Sunscreen Tips: गर्मियों में या किसी भी मौसम में धूप में बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाना कितना आवश्यक होता है यह तो हम सभी अच्छे से जानते हैं। अगर आप अपनी स्किन को यूवीए और यूवीबी जैसी सूर्य की खतरनाक किरणों से बचाना चाहते हैं तो आपको सनस्क्रीन हर तीन से चार घंटे में एप्लाई करते रहना चाहिए। केवल महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों और बच्चों को भी इसका प्रयोग करना चाहिए। अगर आप घर के अंदर भी रहते हैं तो ब्लू लाइट से होने वाले डमेज से बचने के लिए भी सनस्क्रीन का प्रयोग किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसे प्रयोग करना क्यों है इतना ज्यादा जरूरी।
एजिंग के लक्षणों से बचाता है

सनस्क्रीन का प्रयोग करना एजिंग के लक्षणों से बचे रहने के लिए काफी जरूरी होता है। सूर्य की यूवीए किरणें आपकी स्किन को बूढ़ा कर सकती हैं जिससे चेहरे पर झुर्रियां आ सकती हैं। केवल इतना ही नहीं बल्कि स्किन की इलास्टिसिटी भी काफी कम हो सकती है। इससे आपकी स्किन पर फाइन लाइंस, दाग धब्बे आ सकते हैं जो किसी भी महिला को पसंद नहीं होता। इन समस्याओं से बचने के लिए सनस्क्रीन का प्रयोग जरूर करें।
डार्क स्पॉट से पाएं राहत

सनस्क्रीन का प्रयोग करने से आपका हाइपर पिगमेंटेशन का रिस्क कम हो सकता है। हाइपर पिगमेंटेशन का सबसे बड़ा कारण सन एक्सपोजर ही होता है। इससे आपकी स्किन में डार्क स्पॉट बनने लगते हैं। ऐसा मेलेनिन के ओवर प्रोडक्शन के कारण होता है। स्किन पर सन स्पॉट्स भी आ सकते हैं। इस तरह के काले दाग धब्बों से अपनी स्किन को बचाने के लिए रोजाना सनस्क्रीन का प्रयोग जरूर करें।
अपनी इम्यून प्रोटेक्टिंग सेल्स को बचाएं

सूर्य से निकलने वाली यूवी रेडिएशन आपकी इम्यून सिस्टम की प्रोटेक्टिव सेल्स को भी मैसेज पहुंचा सकती हैं। इससे फ्री रेडिकल्स डैमेज होना का रिस्क काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसके कारण स्किन इंफ्लेमेशन होने लगता है। सनस्क्रीन का प्रयोग करने से सूर्य और आपकी स्किन के बीच में एक बैरियर खड़ा हो जाता है जो एक शील्ड का काम करता है। यह आपकी स्किन को और आपकी इम्यून सेल्स को डेमेज होने से बचाने में काफी मदद कर सकता है।
स्किन कैंसर से बचाने में लाभदायक

स्किन कैंसर होने में सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर सूर्य का एक्सपोजर ही होता है। लेकिन अगर आप सनस्क्रीन का रोजाना प्रयोग करते हैं तो आप इतने बड़े रिस्क से भी बच सकते हैं। यूवी रेडिएशन से अपनी स्किन पर होने वाले इतने बड़े नुकसान से बचने के लिए सनस्क्रीन का प्रयोग तो जरूर करें। कोशिश करें की आप जिस सनस्क्रीन का प्रयोग कर रहे हैं वह कम से कम एसपीएफ 30 तो हो।
सन सेंसिटिविटी से बच सकते हैं

अगर आप को लुपस या रसिया जैसी स्किन स्थिति हैं तो संभव है आपको सन सेंसटिविटी भी अवश्य होगी। ऐसी स्थिति में सूर्य की आपकी स्किन पर पड़ने वाली किरणों से आपको काफी ज्यादा इरीटेशन हो सकती है। आप सन बर्न की वजह से ज्यादा डेमेज भी हो सकता है। सनस्क्रीन का प्रयोग करने से आप इस तरह को सेंसटिविटी को मात दे सकते है और अपनी स्किन की सेहत में भी सुधार ला सकती हैं।
सनस्क्रीन का प्रयोग बाहर न निकलते समय भी करना चाहिए। हर किसी का इसे अप्लाई करने का तरीका अलग अलग होता है लेकिन अगर मात्रा की बात करें तो आप को उंगलियों की लाइन तक की सनस्क्रीन लेनी है और उसे अच्छे से अपनी स्किन और गर्दन पर अप्लाई कर लें। अगर मेकअप या किसी अन्य प्रोडक्ट का प्रयोग करना चाहते हैं तो सन स्क्रीन को सबसे अंत में लगाएं।
