मेनपॉज़ के दौरान ,चिढ़चिढ़ापन,हड्डियों का कमज़ोर होना,चेहरे पर झुर्रियाँ  आदि,जैसे क़ई परिवर्तन ,महिलाओं के शरीर में होते हैं,जिनमे से एक परिवर्तन उनकी योनि में होने वाला सूखापन भी है .अक्सर महिलाओं को लगता है कि उन्हें कोई बीमारी हो गई है,लेकिन ऐसा नहीं है.मेनपॉज़ के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी के कारण ऐसा होता है.जिससे योनि अपनी शक्ति खो देती है,जिससे योनि ढीली हो जाती है. सेक्स के दौरान निकलने वाला स्त्राव नहीं निकलता,जिससे ,कभी कभी उसे ,संभोग के समय ,दर्द महसूस होता है.महिला की सेक्स करने की इच्छा कम हो जाती है.क़ई बार महिलाएँ,संभोग करने से इंकार भी कर देती हैं.

जीवन में हर महिला को इस दौर से गुज़रना ही पड़ता है,ज़्यादातर महिलाएँ इसे अपने आप में ही रखती हैं ,और डौक्टर से सलाह के लिए आगे नहीं बढ़ती.यदि आप भी,योनि में खुजली,सूखापन या जलन महसूस करती हैं तो इसे उपेक्षित करने से बचें. इसके अलावा यदि संभोग के बाद आपकी योनि से ख़ून बह रहा है तो इसे हल्के में लेने के बजाय,तुरंत डौक्टर से परामर्श करें.

योनि के सूखेपन को कैसे हैंडल किया जाय? प्रस्तुत हैं कुछ सुझाव-

1-सम्भोग के दौरान ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल करें.गरी का तेल एक अच्छा विकल्प है ,फिर भी,डौक्टर द्वारा बताया गया ल्यूब्रिकेंट ही इस्तेमाल करना सही रहेगा.हालाँकि,ल्यूब्रिकेंट्स के लिए दवा और क्रीम पर्याप्त नहीं है. क्योंकि ये आपको अस्थायी राहत प्रदान करेंगे.

2-इसके लिए उचित आहार भी ज़रूरी है.अधिकांश तरल पदार्थों में सोडीयम,कैलशियम,पोटेशियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइटस होते हैं जिस से योनि के सूखेपन की समस्या में राहत मिलती है.

3-मछली,कद्दू,सूरज मुखी के बीज,तिल के बीज जैसे खाद्य पदार्थ,फैटी ऐसिड्स से समृद्ध होने के कारण,शरीर में अतिरिक्त स्नेहक पैदा करने में मदद करते हैं

4-आइसोफ्लावोन युक्त भोजन का सेवन भी निश्चित रूप से लाभदायक होता है.यह शरीर में एस्ट्रोजन के लेवल में गिरावट को रोकता है और,महिला को हाईड्रेट करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है,शरीर में अधिक तरल पदार्थ का सेवन त्वचा और योनि,दोनों के लिए लाभदायक होता है.

              जो महिलाएँ योनि के सूखेपन को अनुभव नहीं करतीं और अपने आहार का सेवन सही तरीक़े से करती रहतीं हैं उनकी वेज़िनल डक्ट को पर्याप्त तरल द्रव मिलता रहता है और उन्हें किसी प्रकार के उपचार की ज़रूरत नहीं होती.लेकिन,

यदि समस्या विकट है तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श अनिवार्य रहेगा.

A-डौक्टर के सामने आप ,कुछ भी न छिपाएँ.उससे अपने स्वास्थ्य के लिए स्पष्ट रूप से बात करें.इस से डौक्टर को इलाज करने में मदद मिलेगी.

B-योनि क्षेत्र में पतले और लाली को समझने के लिए डोक्टर आपके पेल्विक परीक्षा करेंगे.इससे आपकी युरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण की भी जाँच कर हो जाएगी.

C-कुछ मामलों में पेपटेस्ट भी आवश्यक होते हैं,जिसमें ,योनि की दीवार से एक टेस्ट सेल लिया जाता है.

        आपके परीक्षण के नतीजे के अनुसार,डौक्टर आपको ल्यूब्रिकेंट्स लिख कर देगा जो आपकी योनि को तरल प्रवाह देकर उसे सूखने से बचाएगा.वो,आपकी वेज़िनल ट्रैक्ट को संतुलित करनेवाली दवा भी लिख कर दे सकता है.

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