‘‘मेरा पेट काफी गड़बड़ है। कहीं इससे शिशु को नुकसान तो नहीं होगा?”
पेट में गड़बड़ी के लक्षण मॉर्निंग सिकनेस से इतने मिलते हैं कि कई बार इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। हालांकि इससे शिशु को कोई नुकसान नहीं होता पर इसका मतलब यह नहीं कि आप अपना इलाज ही न करवाएँ। चाहे आपके पेट में हार्मोन वायरस या फिर अण्डे की सलाद की वजह से तकलीफ हो, इलाज तो एक ही होगा। शरीर को आराम दें। तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ा दें यदि उल्टी-दस्त ज्यादा हैं तब तो ज्यादा ध्यान देना होगा।
यदि मूत्र नहीं कर पा रहीं या वह गाढ़े रंग का है तो आप डीहाईड्रेशन का शिकार हो सकती हैं। धीरे-धीरे घूंट-घूंट कर पानी पीएँ,जूस को पतला करके पीएँ या गुनगुने पानी में नींबू डालकर लें। यदि पानी पी न सकें तो आइस चिप्स या पॉपरीक्षण चूसें। ठोस आहार लेते समय उतना ही खाएँ, जितना हो सके। पेट की तकलीफ में अदरक की चाय या किसी दूसरे रूप में अदरक लेने से आराम आएगा।जब उल्टी आने की कम से कम संभावना हो तो अपनी विटामिन की खुराक लें। यदि कुछ दिन न भी ले सकें तो कोई हर्ज नहीं!
यदि आराम न आए तो डॉक्टर को दिखाएँ क्योंकि शरीर में पानी की कमी होने से परेशानी बढ़ सकती है। एंटीएसिड दवाएँ काम आ सकती हैं, पर पूछे बिना न खाएँ।
यह भी याद रखें कि पेट की तकलीफ लंबे समय तक नहीं टिकेगी। सही दवा लेने से आपको जल्दी ही आराम आ जाएगा।
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