Female Bone Health
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60 के पार भी रहेंगी हड्डियां लोहे सी मजबूत, बस इस एक टेस्ट से जानें अपनी हड्डियों का हाल

छोटी छोटी बातों का ख्याल रखने से बढ़ती उम्र में भी हड्डियों से जुडी कोई परेशानी आपको कष्ट नहीं दे पाएगी।

Female Bone Health: हड्डियाँ हमारे शरीर का एक मजबूत ढांचा होती हैं, जो न केवल शरीर के अंगों को सहारा देती हैं, बल्कि कई महत्वपूर्ण कामों में भी मदद करती हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं, खासकर महिलाओं में 60 के बाद हड्डियों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इसलिए, इस उम्र में हड्डियों की  सही देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है। छोटी छोटी बातों का ख्याल रखने से बढ़ती उम्र में भी हड्डियों से जुडी कोई परेशानी आपको कष्ट नहीं दे पाएगी। सही आहार, नियमित रूप से योगा या व्यायाम, कैल्शियम और विटामिन D का लगातार सेवन, और समय समय पर कराई जाने वाली स्वास्थ्य जांच के साथ महिलाएं अपनी हड्डियों की सेहत को बनाए रख सकती हैं।

इसके अलावा, मानसिक और शारीरिक संतुलन को बनाए रखना भी हड्डियों की सेहत के लिए आवश्यक है।

कैल्शियम हड्डियों के निर्माण और मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। महिलाओं में 60 के बाद कैल्शियम की आवश्यकता बढ़ जाती है, क्योंकि यह शरीर में ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) जैसी समस्याओं से बचाव करता है। कैल्शियम से भरपूर आहार, जैसे दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, और बादाम, को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

विटामिन D हड्डियों के स्वास्थ्य में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह शरीर को कैल्शियम अब्सॉर्ब करने में मदद करता है। विटामिन D की कमी से हड्डियाँ कमजोर हो सकती हैं और उनके आसानी से टूटने का डर भी बना रहता है। सूरज की रोशनी विटामिन D का मुख्य स्रोत है, इसलिए दिन में कुछ समय के लिए धूप में बैठने की आदत डालें।

हड्डियों की सेहत बनाए रखने के लिए शारीरिक सक्रियता बहुत जरुरी है। पैदल चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना और योगा हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। पहले अपने डॉक्टर से संपर्क कर के समझ लें आपके लिए किस तरह का व्यायाम सही रहेगा।

स्वस्थ और संतुलित आहार हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। आहार में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन्स का होना बहुत जरूरी है। फल और सब्जियाँ हड्डियों को पोषण देती हैं। आपका आहार हल्का, पचने में आसान और पोषण से भरपूर होना चाहिए।

कभी-कभी, केवल आहार से हड्डियों को पूरी तरह से पोषण नहीं मिल पाता है। ऐसे में कैल्शियम और विटामिन D के सप्लीमेंट्स लेना मददगार हो सकता है।

पानी का सेवन हड्डियों के स्वास्थ्य में मदद करता है। पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखता है, जो हड्डियों को सॉलीड और लचीला बनाए रखने में मदद करता है।

60 के बाद महिलाओं के लिए हड्डियों की जांच कराना जरुरी है । बोन डेंसिटी टेस्ट से यह पता चलता है कि हड्डियाँ कितनी मजबूत हैं और उनमें ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या तो नहीं है।

धूम्रपान और शराब का सेवन हड्डियों की सेहत के लिए हानिकारक होता है। ये दोनों हड्डियों के घनत्व को कम करते हैं।

गलत मुद्रा में बैठने या खड़े रहने से हड्डियों पर दबाव पड़ता है, जो समय के साथ समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। अपनी रीढ़ की हड्डी को हमेशा सीधा रखें।

मानसिक तनाव और चिंता भी हड्डियों की सेहत पर असर डाल सकते हैं। लंबे समय तक तनाव में रहने से शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जो हड्डियों को कमजोर बना सकता है।

उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाली तरूणा ने 2020 में यूट्यूब चैनल के ज़रिए अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इंडिया टीवी के लिए आर्टिकल्स लिखे और नीलेश मिश्रा की वेबसाइट पर कहानियाँ प्रकाशित हुईं। वर्तमान में देश की अग्रणी महिला पत्रिका...