ऊपर वाले कमरे से जोर की आवाज़ आ रही थी। आज फिर से ओजस्वी ने अपने पापा को कहते सुना, ” एक मामूली हाउसवाइफ हो तुम. तुम्हे क्या पता कि कामकाजी इंसान के ज़िन्दगी में कितनी व्यस्तता होती है. तुम्हे तो दिनभर खा कर घर मे ही पड़े रहना होता है। तुम क्या जानो पैसे कमाने में कितनी मेहनत करनी होती है”. माँ हमेशा की तरह चुप थी और ओजस्वी हतप्रभ।
Author Archives: Suraj Tiwari
आते-जाते यायावर – गृहलक्ष्मी कहानियां
कभी सोचा भी नहीं था महज़ मज़ाक में कही हुई बात ऐसा मोड़ ले लेगी। मोड़, और इस शब्द पर मुझे खुद ही हँसी आने लगी। मेरी जिंदगी में अब न कोई उतार-चढ़ाव आएगा, न मोड़। वह ऐसे ही रहेगी; सीधी, सहज और सपाट।
क्षय – गृहलक्ष्मी कहानियां
सावित्री के यहाँ से लौटी तो कुंती यों ही बहुत थका हुई महसूस कर रही थी। उस पर टुन्नी के पत्र ने उसके मन को और भी बुरी तरह मथ दिया। पापा को भी दो बार खाँसी का दौरा उठ चुका था। वह जानती थी कि वे बोलेंगे कुछ नहीं, पर उनका मन कर रहा होगा कि टुन्नी को वापस बुला लें। रात में लेटी तो फिर उसी पत्र को खोलकर पढ़ने लगी।
दरार भरने की दरार – गृहलक्ष्मी कहानियां
मैंने घर में सबको मना कर दिया था कि जब श्रुति दी आएँ तो उस समय कमरे में कोई नहीं आएगा। छोटे भाई-बहनों को इस बात की कतई तमीज़ नहीं है। कोई भी मेरे पास आएगा, तो आनेवाले के आस-पास वे इस प्रकार मँडराएँगे, गोया वह उन लोगों से ही मिलने आया हो।
श्मशान- गृहलक्ष्मी कहानियां
तीन वर्ष बीत गए। इन तीन वर्षों में दोनों एक-दूसरे के कितने निकट आ गए थे, इस बात का अहसास ही उन्हें उस दिन हुआ, जब ललित के विदेश जाने की बात निश्चित हो गई। बड़े जोश के साथ सारा घर तैयारी में जुट गया।
Detox: बॉडी को यूं करें सानी से डिटॉआक्स
आजकल फिटनेस को लेकर सभी सजग रहते हैं। खासकर वेट लॉस को लेकर। वेट लॉस के लिए हम क्या कुछ नहीं करते। इस बार फिट एंड ट्रिम में हम लेकर आएं हैं दो बहुत इज़ी डिटॉक्स रेसिपी।
गोलमाल – गृहलक्ष्मी लघुकथा
जनगणना करने वाले अधिकारी एक बस्ती में पहुंचते ही अपनी नाक-भौं सिकोड़ने लगे। तभी उनमें से एक अपने सहकर्मी से बोला- ‘सर, यहां तो अभी से ही सांस लेना दुर्लभ हो रहा है, इस बदबूदार बस्ती के अन्दर तक जाकर आगे का काम कैसे कर पाएगें?’ हथेली की जीवन रेखा पर तम्बाकू रगड़ रहे दूसरे […]
क्यों मनाया जाता है पर्यावरण दिवस?
विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस अभियान की शुरुआत लोगों के बीच में पर्यावरण के मुद्दों के बारे में वैश्विक जागरुकता लाने के साथ ही पर्यावरण के लिए सकारात्मक कदम लेने के लिए की गई है। इसका संचालन संयुक्त राष्ट्रीय पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा किया जाता है। इसका वार्षिक कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्रीय के द्वारा घोषित की गई विशेष थीम या विषय पर आधारित होता है।
त्राटक से पाएं एकाग्रता में लाभ
त्राटक ध्यान के अभ्यास की साधना है, जिसमें किसी वस्तु पर ध्यान को केन्द्रित किया जाता है या एक टक किसी वस्तु पर दृष्टि केन्द्रित कर मन को एकाग्र करना ‘त्राटक’ कहलाता है। त्राटक को हठयोग का ही एक अंग माना गया है। इसके अभ्यास से व्यक्ति की एकाग्रता में वृद्धि होती है और व्यक्ति में सम्मोहन शक्ति का जागरण होता है।
एंजाइना-सीने में उठने वाला दर्द
दिल से संबंधित कोई भी बीमारी अचानक नहीं होती बल्कि कई तरीकों से आपका दिल आपको इशारा करता है कि अब आपको अपने दिल का खास ध्यान रखने की जरूरत है। दिल की बिमारियों से जुड़ा एक ऐसा ही इशारा है एंजाइना का दर्द। क्या है एंजाइना तथा क्या संबंध है इसका दिल की बिमारियों से? विस्तार से पढ़ें इस लेख में।
