Miscarriage Recovery
Miscarriage Recovery

Miscarriage Recovery: किसी महिला का गर्भपात होना शारीरिक और मानसिक, दोनों स्तर पर बेहद मुश्किल होता है, इसलिए जानिए कि किसी महिला को इसके बाद अपना विशेष ध्यान कैसे रखना चाहिए।

एक महिला की जि़ंदगी में जितनी खुशी गर्भावस्था देती है, उससे कई गुना ज़्यादा दु:ख और दर्द, गर्भपात
देता है। गर्भपात के बाद का दर्द केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और मानसिक रूप से भी होता है। गर्भपात एक महिला के जीवन में बहुत ही दिल दहलाने वाला अनुभव होता है। इस स्थिति
में महिलाएं कैसे अपना ध्यान रखें, ताकि वह शारीरिक कमज़ोरी से निपट सके। आइए जानें-

गर्भपात महिलाओं को थका हुआ और एनीमिक महसूस करवा सकता है। जब अधिक खून बह जाता है तो शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए आयरन समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन करना महत्वपूर्ण है, जोकि शरीर में आयरन का स्तर बनाए रखे। आयरन सबसे ज्यादा लाल मीट, मुर्गी और मछली में पाया जाता है। साथ ही साथ हरी पत्तेदार सब्जियों, नट्स, स्प्राउट्स, तिल के बीज और कद्दू के बीज में भी पाया जाता है। इसके अलावा दाल के साथ होल-व्हीट रोटी और बासमती चावल भी आयरन के
समृद्ध पोषक है।

गर्भपात के बाद घर और बाहर के कामों से पूरी तरह से छुट्टी लेकर घर में पूरी तरह से बिस्तर पर आराम करें। आपने एक कठिन और एकदम हिला देने वाली अवस्था का अनुभव किया है। ऐसे में आपको शारीरिक
और मानसिक आराम की बहुत ही ज़्यादा ज़रूरत है। हो सके तो दिन में कम से कम दो बार गर्म दूध भी ज़रूर पिएं।

गर्भपात के बाद अकसर बहुत सी महिलाएं डॉक्टर से मिलना नहीं चाहती और अस्पताल के नाम से भी घबराने लगती हैं।
पर यह डर जाना बहुत ज़रूरी है और समय-समय पर अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से अवश्य मिलें। गर्भपात के बाद आपको कुछ हद तक दर्द का अनुभव होगा और आप दर्द निवारक टैबलेट ले सकती हैं, लेकिन आपको उनका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लेना चाहिए। साथ ही साथ गर्भपात के बाद अगर आपकी डॉक्टर ने आपको दवाइयां खाने के लिए कही है तो उनको निर्धारित समय पर ज़रूर खाएं
और जब तक बोली है, तब तक खाएं।

गर्भपात के कारण होने वाली उदासी और आघात अकसर अवसाद का कारण बन सकता है। मैग्नीशियम की कमी, डिप्रेशन के साथ जुड़ी हुई है। मैग्नीशियम समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन चिंता को कम करता
है और डिप्रेशन को खत्म कर देता है।
मैग्नीशियम नट्स, बीजों, ब्राउन राइस, हरी पत्ती वाली सब्जि़यों, डार्क चॉकलेट, एवोकैडो, मटर, दाल और चने जैसे खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह खाद्य पदार्थ स्वस्थ भी रखेंगे और आपके मूड को भी अच्छा करेंगे।

प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी पीएं, ताकि आपके शरीर में पानी भरपूर हो। आप फलों के जूस, चाय और गर्म सूप भी ले सकती हैं। कैफीन से दूर रहें, क्योंकि यह आपके शरीर को ठीक करने पर काम कभी
भी नहीं करेगा, उल्टा नुकसान ही पहुंचाएगा।

इस बात का ध्यान रखें कि आपके भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और आवश्यक विटामिन व खनिजों की उचित मात्रा होती है। गर्भपात के बाद आपके शरीर को पुनर्निर्माण और खुद को फिर से भरने की जरूरत है। आपको अंडे, पनीर, लाल मांस, मुर्गी, नारियल का तेल, मक्खन और फल और सब्जियों जैसे स्वस्थ आहार की ज़रूरत है। गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम का स्तर नीचे चला जाता है, इसलिए कैल्शियम से समृद्ध खाद्य पदार्थ जैसे दूध, सूखे फल और सोया भी ज़रूर लें।

गर्भपात के पहले दो हफ्तों में सेक्स के बारे में तो बिल्कुल सोचें भी नहीं, क्योंकि आपका शरीर अभी भी ठीक नहीं है।