Balance is the best pregnancy care
Work smart, rest well—for you and your baby

Summary: थकान नहीं, समझदारी चुनें

गर्भावस्था के दौरान काम और आराम के बीच संतुलन बनाना माँ और बच्चे दोनों की सेहत के लिए बेहद ज़रूरी है। शरीर के संकेत समझकर, सही दिनचर्या, पोषण और भावनात्मक सहयोग से यह संतुलन आसानी से बनाया जा सकता है।

Work and Rest During Pregnancy: गर्भावस्था महिला के जीवन का ख़ास समय है, जिसमें महिला के शरीर और मन दोनों में गहरे और निरंतर बदलाव होते हैं। हार्मोनल परिवर्तन, शारीरिक थकान और भावनात्मक संवेदनशीलता इस समय को पूरी तरह से चुनौतीपूर्ण बना देती है। ऐसे में रोज़मर्रा की ज़िम्मेदारियों को निभाना और साथ-साथ खुद को पूरा आराम देना आसान नहीं होता। ज़रूरत से ज़्यादा काम करने पर शरीर जल्दी थक जाता है, तनाव बढ़ता है और इसका असर माँ व बच्चे दोनों की सेहत पर पड़ सकता है। वहीं, बहुत अधिक आराम करते रहना भी सही नहीं है, क्योंकि इससे सुस्ती, ऊर्जा की कमी और मन में भारीपन महसूस हो सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान

संतुलन बनाए रखना बेहद आवश्यक है।

Rest is not laziness, it’s self-care
Small breaks, big benefits

गर्भावस्था में शरीर लगातार संकेत देता है,थकान, पीठ दर्द, चक्कर या नींद आना। इन संकेतों को नज़रअंदाज़ करना नुकसानदायक हो सकता है। अगर शरीर आराम माँग रहा है, तो ब्रेक लें। याद रखें, हर गर्भावस्था अलग होती है, किसी और से तुलना करने की बजाय अपने शरीर की ज़रूरतों का ध्यान रखें।

इस समय सब कुछ खुद से करने वाली मानसिकता छोड़ना ज़रूरी है। घर और ऑफिस दोनों जगह अपने कामों की एक लिस्ट बनाएँ और तय करें कि कौन-सा काम ज़रूरी है और कौन-सा टाला जा सकता है। गैर-ज़रूरी कामों को बाद के लिए छोड़ दें या दूसरों से मदद लें। प्राथमिकताएँ तय करने से मानसिक दबाव कम होता है।

लगातार बैठकर या खड़े होकर काम करना थकान और सूजन की समस्या को को बढ़ावा देता है। हर 50–60 मिनट में 10–12 मिनट का ब्रेक लें। इस दौरान हल्की स्ट्रेचिंग करें, पानी पिएँ या आँखें बंद कर के कुछ देर गहरी साँसें लें। ये छोटे ब्रेक आपके काम की गुणवत्ता और लगन दोनों को बेहतर बनाते हैं।

आराम सिर्फ रात की नींद तक सीमित नहीं होना चाहिए। दिन में 30–40 मिनट का पावर नैप या शांत मन से किया गया आराम शरीर को रीचार्ज करता है। बाईं करवट लेटकर आराम करना ब्लड फ्लो के लिए फायदेमंद होता है। आराम को लक्ज़री नहीं, बल्कि ज़रूरत समझें, यह आपके और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक है।

Sip by sip, nurturing two lives
Hydration today, healthier baby tomorrow

संतुलन बनाए रखने में सही खानपान की बड़ी भूमिका होती है। प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और फाइबर से भरपूर भोजन ऊर्जा देता है और थकान को कम करता है। दिनभर भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें ताकि डिहाइड्रेशन से होने वाली सुस्ती और सिरदर्द से बचा जा सके। हल्के भोजन या कुछ समय के अंतराल से पोषणयुक्त आहार लेते रहने से भी ऊर्जा बानी रहती है।

पूरी तरह आराम करते रहना भी सही नहीं है। डॉक्टर की सलाह से हल्की वॉक, प्रेग्नेंसी योग या स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है, नींद अच्छी आती है और तनाव कम होता है। नियमित लेकिन हल्की गतिविधि काम और आराम के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करती है।

गर्भावस्था में भावनात्मक उतार-चढ़ाव सामान्य हैं। अपने साथी, परिवार या सहकर्मियों से खुलकर बात करें। ज़रूरत पड़े तो काम के घंटे कम करने या वर्क-फ्रॉम-होम जैसे विकल्पों पर चर्चा करें। सहयोग मिलने से आप बिना परेशान हुए आराम कर पाती हैं और काम भी बेहतर ढंग से कर पाती हैं।

उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाली तरूणा ने 2020 में यूट्यूब चैनल के ज़रिए अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इंडिया टीवी के लिए आर्टिकल्स लिखे और नीलेश मिश्रा की वेबसाइट पर कहानियाँ प्रकाशित हुईं। वर्तमान में देश की अग्रणी महिला पत्रिका...