Rocket Yoga: वजन कम करने के लिए जितनी जरूरी हेल्दी डाइट होती है उतनी ही जरूरी होती है एक्सरसाइज। फैट बर्न करने के लिए कोई जिम में पसीना बहाता है तो कोई वॉक का सहारा लेता है। लेकिन इन दिनों रॉकेट योगा युवाओं में काफी लोकप्रिय हो रहा है। रॉकेट योगा उन लोगों के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है जो अष्टांग योग को फॉलो करते हैं और उसे चुनौतीपूर्ण मानते हैं। इसमें अष्टांग योग की तरह ही बैठा जाता है, पोज और ट्विस्ट दिए जाते हैं। इसे अधिकतर युवा फ्लेक्सेबिलिटी और वेट लॉस करने के लिए आजमाते हैं। रॉकेट योगा क्या होता है और ये वजन कम करने में कैसे मदद करता है चलिए जानतें हैं इसके बारे में।
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क्या है रॉकेट योगा

पॉवर योगा का ही एक अंग है रॉकेट योगा। अष्टांग योग के इस रूप में लोग एक से दूसरे आसन की ओर आसानी से बढ़ जाते हैं। इस योगा को करने से फिजिकल और स्पीरिचुअल वेलबींग में सुधार होता है। इसमें सूर्य और चंद्र नमस्कार को भी शामिल किया गया है। रॉकेट योगा का नियमित रूप से अभ्यास करने से सेल्फ कंट्रोल, सेल्फ कॉन्फिडेंस और कॉन्सनट्रेशन बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा शरीर के मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है जिससे वजन कम करना आसान हो सकता है।
रॉकेट योगा के हेल्थ बेनिफिट्स
शरीर को बनाएं लचीला
जिन लोगों के शरीर में दर्द और अकड़न रहती है उनके लिए रॉकेट योगा बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इस योगाभ्यास के माध्यम से स्ट्रेचिंग को बढ़ावा मिलता है साथ ही ब्रीदिंग एक्टिविटी बढ़ती है। शरीर को लचीला बनाए रखने के लिए इसका नियमित अभ्यास किया जा सकता है।
मेंटल हेल्थ में सुधार
रॉकेट योगा का अभ्यास पूरी एकाग्रता से किया जाता है। जिसमें शरीर के साथ व्यक्ति का दिमाग और मन भी काबू में रहता है। इस योग में लगभग 140 योगासनों को शामिल किया गया है जो शरीर के विभिन्न अंगों पर काम करते हैं। इसके नियमित अभ्यास से मेंटल हेल्थ को सुधारा जा सकता है। ये एंग्जाइटी, तनाव और स्ट्रेस को दूर करने में मदद करता है। साथ ही व्यक्ति की कॉन्सनट्रेशन पॉवर को बढ़ाता है।
वजन कम करे
रॉकेट योगा को करने में काफी मेहनत लगती है। ये एक तरह की काडिर्यों एक्टिविटी है। इसका नियमित अभ्यास करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और वजन कम करने में आसानी होती है। इसके अलावा शरीर का पोश्चर सुधर सकता है। जो लोग सिटिंग वर्क करते हैं उन्हें इसका अभ्यास अवश्य करना चाहिए।
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कैसे करें रॉकेट योगा का अभ्यास

– रॉकेट योगा को तीन स्टेज में बांटा गया है।
– पहला यानी प्राइमरी स्टेज में दंडासन, सेतु बंधासन और बद्धकोणासन को शामिल किया गया है। इन आसनों को देखकर आसानी से किया जा सकता है।
– रॉकेट योगा के दूसरे स्टेज में धनुरासन, बालासन, अर्ध मत्सेंद्रासन और भुजंगासन को शामिल किया गया है। जो लोग पहले स्टेज का अभ्यास आसानी से कर लेते हैं वह दूसरे स्टेज के आसनों का अभ्यास कर सकते हैं।
– रॉकेट योगा की तीसरी स्टेज बेहद रोचक है। इसमें पहले और दूसरे स्टेज के अभ्यासों को कंबाइंड किया गया है। इसमें शरीर को फोल्ड, ट्विस्ट और बैलेंस करना सिखाया जाता है। इसमें एक के बाद एक आसनों को किया जाता है।
