Natural Cleanser
Natural Cleanser

Natural Cleanser: त्वचा आपकी कैसी भी हो, उसे सफाई की जरूरत होती है। अगर आप अपनी त्वचा को साफ करने से पहले उसे मैग्नीफाइंग ग्लास में देखते हैं तो आप त्वचा पर मौजूद गंदगी, पसीने, तेल, मेकअप और अन्य प्रदूषकों को देखकर यकीनन हैरान हो जाएंगे। ये सभी ना केवल त्वचा के पीएच बैलेंस को बिगाड़ते हैं, बल्कि उसके प्राकृतिक कार्य में भी बाधा डालते हैं। त्वचा की सफाई शहरवासियों के लिए और भी अधिक जरूरी है, क्योंकि उन्हें तेजी से बढ़ते प्रदूषित वातावरण से जूझना पड़ता है। आज के समय में त्वचा और उनकी समस्या को दूर करने के लिए क्लींजिंग क्रीम, जेल, दूध, लोशन, साबुन और फेस वॉश जैसे कई क्लींजिंग प्रोडक्ट्स मौजूद हैं।

साबुन से सफाई

साबुन और पानी से सफाई करना बेहद ही आम है। दरअसल, एक समय ऐसा भी था जब हमारे पास साबुन से चेहरा धोने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। साबुन से चेहरा धोने से आपको उसके साफ होने का अहसास तो मिलता है, लेकिन साबुन वास्तव में त्वचा को सतही रूप से साफ करता है। इससे गंदगी, तेल और अन्य जमी हुई गंदगी पूरी तरह से साफ नहीं होती है। अधिकांश साबुन आमतौर पर अल्काइन यानी क्षारीय होते हैं और इसलिए वे त्वचा के सामान्य पीएच स्तर को भी असंतुलित कर सकते हैं। अक्सर साबुन त्वचा पर काफी कठोरता से काम करते हैं और वे त्वचा के प्राकृतिक तेल और नमी को भी खत्म कर सकते हैं।

क्लींजिंग क्रीम या जेल से सफाई

एक क्लींजिंग क्रीम या जेल सामान्य से लेकर रूखी त्वचा के लिए काफी अच्छा माना जाता है। वहीं, मिलीजुली त्वचा के लिए क्लींजिंग मिल्क या लोशन का इस्तेमाल करना सही रहेगा। आजकल क्लींजिंग मिल्क का इस्तेमाल करते हुए प्रोडक्ट को थोड़ी मात्रा में त्वचा पर लगाया जाता है और फिर त्वचा की हल्की मसाज की जाती है, जिसे बाद में रूई से पोंछ दिया जाता है। वहीं त्वचा की गहराई से सफाई करने के लिए फेशियल स्क्रब काफी उपयोगी होते हैं और ऑयली त्वचा व बंद रोमछिद्रों के लिए इन्हें उपयुक्त माना जाता है। स्क्रब की बनावट भी दानेदार होती है और इसलिए ये मृत त्वचा को हटाने में मदद करती है। हालांकि, इन्हें त्वचा पर धीरे से रगड़ना चाहिए और फिर पानी से धो देना चाहिए।

फेसवॉश से सफाई

फेसवॉश मूलत: साबुन का ही विकल्प है। क्लींजिंग क्रीम और क्लींजिंग मिल्क के विपरीत, फेस वॉश का इस्तेमाल करने से झाग बनता है। फेस वॉश का उपयोग उसी प्रकार किया जाता है जैसे हम साबुन का उपयोग करते हैं और इसे पानी से धोया जाता है। साबुन की तुलना में फेसवॉश के कुछ फायदे हो सकते हैं। साबुन प्रकृति में अल्काइन हो सकता है और यह त्वचा के सामान्य पीएच स्तर को अस्त-व्यस्त कर सकता है। यह त्वचा के प्राकृतिक तेल और नमी को भी हटा सकता है। वहीं दूसरी ओर, फेस वॉश को इस तरह से बनाया जा सकता है कि त्वचा का पीएच स्तर संतुलित हो जाए और इससे सामान्य संतुलन बाधित ना हो। इसमें ऐसे इंग्रीडिएंट्स भी होते हैं, जो स्किन की जरूरतों को पूरा करते हों। मसलन, रूखी स्किन के लिए फेस वॉश में विटामिन ई ऑयल या जेरेनियम तेल आदि हो सकता है। वहीं, तैलीय और एक्ने प्रोन स्किन के फेस वॉश में तुलसी, नीम, पुदीना, लैवेंडर, टी ट्री ऑयल, नीलगिरी का तेल, रोजमेरी ऑयल आदि जैसे एंटीसेप्टिक तत्व शामिल हो सकते हैं।
जब भी आप फेसवॉश का उपयोग करें तो अपने बालों को पीछे की ओर बांध लें। फेस वॉश को छोटे व हल्के सर्कुलर मोशन में बाहर व थोड़ा ऊपर की ओर घुमाते हुए लगाएं। माथे और ठुड्डी पर ध्यान दें। अंत में, ठंडे पानी से इसे धो लें।

प्राकृतिक चीजों से करें सफाई

  • आप घर पर बने फेसवॉश और क्लींजिंग के लिए प्राकृतिक सामग्री का उपयोग कर सकते हैं।
  • द चम्मच नींबू के रस में 1 चम्मच खीरे का रस और ठंडा दूध मिलाएं। इसे चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट बाद पानी से धो लें।
  • ऑयली त्वचा के लिए एग व्हाइट को नींबू के रस के साथ मिलाकर चेहरे पर लगा लें और फिर 15 मिनट बाद इसे धो लें।
  • दही के साथ ओटमील को मिलाकर भी एक अच्छा क्लींजर तैयार किया जा सकता है, खासकर ऑयली त्वचा के लिए। इसे चेहरे पर लगाएं और करीबन 10 मिनट बाद त्वचा पर हल्के सर्कुलर मोशन में मसाज करें और फिर पानी से धो लें।