Dance in Pregnancy: प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कई एक्टिविटीज करने के लिए मना किया जाता है जैसे उछलकूद, दौड़ना और डांस करना। लेकिन आपको बता दें कि डांस एक ऐसी एक्टिविटी है जिसे करने से शरीर को फिट रखने में आसानी होती है। अगर आपको डांस करना पसंद है, तो आप प्रेग्नेंसी के दौरान भी डांस करना जारी रख सकते हैं। ये एक्सरसाइज करने का एक आसान और शानदार तरीका है लेकिन इस दौरान कुछ डांस फॉर्म को करना नुकसानदायक भी हो सकता है। डांस करने से शरीर को लचीलापन प्रदान करने, तनाव को कम करने और ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। प्रेग्नेंसी में डांस करने से बच्चे की ग्रोथ पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यदि प्रेग्नेंसी में आप डांस करने की योजना बना रही हैं तो इसके लाभों और सावधानियों के बारे में जान लें। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
प्रेग्नेंसी में डांस के बेनिफिट्स

प्रेग्नेंसी के दौरान डांस करना एक बेहतरीन स्ट्रेस बस्टर हो सकता है। हालांकि इस दौरान जोरदार डांस और कठिन डांस फॉर्म नहीं करना चाहिए जिसमें कूदना शामिल है। इसके बजाय आप सांबा, जैज, बॉलरूम और साल्सा जैसे डांस कर सकते हैं।
– डांस करने से शरीर लचीला और फुर्तीला बनता है। प्रेग्नेंसी के दौरान लचीला शरीर आपको चलने में मदद कर सकता है।
– प्रेग्नेंसी के दौरान डांस करने से मसल्स टोन बढ़ती है और आपका कोर मजबूत होता है। बैले डांस आपकी मांसपेशियों को टोन करने में मदद कर सकता है।
– डांस करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जो प्रेग्नेंसी के दौरान आपके हार्ट और लंग्स को हेल्दी रखने का काम करता है।
– डांस बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर का बैलेंस बिगड़ जाता है ऐसे में डांस लाभदायक हो सकता है।
– डांस करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, जिससे मां और बच्चे को पर्याप्त पोषक तत्व और ऑक्सीजन देने में मदद मिलती है।
प्रेग्नेंसी में डांस के दौरान बरतें सावधानियां

– डांस करने से पहले महिलाओं को वॉर्मअप करना चाहिए। ये आपको मांसपेशियों, जोड़ों और लिगामेंट्स पर पड़ने वाले दबाव से निपटने के लिए तैयार करेगा।
– फर्स्ट ट्रेमिस्टर के बाद हैवी डांस करने से बचना चाहिए। शुरुआती तीन महीने बाद सीधे लेटने और झुकने वाले डांस स्टेप नहीं करने चाहिए।
– डांस करते वक्त हमेशा ध्यान रखें कि अपने दोनों पैर जमीन पर रखें। एक पैर उठाकर डांस करने की भूल न करें।
– ऐसी डांस पोजीशन से बचें जिसमें आपको बहुत जल्दी बैठने या खड़े होने की आवश्यकता होती है। बहुत तेजी से बैठने और खड़े होने से आपके ब्लड फ्लो पर असर पड़ सकता है।
– यदि डांस करते वक्त आपको लगता है कि कोई स्टेप करने में आपको कठिनाई आ रही है तो उसे न करें। थकान महसूस होने पर तुरंत डांस करना बंद कर दें।
– ऐसे डांस फॉर्म का चुनाव करने से बचें जिसमें आपको झटका लग सकता हो। लिफ्ट, जंप, बैकबेंड, रोटेशन, बिग हिप मूवमेंट जैसे स्टेप करने से बचें। इसके अलावा हिप हॉप या चीयरलीडिंग डांस स्टाइल से भी दूर रहें।
