Endometriosis
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Endometriosis: महिलाओं को अक्सर महामारी से सम्बंधित बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पहले यदि माहवारी होने पर यदि आपको किसी भी तरह का दर्द होता था तो आप उसे अनदेखा कर देती थी क्योंकि ये तो अक्सर सभी महिलाओं के साथ होता ही है। लेकिन अब अगर आपको माहवारी के समय बहुत ज्यादा दर्द होता है तो उसे अनदेखा न करें। क्योंकि बहुत अधिक दर्द किसी बीमारी का संकेत दे सकता है। हाल फिलहाल में ब्रिटिश होस्ट, मॉडल और टीवी प्रेजेंटर एलेक्सा चुंग नेइस ने खुलासा किया कि वे एक एंडोमेट्रियोसिस बीमारी से पीड़ित है। यहां हम आपको एंडोमेट्रियोसिस बीमारी के बारे में जानकारी देंगे।।

क्या है एंडोमेट्रियोसिस

Endometriosis
Endometriosis

एंडोमेट्रियोसिस एक लंबे बहुत समय चले आने वाला दर्द है। जिसे महिलाएं अक्सर अनदेखा कर देती हैं। इस दर्द की समस्या में महिलाओं के गर्भाशय केअंदर के टिशू की असामान्य बढ़ोतरी होने लगती है और वह गर्भाशय के बाहर भी फैलने लगते है। कभी-कभी तो एंडोमेट्रियम की परत गर्भाशय की बाहरी परत के अलावा अंडाशय यानी ओवरी, आंतों और अन्य प्रजनन अंगों तक भी फैल जाती है। एंडोमेट्रियोसिस फैलोपियन ट्यूब, ओवरी, लिम्फ नोड्स और पेरिटोनियम को प्रभावित कर सकता है। आमतौर पर, गर्भाशय में मौजूद एंडोमेट्रियल टिशू पीरियड्स के दौरान बहार निकल जाते हैं, लेकिन जब ये किसी और अंग में होते हैं तो बाहर नहीं निकल पाते हैं। ऐसे में यदि उनका आकार बड़ा हो जाए, तो वे शरीर की कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं। यह समस्‍या किसी संक्रमण के कारण ना होकर शरीर की आंतरिक प्रणाली में कमी के कारण होती है।

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हर दूसरी महिला है इस बीमारी से पीड़ित

देखा जाए तो दुनिया में इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं का आंकड़ा 17.6 करोड़ है। इसमें से अधिकतर महिलाएं दर्द से पीड़ित होने के बावजूद भी जल्दी से डाॅक्टर को नहीं दिखाती है। एंडो एंड मेट्रायोसिस सोसायटी ऑफ इंडिया के मुताबिक अकेले भारत में एंडो एंड मेट्रायोसिस से पीड़ित महिलाओं की संख्या 2.5 करोड़ से भी ज्यादा है। लेकिन फिर भी महिलाओं इसके प्रति जागरूक नहीं है। और ये समस्या उन्हें जिंदगी भर झेलनी पड़ती है।

लक्षण

  • इसमें पीड़ित महिला को पीरियड के समय बेहद दर्द होता है।
  • बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है।
  • थकान बहुत ज्यादा महसूस होती है, चक्कर आते हैं और कब्ज होने लगती है।
  • यौन-संबंध के समय या बाद में अधिक दर्द का होना।
  • बच्चा होने में दिक्कत आती है यहां तक की बांझपन भी हो सकता है।
  • पेशाब करते हुए बहुत ज्यादा दर्द होता है।

उपाय

  • पीरियड में दर्द के समय आप हीटिंग पैड का इस्तेमाल कर सकती है। इससे आपको आराम मिलता है। आपको ज्यादा दर्द महसूस नहीं होता है।
  • पीरियड के दौरान अधिक दर्द होने पर गर्म पानी से नहाएं। शरीर के निचले हिस्सों पर पानी डालने से आपको आराम मिलेगा। साथ ही मांसपेशियों का दर्द कम होता है।
  • पानी की मात्रा ज्यादा लें। क्योंकि पानी पीने से ज्यादातर बीमारियां खत्म होती है। यदि आप पानी कम पीती हैं तो आपको इसका दर्द और भी ज्यादा महसूस होता है। इसके दर्द को कम करने के लिए खुद को हाइड्रेट रखें।
  • जीवनशैली में बदलाव लाएं। हेल्दी लाइफस्टाइल ज्यादातर रोगों से आपको दूर रखती है। साथ शराब या धूम्रपान न करें।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां और फाइबर युक्त भोजन को अपनी डाइट में शामिल करें। डाइट में हमेशा हेल्दी भोजन ही करें।
  • वक्त रहते डॉक्टर के पास जाएं। जिससे आपका इलाज भली प्रकार से हो सके। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई या नुस्खे न अपनाएं।

(गायनोलॉजिस्ट मोना खेड़ा से बातचीत पर आधारित)