Kajal and eyeliner side effects
Kajal and eyeliner side effects

Overview:काजल-लाइनर की रोज़ की आदत बन रही है खतरा-जानें आँखों पर इसके छिपे असर

रोज़ाना काजल और लाइनर लगाने से आँखों को नुकसान हो सकता है। इनमें मौजूद कैमिकल्स और पुराने प्रोडक्ट्स में जमा बैक्टीरिया आँखों में जलन, लालपन, सूखापन और संक्रमण का कारण बन सकते हैं। साथ ही, सस्ते काजल में मौजूद सीसा (lead) आँखों की रोशनी पर असर डाल सकता है। इसलिए साफ-सफाई, अच्छा ब्रांड और सही इस्तेमाल बहुत ज़रूरी है ताकि खूबसूरती के साथ सेहत भी बनी रहे

Kajal and Eyeliner Effects: ज्यादातर लड़कियाँ और महिलाएँ घर से निकलने से पहले काजल और लाइनर ज़रूर लगाती हैं। इससे चेहरा निखर जाता है और आँखें और भी खूबसूरत लगती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोज़-रोज़ काजल और लाइनर लगाने से आपकी आँखों को नुकसान भी हो सकता है?

कई बार हम बिना सोचे-समझे सालों-साल एक ही काजल या लाइनर इस्तेमाल करते रहते हैं। लेकिन इन प्रोडक्ट्स में मौजूद कैमिकल्स और पुराने ब्रश-पेंसिल में जमा बैक्टीरिया आपकी आँखों को खराब कर सकते हैं। इससे आँखों में जलन, खुजली, रेडनेस या ड्राइनेस जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

अगर आप चाहती हैं कि आपकी आँखें हमेशा हेल्दी और खूबसूरत रहें, तो काजल और लाइनर इस्तेमाल करते वक्त कुछ बातों का ध्यान ज़रूर रखें। आज हम बताएँगे कि रोज़ इनका इस्तेमाल करने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं और आँखों को कैसे बचाया जा सकता है।

रोज़ काजल-लाइनर लगाने से आँखों में जलन

Know how your everyday eyeliner routine could be risking your eye health
Applying kajal daily may enhance beauty but can silently harm your eyes over time.

काजल या लाइनर में कई तरह के कैमिकल्स, ऑयल्स और पिगमेंट्स होते हैं। जब हम इन्हें रोज़ लगाते हैं, तो ये हमारी पलकों और आँखों के किनारों पर जम जाते हैं। इससे कई बार आँखों में जलन, खुजली या लालपन हो जाता है। अगर प्रोडक्ट पुराना है या ठीक से बंद नहीं रखा गया, तो उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो आँखों को नुकसान पहुँचाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि हमेशा ताज़ा और साफ काजल-लाइनर ही इस्तेमाल करें और रात में सोने से पहले इसे अच्छी तरह धोकर हटा दें।

आँखों के अंदर लाइनर लगाना नुकसानदायक

कई महिलाएँ अपनी वॉटरलाइन यानी आँखों के अंदर की पतली लाइन पर लाइनर लगाती हैं। इससे आँखें और बड़ी व खूबसूरत दिखती हैं, लेकिन ये आदत आपकी आँखों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। अंदर की लाइन पर लाइनर लगाने से आँखों की ग्रंथियाँ बंद हो सकती हैं, जिससे आँखें सूखी या चिपचिपी महसूस होती हैं। साथ ही, लाइनर के छोटे-छोटे कण आँख के अंदर चले जाते हैं, जो जलन या इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। बेहतर है कि लाइनर हमेशा बाहरी किनारे पर ही लगाएँ।

काजल में मौजूद सीसा और कैमिकल्स का खतरा

बाज़ार में मिलने वाले कुछ काजल और सुरमा में सीसा (lead) और दूसरे हानिकारक तत्व पाए जाते हैं। ये धीरे-धीरे शरीर में जमा होकर कई समस्याएँ पैदा कर सकते हैं जैसे सिरदर्द, थकान, या यहाँ तक कि आँखों की रोशनी पर असर। इसलिए सस्ते और बिना नाम वाले प्रोडक्ट्स से बचें। हमेशा किसी भरोसेमंद ब्रांड का काजल खरीदें और पैकिंग पर लिखे इंग्रीडिएंट्स ज़रूर पढ़ें। इससे आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख पाएँगी।

पुराने ब्रश और पेंसिल में पनपते हैं बैक्टीरिया

अगर आप महीनों तक एक ही काजल या लाइनर पेंसिल का इस्तेमाल करती हैं, तो उसमें गंदगी और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। ये बैक्टीरिया आँखों में जाकर इन्फेक्शन कर सकते हैं, जिससे आँखें लाल हो सकती हैं या सूजन आ सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि हर तीन-चार महीने में अपने काजल या लाइनर को बदलें। इस्तेमाल करने से पहले ब्रश और पेंसिल को साफ रखें और किसी और के साथ शेयर न करें।

कैसे रखें आँखों की खूबसूरती और सेहत दोनों बरकरार

अगर आप चाहती हैं कि आपकी आँखें हमेशा खूबसूरत भी रहें और सुरक्षित भी, तो कुछ आसान बातों का ध्यान रखें —

  • हमेशा अच्छी क्वालिटी और भरोसेमंद ब्रांड का काजल या लाइनर इस्तेमाल करें।
  • कभी भी किसी का आई-मेकअप शेयर न करें।
  • रात में मेकअप हटाकर ही सोएँ।
  • पुराना प्रोडक्ट तुरंत बदलें।
  • अगर आँखों में जलन, खुजली या धुंधलापन लगे तो तुरंत डॉक्टर से दिखाएँ।

इन छोटी-छोटी बातों से आप अपनी आँखों की खूबसूरती को बरकरार रखते हुए उन्हें सेफ भी रख सकती हैं।

मेरा नाम वामिका है, और मैं पिछले पाँच वर्षों से हिंदी डिजिटल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर सक्रिय हूं। विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य, रिश्तों की जटिलताएं, बच्चों की परवरिश, और सामाजिक बदलाव जैसे विषयों पर लेखन का अनुभव है। मेरी लेखनी...