coronavirus
कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए देशभर में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है। अभी भी कोरोना वायरस के मामले इतने कम नहीं हुए हैं। इस संक्रमण को लेकर डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का दावा है कि  कमजोर इम्यून सिस्टम से कोरोना का खतरा अधिक बढ़ जाएगा। ऐसे में एक स्वस्थ इम्यून सिस्टम होना बहुत जरूरी है। इम्यून सिस्टम मजबूत होने से शरीर को रोग से लड़ने की क्षमता मिलती है। भले ही लोग स्वस्थ जीवनशैली जीने का दावा करते हो लेकिन रोजाना कुछ न कुछ ऐसी गलतियां करते हैं जिससे इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है। उनकी कुछ आदतों का सीधे इम्यून सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। ये आदतें ही उनके रोगों से लड़ने की क्षमता को खत्म करती हैं। यहां जानिए ऐसी 5 गलतियों के बारे में जो रोजाना की जा रही है और इम्यून सिस्टम को कमजोर कर रही हैं। 
पूरी नींद न लेना
नींद का शरीर की कार्यप्रणाली पर बड़ा असर पड़ता है। अगर व्यक्ति की छह से आठ घंटे की नींद पूरी नहीं होती है तो इसका दुष्प्रभाव इम्यून सिस्टम पर पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि जब व्यक्ति भरपूर नींद और अच्छी नींद लेता है तो शरीर एक प्रकार का प्रोटीन रिलीज करता है जिसे साइटोकिन्स कहते हैं। यह शरीर को संक्रमण और सूजन से बचाता है। नींद न होने पर पर्याप्त साइटोकिन्स रिलीज नहीं हो पाता है और बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम पर असर डालता है। 
ऐसे आहार का सेवन 
प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन शरीर के लिए अच्छा नहीं है। यह फूड आंत में गुड बैक्टीरिया पर हमला करते हैं, जिससे आंत बैड बैक्टीरिया के प्रति अतिसंवेदनशील हो जाता है। रिफाइंड कार्ब्स, चीनी और नमक से भरपूर आहार इम्यून सिस्टम को अपना काम अच्छे से नहीं करने देता है। कभीकभीर इसका सेवन खतरा नहीं है लेकिन नियमित रूप से लेने पर रोगों से लड़ने की क्षमता प्रभावित होगी। 
तनाव से घिरे रहना 
तनाव वैसे भी सभी बीमारियों की जड़ है और इसका सीधा असर इम्यून सिस्टम पर भी पड़ता है। वैज्ञानिकों ने सकारात्मक मानसिकता को एक मजबूत इम्यून सिस्टम से जोड़ा है। रिलेक्स रहने के लिए खुद के लिए समय न निकालना रोजाना की जाने वाली एक बड़ी गलती है। ऐसी गतिविधि के लिए अलग समय निकालें जो खुशी दे और तनाव को कम करने में मदद करें। 
व्यायाम न करना 
इम्यूनिटी में सुधार के लिए नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि जरूरी है। नियमित व्यायाम से हानिकारक तनाव हार्मोन को दूर करने में मदद मिल सकती है। व्यायाम शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन के रिलीज को धीमा कर देता है और बैक्टीरिया और वायरल बीमारी से बचाता है।
निकोटिन का सेवन 
किसी भी रूप में निकोटिन का सेवन कर रहे हैं तो यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। इसका इम्यूनिटी पर असर पड़ता है। इसका हानिकारक प्रभाव पड़ता ही है। निकोटिन कोर्टिसोल लेवल को बढ़ाता है। किसी भी रूप में इसका सेवन श्वसन संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकता है। इससे शरीर अत्यधिक म्यूकस पैदा करता है, जो वायुमार्ग को संकरा करता है और फेफड़ों के विषाक्त पदार्थों को साफ करने में कठिनाई पैदा करता है। जब शरीर इन रसायनों को हटाने के लिए दोबारा काम कर रहा होता है, तो संक्रमण से लड़ने की क्षमता से समझौता करना पड़ता है।