डाबर च्यवनप्राश को करें अपने जीवन में शामिल, मिलेंगे जबरदस्त फ़ायदे
डाबर च्यवनप्राश एक शक्तिशाली ओषिधि है जो शरीर के कई प्रणालियों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायता प्रदान करता है।
Dabur Chyawanprash: आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों, और औषधियों का हमेशा से महत्वपूर्ण स्थान रहा है। उन्हीं में से एक प्रसिद्ध औषधि है, जिसे हम च्यवनप्राश के नाम से जानते हैं। यह प्राचीन आयुर्वेदिक आहार सप्लीमेंट है, जिसका उपयोग भारतीय परंपरा में हजारों वर्षों से किया जा रहा है। यह पौष्टिक औषिधि शरीर को ऊर्जा, ताकत और विशेष गुणों से भरपूर बनाता है। जानिए डाबर च्यवनप्राश को अपने जीवन में शामिल करना हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है।
क्या है डाबर च्यवनप्राश ?
डाबर च्यवनप्राश एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक आहार सप्लीमेंट है, जिसे डाबर कंपनी द्वारा बनाया जाता है। यह एक पौष्टिक औषधि है जिसमें कई तरह की जड़ी बूटियाँ, औषधीयाँ जैसे आंवला का रस होता है। च्यवनप्राश का नाम संस्कृत शब्द ‘च्यवन’ से लिया गया है, जिसे महर्षि च्यवन मुनि के नाम पर रखा गया है। डाबर च्यवनप्राश एक शक्तिशाली औषधि है, जो शरीर के कई प्रणालियों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायता प्रदान करता है।
डाबर च्यवनप्राश में होती हैं ये प्रमुख सामग्रियाँ:

आँवला : आँवला च्यवनप्राश की एक मुख्य सामग्री है। यह विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
अश्वगंधा: यह जड़ी बूटी तनाव को कम करने, ऊर्जा को बढ़ाने और शरीर को स्थिरता देने में मदद करती है।
शतावरी: इस जड़ी बूटी का उपयोग रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सुधारने, स्त्री रोगों को कंट्रोल करने और ताकत को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
गुड़: यह प्राकृतिक मिश्री है जो च्यवनप्राश को मीठा और स्वादिष्ट बनाती है।

घी: घी च्यवनप्राश को पोषणपूर्ण बनाता है।
पिप्पली: यह जीर्णाशय को सुधारता है, पाचन को सुधारता है और शारीरिक ताकत को बढ़ाता है।
नागकेसर: यह तनाव को कम करता है और मानसिक स्थिरता को प्रोत्साहित करता है।
शंकपुष्पी: इसका उपयोग दिमाग की कार्यात्मकता को बढ़ाने, चिंता और थकान को कम करने में किया जाता है।
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इम्युनिटी बढ़ाता है: डाबर च्यवनप्राश अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। इसकी मुख्य सामग्री, आंवला, विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट का एक शक्तिशाली स्रोत है जो शरीर के नेचुरल डिफेंस मेकेनिज़्म को बढ़ाता है, जिससे शरीर, इन्फेक्शन और बाकी बीमारियों से दूर रहता है।
श्वसन प्रणाली को बढ़ाता है: डाबर च्यवनप्राश में तुलसी, पिप्पली और शतावरी जैसी जड़ी-बूटियां होती हैं जो श्वसन प्रणाली को मजबूत करने में मदद करती है। यह खांसी, सर्दी और कंजेशन जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं को कम कर स्वस्थ श्वास को बढ़ावा दे सकता है।
पाचन में सुधार: डाबर च्यवनप्राश में पिप्पली और अदरक जैसी पाचक जड़ी-बूटियाँ होती हैं, जो पाचन को बढ़ावा देती हैं, पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करती हैं और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा से राहत देती हैं। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में सहायता करता है और पाचन संबंधी विकारों को रोकता है।

हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद : डाबर च्यवनप्राश में उपस्थित अर्जुन छाल और गुडूची (टिनोस्पोरा कॉर्डिफ़ोलिया), अपने कार्डियो-सुरक्षात्मक गुणों के लिए जाने जाते हैं। नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही बना रहता है, कार्डियोवैस्कुलर फंक्शन को सपोर्ट करता है और ओवरऑल हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
एनर्जी और वाइटिलिटी को बढ़ाता है: डाबर च्यवनप्राश एक प्राकृतिक ऊर्जावर्धक है। यह शरीर को पुनर्जीवित करता है, स्टैमिना बढ़ाता है और थकान से मुकाबला करता है। अश्वगंधा, शिलाजीत और घी जैसी सामग्रियों का कॉम्बिनेशन, ऊर्जा के स्तर में सुधार करने और वाइटिलिटी को बढ़ावा देने में मदद करता है।
दिमाग के स्वास्थ्य के लिए सहायक : डाबर च्यवनप्राश में ब्राह्मी और शंखपुष्पी की उपस्थिति मस्तिष्क के स्वास्थ्य में योगदान करती है। इन जड़ी-बूटियों का उपयोग पारंपरिक रूप से मेमोरी, एकाग्रता और ओवरऑल ब्रेन फंक्शन को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है।
त्वचा के लिए डाबर च्यवनप्राश खाने के फायदे :
एंटीऑक्सीडेंट प्रोटेक्शन : डाबर च्यवनप्राश एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, जो मुख्य रूप से आँवला से प्राप्त होता है। एंटीऑक्सिडेंट, फ्री रेडिकल्स से ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में मदद करते हैं, जो स्किन की एजिंग और डैमेज में योगदान कर सकते हैं। डाबर च्यवनप्राश का नियमित सेवन त्वचा को एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जिससे यह हैल्दी और यूथफुल बनी रहती है।

त्वचा की चमक : डाबर च्यवनप्राश में आँवला, शतावरी और ब्राह्मी जैसी अन्य जड़ी-बूटियों की मौजूदगी त्वचा की प्राकृतिक चमक को बढ़ावा देने में मदद करती है। ये तत्व कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं, जो त्वचा की इलास्टिसिटी और फर्मनेस बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
स्किन रेजुवेनशन : डाबर च्यवनप्राश को अक्सर आयुर्वेद में रेजुवेनेटिंग टॉनिक माना जाता है। इसमें विभिन्न जड़ी-बूटियाँ, मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं जो त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं। डाबर च्यवनप्राश का नियमित सेवन स्किन सेल्स को रेजुविनेट करने में मदद कर सकता है।
हैल्दी कॉम्प्लेक्शन : डाबर च्यवनप्राश में जड़ी-बूटियों और औषिधियों का मिश्रण ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने और एक हैल्दी कॉम्प्लेक्शन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन, स्किन सेल्स को पोषण देता है और उनके ओवरऑल हेल्थ को बढ़ाता है, जिससे आपको चमकदार त्वचा मिलती है।

स्किन हाइड्रेशन : डाबर च्यवनप्राश में मौजूद कुछ इंग्रेडिएंट्स, जैसे घी और शहद, त्वचा के हाइड्रेशन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। ये इंग्रेडिएंट्स मॉइस्चराइजिंग गुण प्रदान करते हैं जो ड्राइनेस को रोकते हैं और त्वचा को नरम और कोमल बनाए रखने में मदद करते हैं।
एंटी इंफ्लैमटरी इफेक्ट्स : डाबर च्यवनप्राश में तुलसी जैसी कुछ जड़ी-बूटियाँ होती हैं, जिनमें एंटी इंफ्लैमटरी इफेक्ट्स होते हैं। ये गुण त्वचा की सूजन और जलन को शांत करने में मदद कर सकते हैं, जिससे त्वचा शांत और स्वस्थ दिखती है।
बालों के लिए डाबरच्यवनप्राश खाने के फायदे :

हेयर फॉलिकल्स को नरिश करते हैं : डाबर च्यवनप्राश में विभिन्न हर्बल इंग्रेडिएंट्स होते हैं, जैसे आंवला और भृंगराज, जो अपने बालों को पोषण देने वाले गुणों के लिए जाने जाते हैं। ये इंग्रेडिएंट्स, हेयर फॉलिकल्स को जरुरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं, जिससे बालों के स्वस्थ विकास को बढ़ावा मिलता है।
बालों को मजबूत बनाता है : डाबर च्यवनप्राश में अश्वगंधा और शतावरी जैसी जड़ी-बूटियों और मिनरल्स का ब्लेंड, बालों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। मजबूत बालों के टूटने और डैमेज होने की संभावना कम होती है, जिससे बालों का स्वास्थ्य बेहतर होता है।

हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देता है : डाबर च्यवनप्राश में भृंगराज जैसे इंग्रेडिएंट्स होते हैं, जो पारंपरिक रूप से बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद में उपयोग किये जाते हैं। डाबर च्यवनप्राश का नियमित सेवन बालों के नेचुरल ग्रोथ साइकिल को बढ़ावा देता है जिससे आपके बाल घने और लंबे होते हैं।
हेयर कंडीशन और टेक्सचर : डाबर च्यवनप्राश के फॉर्मूलेशन में आंवला जैसे इंग्रेडिएंट्स शामिल हैं, जो विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। ये पोषक तत्व स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने और हेयर फॉलिकल्स को पोषण देने में मदद करते हैं, बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं प्राकृतिक चमक रखते हैं।
घर में आसानी से बनाएं च्यवनप्राश :

आप घर पर च्यवनप्राश बनाना चाहते हैं, तो आप इस सरल रेसिपी का उपयोग कर सकते हैं।
सामग्री:
1 कप आंवला पाउडर (भारतीय आंवला)
1/2 कप शहद
1/4 कप गुड़ या खजूर गुड़
2 टेबलस्पून घी
1 चम्मच सौंठ (सोंठ) पाउडर
1 चम्मच पिप्पली पाउडर
1 चम्मच काली मिर्च पाउडर
1 चम्मच दालचीनी पाउडर
1 चम्मच इलायची पाउडर
1 चम्मच लौंग पाउडर
1 चम्मच जायफल-जावित्री पाउडर
बनाने की विधि :
- एक कढ़ाई में घी को गरम करें।
- गर्म घी में आंवला पाउडर, सौंठ पाउडर, पिप्पली पाउडर, काली मिर्च पाउडर, दालचीनी पाउडर, इलायची पाउडर, लौंग पाउडर, और जायफल-जावित्री पाउडर डालें।
- इसे मध्यम आंच पर हल्का-सा पकाएं और सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं।
- गुड़ को छोटे टुकड़ों में तोड़कर मिश्रण में डालें।
- इसके बाद शहद डालें और सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं।
- मिश्रण को धीरे-धीरे उबालें और ढक्कन बंद करके मध्यम आंच पर 15-20 मिनट तक पकाएं।
- गर्म च्यवनप्राश को ठंडा होने दें और एक स्टरिलाइज्ड जार में ट्रांसफर करें।
- जार को ठंडा होने दें और फिर रेफ्रिजरेटर में स्टोर करें।
इस तरीके से घर पर आप च्यवनप्राश तैयार कर सकते हैं। ध्यान दें कि यह एक साधारण रेसिपी है और आप अपनी पसंद और आवश्यकताओं के अनुसार सामग्री में बदलाव कर सकते हैं।
च्यवनप्राश खाने से पहले बरतें ये सावधानियाँ :
सामग्री की जाँच : आप जिस भी ब्रांड का च्यवनप्राश खरीदना चाहते हैं, उसकी सामग्री सूची की जाँच करें। ध्यान दें कि इसमें ऐसी कोई भी सामग्री ना हो जिससे आपको एलर्जी हो। यदि आपको किसी भी जड़ी-बूटियों से एलर्जी है, तो च्यवनप्राश का सेवन करने से पहले एक हेल्थ केयर प्रोफेशनल से परामर्श करना सही रहेगा।
मेडिकल कंडीशन : यदि आपको पहले से कोई मेडिकल कंडीशन है या आप दवा ले रहे हैं, तो च्यवनप्राश को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले अपने हेल्थ केयर प्रोफेशनल से परामर्श करना चाहिए।

गर्भावस्था और स्तनपान: यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं तो च्यवनप्राश का सेवन करने से पहले चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए। गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान कुछ हर्बल सामग्रियों का सेवन करने की मनाही होती है।
बच्चे: वैसे तो च्यवनप्राश आम तौर पर बच्चों के लिए सुरक्षित है, लेकिन इसे शिशुओं या छोटे बच्चों को देने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। वे बच्चे की उम्र और स्वास्थ्य के हिसाब से खुराक निर्धारित करेंगे।
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पाचन संबंधी समस्याएं : च्यवनप्राश में विभिन्न जड़ी-बूटियां और मसाले होते हैं जो पाचन क्रिया को बढ़ावा दे सकते हैं। हालांकि च्यवनप्राश सभी लोगों के लिए फायदेमंद है, लेकिन यदि आप पाचन सम्बन्धी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो च्यवनप्राश का सेवन करने से बचें। इससे आपको हल्की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा, जैसे सूजन, गैस या अपच का अनुभव हो सकता है।

ड्रग रिएक्शन : च्यवनप्राश में कुछ जड़ी-बूटियाँ और सामग्रियां होती हैं जो कुछ दवाओं के साथ इंटरेक्ट करने पर रिएक्शन कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, च्यवनप्राश में रक्त को पतला करने वाली जड़ी बूटियाँ होती है, इसलिए थक्कारोधी दवाएं लेने वाले व्यक्तियों को सावधानी बरतनी चाहिए और च्यवनप्राश का सेवन करने से पहले अपने हेल्थ स्पेशलिस्ट से परामर्श करना चाहिए।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Grehlakhsmi इनकी पुष्टि नहीं करता। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
FAQ | क्या आप जानते हैं
डाबर च्यवनप्राश खाने से क्या फायदा होता है ?
च्यवनप्राश का सेवन कैसे करें ?
डाबर च्यवनप्राश कब और कैसे खाना चाहिए ?
च्यवनप्राश कब नहीं खाना चाहिए?
क्या हम रोज डाबर च्यवनप्राश खा सकते हैं ?
डाबर च्यवनप्राश शाकाहारी है ?
क्या हम गर्भावस्था में च्यवनप्राश खा सकते हैं ?
