Bipolar Disorder: यह एक अच्छी बात है कि लोग खुलकर अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में बात करने लगे हैं। हाल ही में पाकिस्तान की मशहूर एक्टर माहिरा खान ने बताया कि वो बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार हैं। इस बीमारी का ट्रिगर उन्हें तब हुआ जब शाहरुख के साथ उनकी मूवी रईस रिलीज हुई थी। इस मूवी को आलोचन का सामना करना पड़ा था। उस समय उन्हें लग रहा था कि वो डिप्रेशन में हैं और वो साइकोलॉजिस्ट के पास इस संदर्भ में गई थीं। माहिरा फिलहाल दवाईयां ले रही हैं और बहुत हद तक उनकी स्थिति ठीक है। वह छह सात सालों से दवाईयां ले रही हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि बाइपोलर डिसऑर्डर क्या होता है?
मूड स्विंग की समस्या
इस बीमारी के सबसे अहम लक्षण की बात करें तो वह उसके मूड स्विंग वो किसी वक्त तो बहुत ऊर्जा और उत्साह से भरा होता है तो किसी पल वह खुद को बेहद हताश और दुखी महसूस करता है। माहिरा के साथ भी ऐसा ही हुआ। वो बाथरुम तक जाने के लिए भी हिम्मत नहीं जुटा पाती थीं। वो ईश्वर से प्रार्थना करती थीं कि उन्हें उम्मीद की कोई रौशनी नजर आए। इसके अलावा भूख कम लगना, नींद का नहीं आना, अपनी भावनाओं पर नियंत्रण न रख पाना भी इसके शुरुआती लक्षण होते हैं।
तो क्या है निदान
यह डिसऑर्डर चार तरह का होता है। अगर आपको भी लगता है कि आप खुश नहीं रह पा रहे। खुद को विशेष स्थिती में काबू नहीं कर पा रहे तो जानिए कि कहीं आपको सट्रेस तो नहीं है। आप माहिरा खान को देख लें। वह एक कामयाब अदाकारा हैं। केवल अपने देश में नहीं उन्हें भारत में भी बहुत पसंद किया जाता है। लेकिन अपनी शादी में वो खुश नहीं थी। उन्होंने 2007 में अली अस्करी के साथ शादी की थी, लेकिन बेटे अजलान के पैदा होने के बाद ही उन्हें लगने लगा था कि यह शादी नहीं चल पाएगी। खैर शादी नहीं चली। हालांकि अब दोबारा वह अपनी जिंदगी की शुरुआत करने जा रही हैं। कई बार रिलेशंस तो कई बार आनुवंशिक कारण हो सकते हैं। अगर सरल शब्दों में बात करें तो इसका निदान सिर्फ एक है आप अपनी मानसिक स्थिति के बारे में खुद आंकलन करें। अगर आपको लगता है कि आप स्थिति को काबू कर पाएंगे तो करिए। अपनी जीवनशैली को सुधारिए। कैफीन की मात्रा को लेना कम करिए। खुद पर ध्यान देना शुरु करिए, अपने दोस्तों से मिलिए।
शुरुआत में आसान होता है
बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज उसकी शुरूआती स्टेज में आसान होता है। लेकिन जब हम उसे नजरअंदाज करते हैं तो वह एक विकराल रुप धारण कर लेती है। इस डिसऑर्डर के बारे में भी ऐसा ही है। इससे जूझ रहा व्यक्ति कई बार आत्महत्या भी कर लेता है। इसलिए बेहतर है कि आपके अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अगर आप किसी तरह के असमंजस की स्थिति में हैं तो मनोचिकित्सक से संपर्क करनाआपके लिए और आपके अपनों के लिए समझदारी का फैसला है।