Fake Eyelashes Effects: एक समय थ जब सिर्फ दुल्हन को फेक आईलैशेज लगाई जाती थीं लेकिन आज के समय में 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं शादी और पार्टी में नकली आईलैशेज लगाने लगी हैं। नकली आईलैशेज लगाने के बाद आंखों की खूबसूरती तो बढ़ जाती है लेकिन क्या आप जानती हैं कि इसके अलग नुकसान हैं। आइए आज इस आर्टिकल में जानते हैं कि नकली आईलैशेज लगाने के क्या नुकसान हैं।
फेक आईलैशेज का अट्रैक्शन और खतरा

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि फेक आईलैशेज ड्रामैटिक रूप से किसी के लुक को भी बेहतर बना सकती हैं। चाहे इन्हें रोज चिपकाया जाए या प्रोफेशनल तरीके से सेमी परमानेंट एक्सटेंशन के रूप में लगाया जाए, इसकी पॉपुलैरिटी का लेवल ही अलग है। सच तो यह है कि हमारी आंखें बेहद संवेदनशील अंग हैं। यही वजह है कि हम जो कुछ भी आंखों के पास रखते हैं, वह आंखों को प्रभावित करती हैं। और जब आर्टिफ़िशियल चीजें आंखों के पास होंगी, तो उससे समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
आपकी आंखों की हेल्थ इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस तरह से इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं। मटीरियल की क्वालिटी और आपकी अपनी संवेदनशीलता का लेवल भी महत्व रखता है। हालांकि, यह स्वाभाविक रूप से खतरनाक नहीं है, लेकिन सही केयर न होने पर नकली आईलैशेज कई तरह से आंखों के नुकसान का कारण बन सकती हैं।
नकली आईलैशेज के साइड इफ़ेक्ट्स

नकली आईलैशेज में इस्तेमाल किया गया फॉर्मेल्डिहाइड आंखों की हेल्थ के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं, इसलिए इससे परहेज करना चाहिए। नकली आईलैशेज का लगातार इस्तेमाल व्यक्ति को नेत्रहीन भी बना सकता है। आइए जानते हैं कि नकली आईलैशेज के क्या सीड इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं।
आंखों में जलन और एलर्जिक रीएक्शन
नकली आईलैशेज के सबसे आम शिकायतों में से प्रमुख जलन है। नकली आईलैशेज को अटैच करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चिपकने वाले पदार्थ में अक्सर फॉर्मेल्डिहाइड जैसे केमिकल पाए जाते हैं, जो एलर्जी रीएक्शन को ट्रिगर कर सकते हैं। लालिमा, खुजली और सूजन इस बात का संकेत हैं कि आपकी आंखों को यह सूट नहीं कर रहा है।
इन्फेक्शन
हाइजीन हमेशा जरूरी होता है। आंखों और नकली आईलैशेज के मामले में गंदे टूल्स का इस्तेमाल करना या इसे लगाने से पहले अपने हाथ न धोना, बैक्टीरिया या फंगल इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। चूंकि आईलैशेज आंखों के बहुत करीब होती हैं, इसलिए मामूली कॉन्टैमिनैशन भी समस्या बन सकता है।
नैचुरल आईलैशेज को नुकसान
नकली आईलैशेज को बार बार लगाने से, खासकर जब उन्हें जोर से खींचा जाता है, तो आपकी नैचुरल आईलैशेज कमजोर या डैमेज हो सकती हैं। बालों के फॉलिकल को लगातार खींचने या चिपकने वाले केमिकल के संपर्क में आने से आईलैशेज का झड़ना भी हो सकता है। इसे ट्रैक्शन एलोपेसिया के रूप में जाना जाता है।
ड्राई आइज़
आप मानें या न मानें, बहुत लंबी या घनी नकली आईलैशेज आपकी आंखों के ऊपर हवा के फ़्लो को बदल सकती हैं, जिससे आंसुओं का वाष्पीकरण बढ़ सकता है। इस वजह से आपकी आंखें ड्राई हो सकती हैं।
कॉर्नियल चोटें
गलत तरीके से लगाई गई आईलैशेज या चिपकने वाला केमिकल आपकी आंख के सरफेस में चोट लगा सकता है। मामूली खरोंच अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन गहरी खरोंच के लिए डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है। यह आपकी दृष्टि पर लंबा प्रभाव छोड़ सकता है।
क्या कोई सुरक्षित विकल्प हैं?

अगर आपको नकली आईलैशेज वाला लुक पसंद है लेकिन आप अपनी आंखों की हेल्थ को लेकर चिंतित हैं, तो निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना जरूरी है।
हाइपोएलर्जेनिक ग्लू का इस्तेमाल करें। इनमें कठोर केमिकल्स होने की आशंका कम होती है।
नकली आईलैशेज को रोजाना लगाने की जगह खास मौकों के लिए बचाकर रखें।
हमेशा साफ हाथ और सैनिटाइज किए गए टूल्स की मदद से ही नकली आईलैशेज लगाएं।
यदि आप लैश एक्सटेंशन चुन रही हैं, तो किसी प्रोफेशनल, लाइसेंस प्राप्त, अनुभवी टेक्नीशियन से मिलें और उससे नकली आईलैशेज संबंधित हर तरह की टिप्स और मदद लें।
