Sunscreen or Sunblock: चाहे मौसम सर्द हो या गर्म, स्किन को सन प्रोटेक्शन की जरूरत होती है। विशेष रूप से, गर्मी के दिनों में सन प्रोटेक्शन के बिना बाहर निकलना आपकी स्किन को बहुत अधिक डैमेज कर सकता है। आमतौर पर, सनप्रोटेक्शन के लिए महिलाएं सनस्क्रीन का इस्तेमाल करती हैं, वहीं कुछ महिलाएं सनब्लॉक के इस्तेमाल को प्राथमिकता देती हैं। हालांकि, सनस्क्रीन व सनब्लॉक शब्द सुनने में भले ही एक जैसा नजर आए। लेकिन यह दोनों प्रोडक्ट अलग हैं और स्किन पर अलग तरह से काम करते हैं।
इसलिए अपनी स्किन की प्रोटेक्शन करने के लिए किसी भी प्रोडक्ट का चयन करने से पहले आपको इन प्रोडक्ट्स की विशेषतओं और उनके बीच के अंतर को समझना बेहद आवश्यक है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको सनस्क्रीन व सनब्लॉक दोनों के बीच के अंतर के बारे में बता रहे हैं-
सन प्रोटेक्शन क्यों जरूरी है?

सनस्क्रीन और सनब्लॉक के बीच अंतर जानने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि वास्तव में आपकी स्किन को सनप्रोटेक्शन की जरूरत क्यों है? इसके तीन मुख्य कारण हैं-
- सूर्य से निकलने वाली यूवी रेडिएशन के कारण स्किन कैंसर होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
- वहीं, सूर्य के यूवी रेडिएशन से स्किन सेल्स और ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचता है, जिसे सनबर्न कहा जाता है। बार-बार होने वाले डैमेज के परिणामस्वरूप स्किन कमजोर हो जाती है जो आसानी से उखड़ जाती है।
- वहीं, सूर्य की हानिकारक किरणें स्किन पर उम्र बढ़ने के संकेतों के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। आपकी त्वचा पर दिखाई देने वाली उम्र बढ़ने के संकेतों में झुर्रियां, कम इलास्टिसिटी व पिगमेंटेशन आदि नजर आती हैं।
सनस्क्रीन क्या है?

- सनस्क्रीन वास्तव में एक केमिकल प्रोटेक्शन है। जब आप इसे अपनी स्किन पर अप्लाई करते हैं तो बाहर निकलते समय सनस्क्रीन यूवी किरणों को अब्जार्ब कर लेता है, जिसके कारण हानिकारक यूवी किरणें आपकी त्वचीय परतों तक नहीं पहुंच पाती हैं और इससे उन्हें किसी तरह का डैमेज नहीं होता है।
- आमतौर पर, सनस्क्रीन में एवोबेंजोन, ऑक्सीबेनज़ोन और पैरा-एमिनोबेंजोइक एसिड (पीएबीए) जैसे तत्वों को शामिल किया जाता है, जो सूर्य की किरणों को अब्जार्ब करने में मदद करते हैं।
सनब्लॉक क्या है?

- सनब्लॉक पराबैंगनी (यूवी) किरणों से बचने का एक भौतिक तरीका है। यह आपकी स्किन के ऊपर रहता है और एक बैरियर के रूप में कार्य करता है। इसलिए जब आप इसे लगाते हैं, तो यह यूवी किरणों को स्किन की अंदरूनी लेयर में प्रवेश नहीं करने देता।
- आमतौर पर, सनब्लॉक में जिंक ऑक्साइड या टाइटेनियम ऑक्साइड शामिल होता है। सनब्लॉक लगाने का एक नुकसान यह होता है कि जब इसे स्किन पर लगाया जाता है, तो यह नोटिसेबल व विजिबल होता है।
- कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट ब्रांड्स ऐसे सन प्रोटेक्शन पेश करते हैं, जिसमें सनस्क्रीन और सनब्लॉक का मिश्रण पेश किया जाता है।
सनस्क्रीन या सनब्लॉक में क्या अंतर होता है?

हालांकि, सनस्क्रीन और सनब्लॉक दोनों ही धूप से सुरक्षा प्रदान करते हैं, लेकिन फिर भी उनके बीच कुछ अंतर होते हैं, जो इन्हें एक-दूसरे से अलग बनाते हैं-
- जहां सनस्क्रीन को स्किन पर घर से बाहर निकलने से 20-30 मिनट पहले अप्लाई करने की सलाह दी जाती है, वहीं सन ब्लॉक को घर से निकलने से तुरंत पहले प्रयोग किया जाता है। अगर इन्हें आधे घंटे पहले अप्लाई किया जाए तो इनका कोई असर नहीं होता है।
- जहां सनस्क्रीन केमिकल प्रोटेक्शन प्रदान करता है, वहीं सनब्लॉक से फिजिकल प्रोटेक्शन प्रदान होता है।
- इन्हें चुनते समय अपनी स्किन टाइप का ध्यान रखा जाता है। मसलन, सेंसेटिव स्किन या फिर किसी तरह की एलर्जी आदि की समस्या होने पर सनब्लॉक यूज करना चाहिए। इतना ही नहीं, सनब्लॉक बच्चों के लिए भी एक बेहतर ऑप्शन है। वहीं, अगर आपकी स्किन नॉर्मल है तो आप सनस्क्रीन यूज कर सकते हैं।
सनप्रोटेक्शन चुनते समय किन बातों का ध्यान रखें?

भले ही आप सनप्रोटेक्शन के लिए सनस्क्रीन या सनब्लॉक का इस्तेमाल कर रही हैं, लेकिन फिर भी कुछ जरूरी प्वाइंट्स पर आपको ध्यान देना चाहिए। जैसे-
- एसपीएफ़ 30 या उससे अधिक हो। एसपीएफ इस बात का संकेत है कि कोई प्रोडक्ट वास्तव में सूर्य की पराबैंगनी बी यूवीबी किरणों से आपकी कितनी अच्छी तरह रक्षा करेगा। एसपीएफ 30 का अर्थ है कि बिना सनप्रोटेक्शन की अपेक्षा सपीएफ 30 का इस्तेमाल करने से डायरेक्ट सनलाइट में स्किन को नुकसान होने में 30 गुना अधिक समय लगेगा।
- आपको प्रोडक्ट में ब्रॉड स्पेक्ट्रम प्रोटेक्शन पर भी ध्यान देना चाहिए। ब्रॉड स्पेक्ट्रम का मतलब है कि उत्पाद पराबैंगनी ए (यूवीए) और यूवीबी किरणों दोनों से रक्षा कर सकता है।
- वहीं, सनप्रोटेक्ट का वाटर रेसिस्टेंट होना भी आवश्यक है। इसका मतलब है कि यह प्रोडक्ट पानी में भी आपकी स्किन का ख्याल रखते हैं और सनप्रोटेक्शन अप्लाई करने के करीन 40 मिनट के बाद ही आपको इसे दोबारा अप्लाई करने की आवश्यकता होगी।
सनप्रोटेक्शन के अन्य तरीके क्या हैं?

यूं तो सनप्रोटेक्शन के लिए सनस्क्रीन और सनब्लॉक लगाने की सलाह दी जाती है, लेकिन इन दोनों के इस्तेमाल के अलावा भी ऐसे कई स्टेप हैं, जिनकी मदद से आप अपनी स्किन को प्रोटेक्ट कर सकते हैं। मसलन-
- सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक धूप से बचें। इस दौरान यूवी किरणें सबसे तेज होती हैं।
- जब भी आप घर से बाहर निकलें तो सनग्लासेस अवश्य पहनें, यह यूवी प्रकाश को फ़िल्टर करते हैं और आपकी आंखों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
- अपने कपड़ों पर भी ध्यान दें। ऐसे कपड़े पहनें, जो आपकी बॉडी को अधिकतम कवर करते हों, जैसे- पैंट, लंबी बाजू की शर्ट और कैप आदि। इससे धूप की किरणें आपकी स्किन पर सीधी नहीं पड़ती हैं और उनका काफी बचाव होता है।
