Greasy and Oil Hair Remedy: खराब बालों वाले दिन का अनुभव हम सभी को कभी न कभी होता ही है। लेकिन तैलीय बालों वाले लोगों के लिए यह रोजाना का संघर्ष है। तैलीय बाल एक आम समस्या है, जिसका सामना कई लोग करते हैं, और यह कई बार काफी निराशाजनक हो सकता है। तैलीय बालों से छुटकारा पाने के उपाय ढूंढने से पहले यह जरूरी है कि तैलीय बालों के अंतर्निहित कारणों को समझें। उसके बाद ही तैलीय बालों से छुटकारा पाने के उपायों को समझने में आसानी रहेगी। आज इस लेख में हम उन विभिन्न कारणों पर ध्यान देंगे, जो तैलीय बालों में योगदान करते हैं। इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे कि हम तैलीय बालों से किस तरह छुटकारा पा सकते हैं।
तैलीय बालों का कारण

एक बार हमें तैलीय बालों का कारण पता चल जाता है, तो इससे छुटकारा पाने के तरीके ढूंढने में आसानी हो जाएगी। आइए जानते हैं तैलीय बालों के पीछे छिपे कारणों के बारे में।
अति सक्रिय सीबेसियस ग्लैन्ड्स
तैलीय बालों के प्राथमिक कारणों में से एक सीबेसियस ग्लैन्ड्स का जरूरत से ज्यादा सक्रिय होना है। बालों के रोम की तलहटी में स्थित ये छोटी ग्रंथियां सीबम का उत्पादन करती हैं। यह एक प्राकृतिक तेल है, जो बालों और स्कैल्प दोनों को मॉइस्चराइज और सुरक्षित करता है। हालांकि, जब ये ग्लैन्ड्स अधिक मात्रा में सीबम का उत्पादन करती हैं, तो इससे बाल तैलीय हो जाते हैं। हार्मोनल असंतुलन, अनुवांशिक कारक, या यहां तक कि कुछ दवाइयों का सेवन सीबम के अधिक उत्पादन को ट्रिगर कर सकती हैं, तेल की बालों की स्थिति को बढ़ा सकती हैं।
हार्मोनल परिवर्तन
सीबम उत्पादन को रेगुलेट करने में हार्मोनल परिवर्तन अहम भूमिका निभाते हैं। प्यूबर्टी के दौरान, हार्मोनल उतार चढ़ाव अक्सर सीबम उत्पादन में वृद्धि करते हैं, जिससे कई किशोरों के बाल तैलीय हो जाते हैं। इसी तरह, गर्भावस्था, मासिक धर्म या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल परिवर्तन भी सीबेसियस ग्लैन्ड्स को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे बाल अधिक तैलीय हो जाते हैं। इन हार्मोनल बदलावों को समझने से लोगों को जीवन के अलग अलग चरणों के दौरान तैलीय बालों को मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
बालों की देखभाल में कमी
जिस तरह से हम अपने बालों की देखभाल करते हैं, वह इसके तैलीयपन को बढ़ा सकता है। बालों को अधिक धोने से इसका प्राकृतिक तेल छिन सकता है, सीबेसियस ग्लैन्ड्स को अधिक सीबम का उत्पादन करके क्षतिपूर्ति करने के लिए प्रेरित करता है, जिसके परिणामस्वरूप बाल चिकने हो जाते हैं। दूसरी ओर, बार बार धोने से स्कैल्प पर गंदगी, पसीना और तेल जमा हो सकता है, जिससे बाल तैलीय दिखने लगते हैं। कठोर शैंपू या कंडीशनर का उपयोग करना भी सीबम के अधिक उत्पादन को भी ट्रिगर कर सकता है और ये बालों की नमी को भी कम कर देते हैं।
पर्यावरणीय कारक

पर्यावरणीय कारक हमारे बालों के स्वास्थ्य पर अहम प्रभाव डाल सकते हैं। बहुत अधिक गर्म और उमस भरे मौसम के संपर्क में आने से सिर की त्वचा से अत्यधिक पसीना निकल सकता है, जिससे बाल अधिक तैलीय हो सकते हैं। हवा में मौजूद प्रदूषण और धूल के कण स्कैल्प पर जमा हो सकते हैं, बालों के रोम छिद्रों को बंद कर सकते हैं और सीबम उत्पादन में बढ़ोत्तरी ला सकते हैं। इसके अलावा, अत्धिक हीट स्टाइलिंग, जैसे कि ब्लो-ड्राई या स्ट्रेटनर का उपयोग करने से भी बालों को बचाने और मॉइस्चराइज करने की कोशिश में स्कैल्प अधिक तेल का उत्पादन कर सकता है।
डाइट और पोषण
आवश्यक पोषक तत्वों की कमी वाली खराब डाइट तैलीय बालों में योगदान कर सकती है। अधिक मात्रा में तले हुए और चिकने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से स्कैल्प सहित हमारे शरीर में तेल संतुलन प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, विटामिन और खनिजों के कम सेवन, खास करके विटामिन बी और जिंक, सीबेसियस ग्लैन्ड्स के सामान्य काम करने के तरीके को बाधित कर सकता है, जिससे सीबम उत्पादन और तैलीय बाल दोनों बढ़ सकते हैं।
तैलीय बालों से कैसे पाएं छुटकारा
तैलीय बालों से निपटने के लिए बाजार में कई प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, लेकिन वे उल्टा असर भी डाल सकते हैं। ऐसे में बेहतर तो यह होगा कि हम प्राकृतिक उपचार की ओर नजर डालें। आइए जानते हैं उन तरीकों के बारे में, जिनसे हमें तैलीय बालों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
एप्पल साइडर विनेगर

एप्पल साइडर विनेगर अपने साफ करने गुणों और स्कैल्पके पीएच स्तर को संतुलित करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। तैलीय बालों के लिए एप्पल साइडर विनेगर का उपयोग करने के लिए, एक स्प्रे बोतल में एप्पल साइडर विनेगर और पानी की बराबर मात्रा मिलाएं। शैम्पू करने के बाद इस मिश्रण को अपने स्कैल्प पर स्प्रे करें, फिर मालिश करें और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद पानी से अच्छी तरह धो लें। एप्पल साइडर विनेगर अतिरिक्त तेल और प्रोडक्ट बिल्ड अप को हटाने में मदद करता है, जिससे आपके बाल साफ और चमकदार बनते हैं।
नींबू का रस
नींबू के रस में एस्ट्रिनजेन्ट पाया जाता है, जो तैलीय बालों से निपटने में मदद कर सकता है। इसके एसिडिक गुण तेल को हटाने और स्कैल्प पर संतुलित पीएच स्तर बनाए रखने में मदद करते हैं। एक ताजे नींबू का रस निचोड़ें और इसमें पानी मिला लें। शैंपू करने के बाद नींबू के रस वाले इस मिश्रण को अपने स्कैल्प और बालों में लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। अच्छी तरह से धोने से पहले इसे कुछ मिनटों के लिए बालों पर लगा रहने दें। सावधान रहें कि नींबू के रस का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह आपके बालों को रूखा बना सकता है।
एलोवेरा

एलोवेरा को मॉइस्चराइजिंग गुणों के लिए जाना जाता है, लेकिन यह स्कैल्प पर तेल उत्पादन को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है। एलोवेरा की पत्ती से जेल निकालें और इसे सीधे अपने स्कैल्प पर लगाएं। इससे मालिश करें और करीब 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। अपने बालों को पानी से अच्छी तरह धो लें। एलो वेरा आपके बालों को पोषण प्रदान करते हुए अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद करता है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में एंटी माइक्रोबियल और एस्ट्रिनजेन्ट गुण होते हैं, जो तेलीयता को नियंत्रित करने और स्कैल्प को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। अपने नियमित शैम्पू में टी ट्री ऑइल की कुछ बूंद डालें और अच्छी तरह मिलाएं। अपने बालों को धोने के लिए इस मिश्रण का प्रयोग करें। टी ट्री ऑयल अतिरिक्त तेल को हटाने और बालों के रोम छिद्रों को खोलने में मदद करता है, जिससे हेल्दी स्कैल्प और बालों को बढ़ावा मिलता है।
ड्राई शैंपू

जब आपके पास समय की कमी हो तो तैलीय बालों से निपटने के लिए ड्राई शैम्पू एक प्रभावी उपाय है। यह अतिरिक्त तेल को सोख लेता है और आपके बालों में वॉल्यूम जोड़ता है, जिससे आपको जल्दी जल्दी शैंपू करने की जरूरत नहीं पड़ती है। कॉर्न स्टार्च या चावल के पाउडर जैसे नैचुरल इंग्रएडिएंट वाले ड्राई शैंपू को लगाना सही रहता है। ड्राई शैंपू को अपने बालों की जड़ों में लगाएं, मालिश करें और रेज़िडू को ब्रश करके हटा दें। ड्राई शैंपू आपके बालों को ताजा करने और तेल को सोखने का एक फटाफट तरीका है।
विच हेज़ल
विच हेज़ल एक नैचुरल एस्ट्रिनजेन्ट है, जो अतिरिक्त तेल को हटाने और स्कैल्प को संतुलित करने में मदद करता है। एक स्प्रे बोतल में विच हेज़ल और पानी की बराबर मात्रा मिलाएं। शैंपू करने के बाद इस मिश्रण को अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं। धीरे से मालिश करें और अच्छी तरह से धोने से पहले इसे कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। विच हेज़ल तेल उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और आपके बालों को तरोताजा महसूस करवा सकता है।
बेकिंग सोडा

बेकिंग सोडा एक जेन्टल एक्सफोलिएंट के रूप में काम करता है, जो स्कैल्प से अतिरिक्त तेल, गंदगी और प्रोडक्ट बिल्ड अप को हटाने में मदद करता है। एक चम्मच बेकिंग सोडा में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। पेस्ट को अपने स्कैल्प पर लगाएं, इससे कुछ मिनट के लिए सर्कुलर मोशन में मालिश करें। अपने बालों को पानी से अच्छी तरह धो लें। बेकिंग सोडा आपके स्कैल्प को साफ करने, तैलीयपन को कम करने और एक स्वस्थ स्कैल्प को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
रोज़मेरी इंफ्यूजन
रोज़मेरी का उपयोग सदियों से बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और चिकनाई से लड़ने के लिए किया जाता रहा है। पानी में ताजी रोज़मेरी की पत्तियों को उबालकर पेस्ट तैयार करें। मिश्रण को ठंडा होने दें, फिर पत्तों को छान लें। शैंपू करने के बाद, जड़ों और स्कैल्प पर ध्यान देते हुए, अपने बालों पर रोज़मेरी इंफ्यूजन डालें। धीरे से मालिश करें और अच्छी तरह से धोने से पहले 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें। रोज़मेरी इंफ्यूजन तेल उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करने के साथ आपके बालों को नया दिखने में मदद कर सकता है।
अंडे का सफेद वाला हिस्सा

तैलीय बालों के लिए अंडे की सफेदी एक बेहतरीन प्राकृतिक उपचार है। ये आपके बालों को पोषण देने के लिए आवश्यक प्रोटीन प्रदान करते हुए अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद करते हैं। अंडे की सफेदी को जर्दी से अलग करें और झाग आने तक फेंटें। अंडे की सफेदी को अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं और धीरे से मालिश करें। मिश्रण को गुनगुने पानी से अच्छी तरह धोने से पहले लगभग 15 मिनट के लिए छोड़ दें। अंडे की सफेदी बालों से तेल को कम करने और आपके बालों में वॉल्यूम ऐड करने में मदद कर सकती है।
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल न केवल अच्छी सुगंध वाला है बल्कि इसमें ऐसे गुण भी हैं जो तेल उत्पादन को नियंत्रित करने और हेल्दी स्कैल्प में मदद कर सकते हैं। जोजोबा या नारियल के तेल जैसे कैरियर ऑयल में लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंद डालें। इस मिश्रण को अपने स्कैल्प पर मसाज करें और 20-30 मिनट के लिए छोड़ दें। अपने बालों को अच्छी तरह से धो लें। लैवेंडर एसेंशियल ऑयल सीबम उत्पादन को संतुलित करने में मदद करने के साथ आपके बालों को सुखद महक देता है।
FAQ | क्या आप जानते हैं
गर्भवती महिला पर इसका प्रभाव हल्का सा ज्यादा देखने को मिल सकता है। अगर आपको इसका सेवन करने के बाद कोई साइड इफेक्ट नजर आता है तो इसे लेना तुरंत बंद कर दें। इसके अलावा आपको इसका सेवन करने से पहले ही डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए।
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं पर भी इसका प्रभाव मीडियम रहता है। हो सकता है आपको कुछ साइड इफेक्ट देखने को भी मिल जाए इसलिए ऐसा करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
जी नहीं, अक्सर यह सलाह दी जाती है की इस दवाई का सेवन करने के बाद आपको ड्राइविंग जैसा जिम्मेदारी भरा काम नहीं करना चाहिए या फिर इसका सेवन करने के कुछ घंटों बाद ड्राइविंग करनी चाहिए।
नहीं, निकोटेक्स एकदम स्वस्थ ऑप्शन है और इसका सेवन करने के बाद आपकी खाने पीने की आदतें बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होती हैं।
निकोटेक्स एक निकोटीन गोली है, जो धीमे धीमे निकोटीन विकसित करती है, जो धुआंदार उत्पादों को छोड़ने में मदद कर सकता है।
