होता है। इस प्रक्रिया से गले और मुंह के अंदर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। जिससे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया में फायदा मिलता है। शंख की खास सर्पिल बनावट भी ध्वनि कंपन और वायु प्रवाह को बढ़ाती है, जिससे असर और बेहतर होता है।
सरल, सस्ता और अच्छा इलाज
आमतौर पर ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों को रातभर सीपीएपी मशीन के सहारे सोना पड़ता है। जिसे उपयोग करना काफी असहज हो सकता है। ऐसे में शंख बजाना एक सरल, सस्ता और बिना साइड इफेक्ट का उपाय हो सकता है।
इसलिए जरूरी है इलाज
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का इलाज करना बेहद जरूरी है। अमेरिका की मार्शल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने अपने शोध में बताया कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के मरीजों को फेफड़ों का कैंसर का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा होता है। उन्होंने 24 लाख से ज्यादा लोगों के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया और पाया कि जिन लोगों को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया है, उन्हें फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना ज्यादा थी। ऐसे में ओएसए एक गंभीर बीमारी है।
