Lost 2023 Story: यामी गौतम और पंकज कपूर की ‘लॉस्ट’ जी5 पर रिलीज हो गई है। ‘पिंक’ जैसी फिल्म बनाने वाले अनिरूद्ध रॉय चौधरी लीक से हटकर विषयों पर फिल्म बनाने वाले निर्देशकों में से एक हैं। इस बार वे भारत में अपराधों की एक कडी को उजागर करने के लिए ‘लॉस्ट’ लेकर आए हैं। अनिरूद्ध को तीन बार नेशलन अवॉर्ड भी मिल चुका है। वे सामाजिक और गंभीर विषयों को सिनेमा के जरिए दर्शकों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। ‘लॉस्ट’ के जरिए उन्होंने गुमशुदा लोगों और परिजनों के दर्द को बयां करने की कोशिश की है। भारत में हर दिन सैकडों बच्चे और वयस्क गायब होते हैं। फिल्म की कहानी कोलकाता में घटी एक घटना पर आधारित है। यामी गौतम फिल्म में एक पत्रकार की भूमिका निभा रही हैं। जो एक गायब हुए युवा की तलाश करती हैं। फिल्म में पंकज कपूर जैसे मंझे हुए कलाकार की मौजूदगी भी इसके लिए प्लस पॉइंट है।
Lost 2023 Story: गुमशुदा लोगों के परिवार के दर्द को बयां करती कहानी
इस फिल्म की कहानी समाज के उस पहलू को दर्शाती है जिसपर शायद ही कभी बात की गई हो। यूं तो भारत में किसी के गायब होने पर पोलिस की कार्यवाही और उसका गुमशुदा के परिजनों के प्रति रवैया शायद वैसा नहीं रहता जैसा होना चाहिए। इसलिए गुमशुदा के परिवार को मानसिक प्रताडना का सामना करना पडता है। सिस्टम में कहीं से कोई मदद नहीं मिलती। ऐसी ही कहानी को ‘लॉस्ट’ में दिखाया गया है। फिल्म की कहानी कोलकाता शहर पर आधारित है। फिल्म में एक युवा पत्रकार विधि साहनी (यामी गौतम) जो कि एक वेब न्यूज पोर्टल के लिए काम करती हैं। एक मिस्ट्री केस के हाथ लग जाने से उसे सुलाझान के प्रयास में उलझती नजर आई हैं। वो ‘एक पत्रकार के लिए क्या जरूरी है सच को समने लाना या जो सही है वो करना।’ इस कश्मकश के साथ एक थिएटर आर्टिस्ट ईशान भारती (तुषार पांडे) जो कि गुमशुदा है उसकी स्टोरी को फॉलो कर रही है। खेजी पत्रकार को ईशान गर्लफैंड अंकिता चौहान (पिया बाजपेयी) के बारे में पता चलता है। रंजन वर्मन (राहुल खन्ना) नाम के एमएलए के साथ अंकिता कुछ सम्बंध है। ईशाान अंकिता से मिलने के बाद से ही गाायब हो जाता है। ईशान के परिवार वाले पोलिस स्टेशन के चककर लगाते रहते हैं। उनकी मदद के लिए विधि सामने आती है। लेकिन क्या ईशान को ढूंढने में विधि कामयाब हो पाएगी? क्या ईशान के गायब होने के पीछे रंजन का हाथ है? ईशान खुद कहीं चला गया है या सही में लापता है? ऐसे सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पडेगी।
कैसी रही परफॉर्मेंस
आजकल कई फिल्मों का भार या कहें तो सही मायने में फिल्म की हीरो फीमेल एक्टर होती हैं। यामी गौतम की से फिल्म भी उसी कैटेगरी में आती है। यामी की इसके पहले भी डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज हो चूकी फिल्म ‘अ थर्सडे’ भी इसी श्रेणी की थी। हालांकि इस फिल्म में यामी ‘अ थर्सडे’ जितनी प्रभावी नजर नहीं आईं हैं। इस बात में दो राय नहीं है कि वे एक उम्दा अदाकारा हैं। फिल्म में ओवरआल उनकी परफॉर्मेंस की बात करें तो उन्होंने किरदार के साथ जस्टिस किया है। क्राइम रिपोर्टर के किरदार को उन्होंने निभाने का पूरा प्रयास किया है और इसमें वे सफल रही हैं। राहुल खन्ना एक नेता के रोल में प्रभावित करने में सफल रहे हैं। वहीं बात करें पंकज कपूर की तो उनके जैसे एक्टर हैं को किसी भी किरदार में देखने में मजा ही आता है। उनकी अदाकारी हमेशा की तरह फ्लॉलेस है। इस फिल्म में वो यामी को कई जीवन की सीख देते नजर आते हैं। दोनों के बीच के सीन्स फिल्म में देखने लायक हैं।
एक बार ही देख सकते हैं फिल्म
सभी किरदारों को बखूबी निभाया गया है लेकिन फिल्म की कुछ कमियां भी हैं। जैसे की कहानी कुछ अधपकी सी है। फिल्म में कई चीजें हैं, जो एक साथ चल रही हैं। उन्हें एक बेहतरीन अंत नहीं दिया गया है। फिल्म का पेस कभी तेज तो कभी बेहद स्लो है। ऐसे में उससे कनेक्ट होने में परेशानी होगी। फिल्म के संवाद भी और बेहतर हो सकते थे। कई बार ऐसा लगता है जैसे डायलॉग्स के बीच बीच में बंगाली के शब्द यूं डाल दिए गए हैं। इस सब के बावजूद एक बार तो फिल्म देखी ही जा सकती है। अगर आप फिल्म देखना चाहते हैं तो जी5 पर इसे देख सकते हैं।
