Summary: गनेंसी में करियर का साथ: कामकाजी महिलाओं के लिए बैलेंसिंग टिप्स
प्रेगनेंसी के दौरान कामकाजी महिलाओं को स्मार्ट प्लानिंग, हेल्दी लाइफस्टाइल और ऑफिस में सहयोग लेकर तनाव कम करना चाहिए। सही जानकारी और ब्रेक के साथ वर्क-लाइफ बैलेंस संभव है।
Pregnancy Working Balance: अगर आप एक नौकरीपेशा महिला है तो प्रेगनेंसी आपके लिए खुशी के साथ-साथ तनाव भी लेकर आती है। तनाव इस बात का कि आप किस तरह अपने गर्भावस्था और अपने काम को बैलेंस कर पाएंगी। कामकाजी महिला के लिए इस तरह का तनाव होना आम है, लेकिन अगर यह तनाव बना रहे तो इसका आपकी सेहत तथा शिशु दोनों पर बुरा असर पड़ता है। आइए इस लेख में जानते हैं, आप कैसे अपनी प्रेगनेंसी और काम को बैलेंस कर सकती हैं।
कंपनी मैनेजमेंट को जानकारी दें
अगर आप नौकरीपेशा महिला है तो आपको चाहिए कि जब आपकी प्रेगनेंसी कंफर्म हो जाए और आपको लगे कि आपके शुरुआती तीन महीने निकल चुके हैं स्थिति स्थिर है तो आपको अपने गर्भावस्था की जानकारी अपने मैनेजमेंट जैसे कंपनी के HR या मैनेजर को देनी चाहिए, ताकि वह आपका वर्कलोड कम कर सके तथा आपकी सहायता के लिए एक सहयोगी दे जो आपके वर्कलोड को बांट सके।
स्मार्ट वर्क पर ध्यान दें

गर्भावस्था के दौरान आप बहुत ज्यादा काम नहीं कर पाती हैं तथा जल्दी थक जाते हैं ऐसे में आपको स्मार्ट वर्क की जरूरत है। जैसे,
जो काम ज्यादा जरूरी है उसे पहले करें
अपना डेली प्लान पहले तैयार करें, फिर उसके अनुसार काम करें।
जो मीटिंग जरूरी नहीं है, उन्हें अवॉइड करें।
काम के बीच में ब्रेक लें
गर्भावस्था के दौरान ऑफिस में लगातार कुर्सी पर बैठे रहने से आपको हेल्थ परेशानियां बढ़ सकती हैं। जैसे, कमर दर्द, थकान, बीपी लो, पैरों में सूजन आदि। इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए जरूरी है कि आप हर घंटे 5 से 10 मिनट का ब्रेक लें। इस दौरान चहलकदमी करें, शरीर को स्ट्रेच करें, थोड़ी देर आंखें बंद कर सर नीचे कर लें। इन उपायों से आपकी थकान में कमी आएगी।
हेल्दी डाइट लें
अगर आप ऑफिस टाइम में खुद को एनर्जेटिक रखने के लिए आप बहुत ज्यादा कॉफी और चाय लेती हैं तो तुरंत ही बंद कर दें। यह आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। चाय और कॉफ़ी की जगह आप फल या फल से बने ताजा जूस लें।
जंक फूड से दूरी बनाएं, इसकी जगह ड्राई फ्रूट्स, नट्स या सलाद लें।
काम के प्रेशर में खाना अवॉइड ना करें, समय पर खाना खाएं। खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
हेल्थ चेकअप को प्राथमिकता दें
गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से डॉक्टर से जांच बहुत जरूरी है। अपने ऑफिस शेड्यूल को इस तरह से मैनेज करें कि आप समय पर डॉक्टर से मिल सके। अगर जरुरत लगे तो मेडिकल छुट्टी लें। इसके लिए झिझक महसूस ना करें।
मैटरनिटी लीव की प्लानिंग करें
गर्भावस्था के शुरुआत से ही अपनी मैटरनिटी लीव की प्लानिंग शुरू कर दें जैसे,
अपने कंपनी मैनेजमेंट से मैटरनिटी लीव के सारे नियम की जानकारी पहले ही ले लें, ताकि बाद में आपको परेशानी का सामना न करना पड़े।
अपने डॉक्टर के सलाह पर अपनी मैटरनिटी लीव का समय सुनिश्चित करें।
अपनी जिम्मेदारियों को धीरे-धीरे अपने जूनियर या सहकर्मी की तरफ ट्रांसफर करें, ताकि बाद में आप पर दबाव ना पड़े।
आप इस तरह छोटे-छोटे कदम उठाकर अपने गर्भावस्था के दौरान भी अपने प्रोफेशनल लाइफ को बैलेंस कर सकती हैं।
