गौतम बुद्ध यात्र पर थे। रास्ते में उनसे लोग मिलते। कुछ उनके दर्शन करके संतुष्ट हो जाते तो कुछ अपनी समस्याएं रखते थे। बुद्ध सबकी परेशानियों का समाधान करते थे। एक दिन एक व्यक्ति ने कहा- मैं एक विचित्र तरह के द्वंद्व से गुजर रहा हूँ। मैं लोगों को प्यार तो करता हूँ पर मुझे […]
Author Archives: डॉ. राजेन्द्र पटोरिया
श्रम का महत्व – अनमोल प्रेरक प्रसंग
राजा कुंवर सिंह बड़े अमीर थे। उन्हें किसी चीज की कमी नहीं थी। लेकिन उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं था। बीमारी के मारे वे सदा परेशान रहते थे। कई वैद्यों ने उनका इलाज किया, लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। राजा की बीमारी बढ़ती गई। सारे नगर में यह बात फैल गई। तब एक बूढ़े ने राजा […]
जीवन अमूल्य है – अनमोल प्रेरक प्रसंग
मंच पर एक बुद्धिमान व्यक्ति ने 1000 रुपये का नोट हाथ में लेकर पूछा, “यह नोट किसे चाहिए?” हाथ ऊपर उठने लगे। वह बोला, “मैं आपमें से किसी एक को यह नोट दूँगा, लेकिन पहले मैं यह कर लूं।” यह कह कर उसने नोट को अच्छी तरह से मरोड़ दिया। फिर उसने पूछा, “अब यह […]
भक्ति के मायने – अनमोल प्रेरक प्रसंग
महाराष्ट्र के संत एकनाथ की प्रभु निष्ठा अनुकरणीय थी। उनके अनेक शिष्य थे, जिन्होंने उनसे दीक्षा लेकर स्वयं को ईश्वर के प्रति समर्पित किया था। संत एकनाथ उन्हीं लोगों को दीक्षा देते थे, जो हर प्रकार से अपने पारिवारिक दायित्वों को पूर्ण कर चुके हों अथवा जिन्होंने सांसारिक बंधनों को स्वीकार ही नहीं किया था। […]
स्वार्थ – अनमोल प्रेरक प्रसंग
बहुत पहले की बात है, एक गाँव में एक संत रहा करते थे। उनके बारे में सब लोग यही मानते थे कि वह अत्यंत विद्वान तथा त्यागी तपस्वी थे। वह सुबह उठते तो नहा-धोकर तपस्या करने बैठ जाते। शाम होती तो भगवान की उपासना होती। लगभग हमेशा ही वह साधना में लीन रहते। सो दुनियादारी […]
वास्तविकता – अनमोल प्रेरक प्रसंग
एक संत प्रातःकाल भ्रमण हेतु समुद्र के तट पर पहुँचे। समुद्र तट पर उन्होंने एक पुरुष को देखा जो एक स्त्री की गोद में सिर रख कर सोया हुआ था। पास में शराब की खाली बोतल पड़ी हुई थी। संत बहुत दुःखी हुए। उन्होंने सोचा कि ये मनुष्य कितना तामसिक और विलासी है, जो प्रातःकाल […]
दीन धर्म – अनमोल प्रेरक प्रसंग
मिट्टी के तेल का डिब्बा, माचिस और त्रिशूल लेकर नफरत और गुस्से से लगभग कांपता हुआ दूसरे धर्म वालों को सबक सिखाने के लिए ज्यों ही वह अपने घर से निकला, उसने देखा सामने से एक आदमी उसके आठ वर्षीय लड़के को उठाकर लिए आ रहा है। लड़के की टांग पर पट्टियां बंधी हुई थीं। […]
माँ-बाप का स्थान सर्वाेच है – अनमोल प्रेरक प्रसंग
अपने इकलौते बेटे को पालने के लिए पति-पत्नी ने अनेक कष्ट सहे। कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते अपनी जरूरतों का गला घोंटते रहे, लेकिन बेटे की हर जरूरत को सही ढंग से पूरा किया। केवल भौतिक सुख-सुविधाएं ही नहीं दीं, बल्कि उसे नेक और आदर्श संस्कार भी दिए। उन्हें विश्वास था बेटा बड़ा होकर उनके […]
आचरण की शुद्धता – अनमोल प्रेरक प्रसंग
पुराने समय में ईरान में एक न्यायप्रिय बादशाह हुआ था उसका नाम नौशेरखां था। इंसाफ पसंदगी और आचरण की शुद्धता के लिए वह प्रसिद्ध था। एक बार की बात है, वह जंगल में शिकार खेलने के लिए निकला। रात होने को थी अतः वहीं पड़ाव डालना पड़ा। भोजन की तैयारी होने लगी। रसोइये ने देखा […]
पुरस्कार – अनमोल प्रेरक प्रसंग
एक बार एक शेर अपने शिकार किए हुए हिरन को खा रहा था, तभी उसके गले में एक बड़ी सी हड्डी फंस गई। वह दर्द से बहुत परेशान हो गया। उसने अपने पास खड़े लोमड़ से कहा कि वह जल्दी ही कुछ करे। लोमड़ भागकर जंगल की झील पर पहुँचा और वहाँ मौजूद एक सारस […]
