Summary: प्रेगनेंसी के दौरान पति कैसे करें पत्नी की देखभाल? जानें आसान तरीके
प्रेगनेंसी सिर्फ महिलाओं की नहीं, कपल्स की साझी यात्रा होती है। इस खास समय में एक सपोर्टिव पति अपनी पत्नी को भावनात्मक सहारा, घरेलू मदद और सही खानपान देकर तनावमुक्त और खुश रख सकता है।
Husband Support during Pregnancy: प्रेगनेंसी केवल एक महिला का अनुभव नहीं होता, बल्कि यह एक कपल्स का साझा अनुभव है। प्रेगनेंसी के दौरान जिस समय महिला कई तरह के शारीरिक तथा मानसिक बदलाव से गुजर रही होती है, उस समय पति की भूमिका बहुत अहम हो जाती है। एक समझदार और सपोर्टिव पति प्रेगनेंसी के इस मुश्किल तथा नाजुक दौर में अपनी पत्नी का प्रेम तथा समझदारी के साथ सहारा बनता है। आइए इस लेख में जानते हैं, किस तरह एक पति प्रेगनेंसी के दौरान अपनी पत्नी की मदद कर सकते हैं।
भावनात्मक सहारा दें
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। जिस कारण महिला का मूड स्विंग्स, चिंता, डर जैसे अलग-अलग भावनाओं का सामना करती है। ऐसी स्थिति में एक महिला के लिए भावनात्मक सपोर्ट बहुत जरूरी है।
गर्भावस्था में पति कैसे दें भावनात्मक सपोर्ट: अपनी पत्नी को समय दें, बिना किसी डिस्ट्रैक्शन जैसे फोन, टीवी के बिना उनसे बात करें उनकी बातों को ध्यान से सुने।
पत्नी के डरे हुए, चिड़चिड़ा या चिंता में होने पर उन्हें गले लगाकर सांत्वना दें, उन्हें भरोसा दिलवाएं कि आप हर परेशानी में उनके साथ हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले उनके डर को समझें तथा उसे कम करने की कोशिश करें।
डॉक्टर से साथ मिलने जाएं

प्रेगनेंसी के दौरान नियमित रूप से डॉक्टर की जांच आवश्यक है। डॉक्टर से जांच के दौरान आप अपनी पत्नी के साथ रहे, ताकि उन्हें अकेलापन ना महसूस हो। उनके मन में यह भावना ना आए कि आप अपने होने वाले बच्चे के बारे में नहीं जानना चाहते।
जब आप अपनी पत्नी के साथ उनके जांच के लिए जाते हैं तो वह अधिक सुरक्षित तथा खुश महसूस करती हैं और आप अपने के विकास के बारे में भी जान पाते हैं तथा डॉक्टर किन बातों का ख्याल रखने के लिए कह रहा है यह भी आपको पता होता है।
घर के काम में मदद करें
गर्भावस्था के समय महिलाओं में थकान, कमर दर्द और कमजोरी बहुत ही आम समस्या है जिस कारण महिलाओं को अपने घर के कामकाज में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी के घर के कामकाज में हाथ बटाएं। जैसे,
जिन कामों को झुककर करने में उन्हें परेशानी होती है, उन्हें आप स्वयं कर दे।
मार्केट से फल सब्जियां बाकी जरूरत की चीज लाकर पत्नी को दें।
किचन के कामों में भी पत्नी की मदद करें।
आराम और खानपान का ख्याल रखें
प्रेगनेंसी के समय सही खान-पान तथा आराम का होना जरूरी है। ऐसे में पति सुनिश्चित करें कि आपकी पत्नी संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें और वह पर्याप्त नींद ले।
क्या करें: आप पुस्तको तथा लेखों के जरिए गर्भावस्था के सही खान-पान की जानकारी लें। अपनी पत्नी के लिए फल, हरी सब्जियां, दूध आदि की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करें। बाहर के तलेभुने खाने से पत्नी को रोके।
अपनी पत्नी के आराम का ख्याल रखें। सोते समय उन्हें किसी तरह की आवाज जैसे टीवी या फोन से परेशानी ना हो इसका ख्याल रखें।
पत्नी के साथ समय बताएं, अगर आप कहीं बाहर नहीं जा सकते तो घर पर ही डेट नाइट प्लान करें। साथ में मूवी देखें या फिर साथ मिलकर अपनी पत्नी की पसंद के किसी काम को करें।
अगर आप इन छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखते हैं तो आप गर्भावस्था में अपनी पत्नी के परेशानियों को कम कर सकते हैं।
