Health : च्यवनप्राश सर्दियों में खाई जाने वाली एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे बहुत से लोग सोते समय दूध के साथ खाना पसंद करते हैं। इसे खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और स्वास्थ्य ठीक रहता है जिसकी ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा जरूरत होती है। अगर आपके घर में बुजुर्ग हैं तो आपने देखा होगा खाते होंगे। इस लेख में हम आपको च्यवनप्राश कैसे आपकी सेहत के लिए लाभकारी है उसके बारे में बताएंगे।
च्यवनप्राश आपकी इम्यूनिटी कैसे बढ़ा सकता है?
यह अलग अलग हर्ब्स और मसालों का एक पेस्ट होता है। इसमें अलग अलग तरह के विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। इस में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं। इसमें मौजूद मुख्य इंग्रेडिएंट्स में आंवला जो कि विटामिन सी से भरपूर होता है और सभी आयुर्वेदिक हर्ब्स भी होती हैं। इन सारे इंग्रेडिएंट्स में एंटी ऑक्सीडेंट्स, एंटी म्यूटेजेनिक गुण होते हैं जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं। यही नहीं हमारे शरीर की पैथोजेन और बैक्टेरिया आदि से लड़ने की क्षमता भी बढ़ाते हैं।

च्यवनप्राश खाने के लाभ
- इसका सेवन अक्सर सर्दियों के मौसम में किया जाता है क्योंकि यह गर्म प्रकृति का होता है। इसके सेवन सेवन तापमान में गिरावट के बावजूद हम बीमार नहीं पड़ते।
- इम्यूनिटी को बढ़ाने के अलावा यह आपके रेस्पिरेट्री सिस्टम को क्लीन करने, बलगम के जमने न देने और एयर पेसेज को साफ करने का काम करता है।
- इसमें मौजूद हेल्दी इंग्रेडिएंट्स शरीर में मौजूद गैस की हेल्दी मूवमेंट होने और शरीर से व्यर्थ पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
- इसका सेवन करने से सेक्सुअल उत्तेजना भी बढ़ती है।
- रिप्रोडक्टिव सेहत के लिए यह बहुत अच्छा होता है और महिला और पुरुष दोनों की ही फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए लाभदायक भी।

इसके सेवन का क्या है सबसे सही तरीका
- इसे खाना सेहत के लिए भले ही लाभदायक हो लेकिन आयुर्वेद के मुताबिक इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
- अधिक सेवन करने से पाचन समस्याओं, पेट फूलना, दस्त जैसी स्थिति महसूस हो सकती हैं।
- अगर आप 18 साल से ऊपर हैं तो आप सुबह या शाम एक चम्मच दूध या पानी के साथ खा सकती हैं।
- बच्चों को एक या दो चम्मच देना बहुत है, इससे अधिक मात्रा नुकसान पहुंचा सकती है।
- अगर आपको अस्थमा है या रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर से आप जूझ रही हैं तो आपको इसका सेवन दूध या दही के साथ नहीं करना चाहिए।
- आपको च्यवनप्राश खाने से पहले एक बार इंग्रेडिएंट लिस्ट जरूर देख लेनी चाहिए।

च्यवनप्राश का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?
इसमें गुड़ और शक्कर जैसे इंग्रेडिएंट होते हैं। इसलिए अगर आप डायबिटीज की मरीज हैं या आपका ब्लड शुगर लेवल अधिक रहता है तो इसका सेवन काफी कम मात्रा में करें या शुगर फ्री च्यवनप्राश का सेवन करें। इसके अलावा एक बार आपको च्यवनप्राश की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए, इसके बारे में डॉक्टर से बात जरूर कर लेनी चाहिए।
