Summary : श्वेता तिवारी ने सख्त नियमों के साथ पाला है पलक को
पलक पार्टी से भी बताए समय पर घर लौटती हैं और मां की हर बात मानती है...
Palak Tiwari Money Saving: टीवी इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री श्वेता तिवारी ने ‘कसौटी जिंदगी की’ में अपने यादगार अभिनय से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। अब उनकी बेटी पलक के चर्चे होते हैं। हाल ही में अपनी बेटी और उभरती हुई अभिनेत्री पलक तिवारी के साथ सिंगल मदर के रूप में अपने सफर के बारे में खुलकर बात की। भारती टीवी के यूट्यूब चैनल पर श्वेता ने बताया कि उन्होंने पलक की परवरिश के दौरान उसमें अनुशासन, जिम्मेदारी और अच्छे मूल्यों को कैसे शामिल किया।
श्वेता कहती हैं, “मैं बहुत सख्त नहीं थी, लेकिन हमारे घर में कुछ नियम जरूर थे।” उन्होंने बताया कि उनका पालन-पोषण का तरीका कड़ा तो था, लेकिन न्यायसंगत भी। पलक के टीनएज को याद करते हुए श्वेता ने बताया कि उन्होंने वक्त की पाबंदी पर जोर दिया। वे कहती थीं, “अगर तुमने कहा है कि रात 1 बजे तक घर लौट आओगी, तो एक बजे मतलब घर के अंदर आ जाना, पार्टी से निकलना नहीं।”
बेटी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्वेता ने पलक के दोस्तों और यहां तक कि उनकी माओं के नंबर भी अपने पास रखे हुए थे। उन्होंने कहा, “मैं पलक से कहती थी कि अगर तुम्हारा फोन बंद हुआ तो मैं दोस्तों की मम्मी को कॉल करूंगी। अगर किसी से संपर्क नहीं हो पाया, तो मैं उनके ड्राइवर के नंबर तक पहुंच सकती हूं।”
वो लड़की है… मुझे डर रहता था
श्वेता बताती हैं कि एक बेटी की मां होने के नाते उन्हें समाज की मानसिकता को लेकर चिंता रहती थी। वे कहती हैं, “मैं थोड़ी डरी हुई रहती थी, क्योंकि वो एक लड़की है और आज का समाज अजीब है,”। भले ही पालक शराब नहीं पीती, लेकिन श्वेता को उसके आसपास मौजूद लोगों को लेकर चिंता रहती थी। श्वेता ने ये भी बताया कि उन्होंने पलक का फोन ट्रैक किया और 16 साल की उम्र से पहले उसे मेकअप करने की अनुमति नहीं दी। इसके अलावा, स्कूल खत्म होने तक पलक को अपना पर्सनल फोन रखने की इजाजत भी नहीं थी। इसका मकसद अनुशासन और फोकस बनाए रखना था।
घर के काम के पैसे
फाइनेंस के बारे में बात करते हुए श्वेता ने कहा, “हमने उसे एक बजट दिया होता था, मान लीजिए ₹25,000। अगर उसने ₹30,000 खर्च कर दिए, तो उसे ₹5,000 की भरपाई घर का काम करके करनी पड़ती थी।” उन्होंने यह भी बताया कि इसके लिए घर में एक चार्ज लिस्ट भी तय थी — बाथरूम साफ करने पर ₹1000, बिस्तर लगाने पर ₹500 और बर्तन धोने पर ₹1000।
मेरे सारे पैसे निकाल लिए
आज जब पलक ‘द भूतनी’ जैसी फिल्मों से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना रही हैं, तब भी श्वेता उसकी फाइनेंशियल प्लानिंग खुद देखती हैं। श्वेता ने कहा, “मैं उसकी ज्यादातर कमाई निवेश कर देती हूं और उसके अकाउंट में सिर्फ थोड़ी-सी राशि रहने देती हूं।” श्वेता हंसते हुए बताती हैं कि पलक मज़ाक करती है, “मुझे कंगाल कर दिया, मेरे सारे पैसे निकाल लिए!” इस पर श्वेता जवाब देती हैं, “जो सेविंग्स अब तेरे पास हैं, वो और किसी के पास नहीं होंगी।” देखें तो समय की पाबंदी से लेकर पैसे की समझ तक श्वेता तिवारी की परवरिश एक संतुलन है, जिसमें प्यार है, नियम हैं और दूरदर्शिता भी। उन्होंने पलक को सिर्फ एक एक्ट्रेस नहीं, बल्कि एक आत्मनिर्भर और ज़मीन से जुड़ी युवा के रूप में तैयार किया है।
