woman doing social media management work
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Overview: स्क्रीन की ब्लू लाइट से स्किन डैमेज को यूं रोकें

स्क्रीन की ब्लू लाइट स्किन को काफी हद तक डैमेज कर सकती हैं। हालांकि, कुछ आसान तरीकों को अपनाकर आप बेहद आसानी से इस डैमेज को कम कर सकती हैं।

Blue Light Skincare: आज के समय में स्क्रीन से दूरी बनाना लगभग असंभव है। हम सभी दिनभर किसी ना किसी रूप में स्क्रीन से जुड़े रहते हैं। कभी ऑफिस वर्क करने के लिए लैपटॉप का इस्तेमाल करना तो कभी मोबाइल पर सोशल मीडिया पर समय बिताना। लेकिन इस तरह सारा दिन स्क्रीन के सामने रहने से स्किन को नुकसान होता है। जी हां, स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है। आपको शायद अंदाजा ना हो, लेकिन यह लाइट आपकी स्किन को यूवी किरणों से भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है।

इस लाइट की वजह से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ सकता है और स्किन की इलास्टिसिटी कम हो सकती है। जिससे आपकी स्किन समय से पहले ही बूढ़ी नजर आ सकती है। इतना ही नहीं, इससे पिगमेंटेशन व स्किन में डलनेस की समस्या भी बढ़ सकती है। अब लैपटॉप, टीवी या मोबाइल से दूरी बना पाना तो संभव नहीं है, लेकिन अगर आप चाहें तो ब्लू लाइट से होने वाले स्किन डैमेज को काफी हद तक कम कर सकती हैं। बस इसके लिए आपको कुछ स्मार्ट ट्रिक्स अपनाने की जरूरत है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि ब्लू लाइट से होने वाले स्किन डैमेज को रोकने के लिए क्या किया जाए-

Blue Light Skincare
sunscreen according to age

यह तो हम सभी जानते हैं कि यूवी किरणों से प्रोटेक्शन के लिए सनस्क्रीन बेहद जरूरी है। लेकिन यह आपको ब्लू लाइट स्किन डैमेज से बचाने में भी मददगार है। बस कोशिश करें कि इसमें ज़िंक ऑक्साइड, टाइटेनियम डाइऑक्साइड या आयरन ऑक्साइड हो। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के साथ-साथ मेलानिन प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है। इससे ना केवल स्किन ज्यादा यूथफुल व टाइट दिखती है, बलिक इससे डार्क स्पॉट्स भी कम होते हैं। इसलिए, आप चाहे घर के अंदर हों या बाहर, एसपीएफ को बिल्कुल भी मिस ना करें। 

मॉइश्चराइजर स्किन की बेसिक केयर रूटीन का हिस्सा होता है, लेकिन अगर आप ब्लू लाइट से अपनी स्किन को प्रोटेक्ट करना चाहती हैं तो आपको थोड़ा समझदारी से मॉइश्चराइजर का चयन करना चाहिए। आपका मॉइश्चराइजर ऐसा होना चाहिए, जिसमें सेरामाइड्स, हयालुरोनिक एसिड और नियासिनामाइड हो। ब्लू लाइट की वजह से अक्सर स्किन में रूखापन, सेंसेटिविटी या झुर्रियां होने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन सेरामाइड्स और हयालुरोनिक एसिड स्किन बैरियर को मजबूत करने के साथ-साथ स्किन को हाइड्रेट भी रखते हैं। वहीं, नियासिनामाइड स्किन डैमेज को ठीक करने में काफी मदद करता है। 

Do not ignore antioxidants
Do not ignore antioxidants

अगर आप ब्लू लाइट की वजह से होने वाले स्किन डैमेज को कम करना चाहती हैं तो आपके स्किन केयर रूटीन में एंटीऑक्सिडेंट का होना बेहद जरूरी है। आप हमेशा ऐसे सीरम या क्रीम इस्तेमाल करें जिनमें विटामिन सी, विटामिन ई, फेरेलिक एसिड, ग्रीन टी एक्स्ट्रेक्ट या रेस्वेराट्रोल आदि हो। दरअसल, ब्लू लाइट हमारी त्वचा में फ्री रेडिकल्स बनाती है, जिससे समय से पहले ही स्किन बूढ़ी दिखने लगती है। लेकिन एंटीऑक्सिडेंट इन फ्री रेडिकल्स को बेअसर कर देते हैं, जिससे स्किन डैमेज कम होता है और स्किन अधिक यंगर नजर आती है। इससे स्किन की डलनेस व पिगमेंटेशन कम होती है।      

स्किन की बेहतर केयर करने के लिए हफ्ते में 1-2 बार माइल्ड केमिकल एक्सफोलिएंट्स की मदद से स्क्रब जरूर करें। ब्लू लाइट हमारी त्वचा की सेल टर्नओवर को धीमा कर सकती है, जिससे स्किन डल व अनइवन नजर आने लगती है। लेकिन हल्का एक्सफोलिएशन करने से डेड स्किन सेल्स हटते हैं और नई स्किन जल्दी बनती है। इससे स्किन ग्लोइंग, इवन टोन व हेल्दी बनती है। इससे ब्लू लाइट से होने वाली स्किन डैमेज को कम करने में भी मदद मिलती है। 

Pamper your skin at night
Pamper your skin at night

अक्सर हम रात तक इतना थक जाते हैं कि स्किन की सही तरह से केयर नहीं कर पाते हैं। जबकि इस समय स्किन रिपेयर मोड में होती है, इसलिए अगर आप इस दौरान स्किन को पैम्पर करती हैं तो इससे स्किन को काफी फायदा मिलता है। इसलिए, आप रात में पहले स्किन को अच्छी तरह क्लीन करें और फिर नाइट क्रीम या सीरम लगाएं, जिसमें पेप्टाइड्स, बकुचियोल या रेटिनोल एल्टरनेटिव हो। जहां पेप्टाइड्स कोलेजन को एक्टिव करते हैं, बकुचियोल और रेटिनोल एल्टरनेटिव सेल टर्नओवर बढ़ाते हैं, और एंटीऑक्सिडेंट्स दिनभर के फ्री रेडिकल्स से लड़ते रहते हैं। इससे समय के साथ फाइन लाइन्स, डलनेस और पिगमेंटेशन कम होने लगती है।

इस बात में कोई दोराय नहीं है कि स्क्रीन स्किन को डैमेज करती है और इससे पूरी तरह दूरी बना पाना संभव नहीं है। लेकिन लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठे रहने से स्थिति बद से बदतर होती जाती है। इसलिए, इस डैमेज को कम करने के लिए हर घंटे 5-10 मिनट स्क्रीन से ब्रेक लें। कोशिश करें कि आप स्किन डैमेज को कम करने के लिए ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल करें या फिर ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मे को जरूर पहनें। इससे स्किन पर कम स्ट्रेस होता है। साथ ही साथ, फ्री रेडिकल्स भी अपेक्षाकृत कम बनते हैं। यह छोटे-छोटे ब्रेक्स भी स्किन को रिलैक्स और रिकवर करने का समय देते हैं, जिससे नुकसान भी कम होता है। इस छोटे से कदम से स्किन को ज्यादा हेल्दी बनाया जा सकता है।

मैं मिताली जैन, स्वतंत्र लेखिका हूं और मुझे 16 वर्षों से लेखन में सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया में 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस है। मैं हेल्थ,फिटनेस, ब्यूटी स्किन केयर, किचन, लाइफस्टाइल आदि विषयों पर लिखती हूं। मेरे लेख कई प्रतिष्ठित...