Overview: कभी 72 घंटों तक शूटिंग करती थीं श्वेता तिवारी
टेलीविजन की जानी-मानी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी ने हाल ही में टीवी इंडस्ट्री के अंदरूनी कामकाज और व्यस्त शूटिंग शेड्यूल के अपने अनुभव साझा किए, जो वाकई चौंकाने वाले हैं। उन्होंने डेली सोप की शूटिंग के दौरान लगातार 72 घंटे काम करने की अपनी अविश्वसनीय यादें ताजा कीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि टीवी की दुनिया में सफलता के पीछे कितनी मेहनत छिपी होती है।
Shweta Tiwari Marathon Shooting: टेलीविजन की जानी-मानी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी ने हाल ही में टीवी इंडस्ट्री के अंदरूनी कामकाज और व्यस्त शूटिंग शेड्यूल के अपने अनुभव साझा किए, जो वाकई चौंकाने वाले हैं। उन्होंने डेली सोप की शूटिंग के दौरान लगातार 72 घंटे काम करने की अपनी अविश्वसनीय यादें ताजा कीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि टीवी की दुनिया में सफलता के पीछे कितनी मेहनत छिपी होती है। श्वेता ने इस दौरान टेलीविजन क्वीन एकता कपूर की लगन और समर्पण की भी जमकर तारीफ की। यह बताते हुए कि कैसे एकता भी कभी नहीं सोती थीं और अपने काम के प्रति पूरी तरह समर्पित रहती थीं।
टेलीविजन इंडस्ट्री की “कभी न सोने वाली” इमेज
भारती टीवी के यूट्यूब चैनल पर एक पॉडकास्ट में, श्वेता तिवारी ने टीवी इंडस्ट्री की कभी न सोने वाली इमेज पर विस्तार से बात की। उन्होंने अपने शुरुआती दिनों के शेड्यूल को याद किया, जब उन्हें लगातार 72 घंटे तक बिना रुके काम करना पड़ता था। श्वेता ने बताया कि उनकी शिफ्ट सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक और फिर शाम 7 बजे से अगले दिन सुबह 7 बजे तक होती थी और इस तरह उन्हें 30 दिन के महीने में 45 दिनों का वेतन मिलता था।
यह सुनकर कोई भी हैरान हो सकता है कि एक महीने में मिलने वाले दिनों से ज्यादा दिनों का भुगतान कैसे हो सकता है, लेकिन श्वेता के अनुभव से यह साफ होता है कि टीवी इंडस्ट्री में काम के घंटे कितने लंबे और थका देने वाले होते हैं।
एकता कपूर का काम के लिए डेडिकेशन
श्वेता तिवारी ने केवल एक्टर्स के व्यस्त कार्यक्रम पर ही बात नहीं की, बल्कि उन्होंने एकता कपूर के समर्पण की भी जमकर सराहना की। श्वेता ने बताया कि एकता कपूर के पास एक साथ 22 शो चल रहे होते थे और इतनी व्यस्तता के बावजूद वह शायद ही कभी सोती थीं। एकता की प्रतिबद्धता ऐसी थी कि जब भी कोई उन्हें फोन करता, वह तुरंत जवाब देती थीं। उनका काम करने का तरीका भी बेमिसाल था। वह हर चीज को इतनी बारीकी से समझाती थीं कि गलती की कोई गुंजाइश ही नहीं रहती थी।
एक साथ 22 शोज हैंडल करती थीं एकता कपूर
श्वेता ने कहा, “यह केवल हम एक्टर्स तक नहीं थे जो इस तरह काम करते थे। एकता भी ऐसा करती थी। एकता सोती नहीं थी। उसके 22 शो चल रहे थे। जब भी आप उसे कॉल करते, वह सिर्फ एक रिंग में जवाब देती। वह सब कुछ विस्तार से समझाती और एक बार एकता ने कुछ समझा दिया, तो कोई रास्ता नहीं था कि आप गलत हो सकते।” श्वेता ने यह भी बताया कि रिहर्सल के दौरान एकता अक्सर अभिनेताओं से बेहतर डायलॉग बोलती थीं, जिससे उनकी स्क्रिप्ट और विजन पर उनकी पकड़ साफ झलकती थी।
क्रिएटिव टीव और टीआरपी का दबाव
पॉडकास्ट के अंत में, श्वेता ने इस बात पर दुख जताया कि अब टेलीविजन शो बनाने का तरीका बदल गया है। उन्होंने याद किया कि पहले एकता कपूर दर्शकों की पसंद से ज्यादा अपनी क्रिएटिविटी और कल्पनाशीलता को संतुष्ट करने के लिए शो बनाती थीं। उस समय कंटेंट में एक अलग तरह की मौलिकता और गहराई होती थी। पर अब शोज सिर्फ टीआरपी के पीछे भाग रहे हैं।
