Overview: जानें बच्चों के लिए क्यों जरूरी है सनस्क्रीन, इन प्रोडक्ट्स से बनाएं दूरी
बच्चों के लिए सनस्क्रीन त्वचा कैंसर और सनबर्न से बचाव के लिए जरूरी है। पुरानी सनस्क्रीन कम प्रभावी होती है इसलिए इसकी शेल्फ लाइफ का ध्यान रखें।
Sunscreen for Kids: गर्मियों का मौसम आते ही आप बच्चों के लिए फ्लोटीज़, बीच टॉवल, पूल टॉयज और सैंडल्स निकालते हैं। लेकिन जो सबसे जरूरी चीज है सनस्क्रीन वही भूल जाते हैं। सनस्क्रीन जितना जरूरी हम बड़ों के लिए होता है उतना ही जरूरी ये बच्चों के लिए भी है। ये न केवल हार्ष यूवी रेज से बचाता है बल्कि स्किन को लंबे समय तक हाइड्रेट रखने में भी मदद करता है। वैसे तो मार्केट में कई तरह के सनस्क्रीन आते हैं लेकिन बच्चों की स्किन के लिए क्या सुरक्षित है और क्या नुकसानदायक है ये जानना बेहद जरूरी है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
बच्चों के लिए क्यों जरूरी है सनस्क्रीन

अधिकांश एक्सपर्ट का कहना है कि बच्चों को भी समान रूप से सनस्क्रीन की आवश्यकता होती है। शोध बताते हैं कि सनस्क्रीन स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और मेलानोमा जैसे त्वचा कैंसर के जोखिम को कम करता है। सूरज की यूवी किरणों से होने वाला नुकसान त्वचा कैंसर का प्रमुख कारण है। बचपन या किशोरावस्था में एक गंभीर सनबर्न भी मेलानोमा के खतरे को दोगुना कर सकता है।
कितनी होती है सनस्क्रीन की शेल्फ लाइफ
अगर सनस्क्रीन पर एक्सपायरी डेट नहीं लिखी है, तो इसे खरीदने के तीन साल बाद हटा देना चाहिए। पुरानी सनस्क्रीन सूख जाती है, ट्यूब के ऊपरी हिस्से में सूखा पदार्थ जमा हो जाता है, अजीब कैमिकल स्मैल आती है, या पहले पारदर्शी तरल और फिर सफेद पेस्ट निकलता है। ये सभी प्रोडक्ट के खराब होने के संकेत हैं।
पुरानी सनस्क्रीन हो सकती है नुकसानदायक
सनस्क्रीन में यूवी रेज को रोकने या अवशोषित करने वाले एक्टिव कंपोनेंट होते हैं, जो समय के साथ खराब हो सकते हैं, खासकर गर्मी या धूप में। जैसे-जैसे ये तत्व पर ड्राय पैचेज छोड़ते हैं, उनकी प्रभावशीलता कम हो जाती है, जिससे यूवी सुरक्षा कमजोर पड़ती है। इससे सनस्क्रीन असमान रूप से लगती है, जिससे त्वचा को कम सुरक्षा मिलती है और सनबर्न का खतरा बढ़ता है। पुराने तत्वों से त्वचा में जलन या रैश भी हो सकता है।
बच्चों को इन प्रोडक्ट्स से रखें दूर

स्प्रे सनस्क्रीन: स्प्रे असमान रूप से लगते हैं और सांस के साथ अंदर जा सकते हैं। खासकर छोटे बच्चों को इससे बिल्कुल दूर रहना चाहिए। बड़े बच्चे इसकी दो परतें लगा सकते हैं और चेहरे पर हाथ से एप्लाय कर सकते हैं।
अधिक एसपीएफ: बच्चों को अधिक एसपीएफ वाले प्रोडक्ट्स से दूर रहना चाहिए। बच्चों के लिए मैक्सीमम 50 एसपीएफ वाले सनस्क्रीन बेस्ट होते हैं। बड़े बच्चे या फिर एथलीट 50 एसपीएफ वाली सनस्क्रीन का उपयोग कर सकते हैं।
बच्चों को धूप से सुरक्षित रखने के टिप्स
क्रीम और स्टिक्स बेहतर: बच्चों के लिए क्रीम और स्टिक्स बेहतर हो सकती है। जिससे त्वचा को फुल कवरेज मिलता है। ये धीरे-धीरे त्वचा में समा जाते हैं।
युवा बच्चों के लिए मिनरल-बेस्ड सनस्क्रीन: जिंक ऑक्साइड युक्त सनस्क्रीन कम सुगंधित और लगाने में आसान होती हैं।
बार-बार दोबारा लगाएं: सनस्क्रीन पसीने या रगड़ने से हट सकती है। हर दो घंटे में दोबारा लगाएं, खासकर तैराकी या गतिविधियों के बाद, यहां तक कि ह्यूमिड वाले दिनों में भी।
सनस्क्रीन के अलावा अन्य सावधानियां: यूपीएफ 50 वाले कपड़े, टोपी, धूप का चश्मा और हल्के, ढीले कपड़े पहनें। दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक धूप से बचें, क्योंकि यूवी किरणें सबसे तीव्र होती हैं।
