इस संसार में ऐसे लोगों की संख्या कम नहीं है जो भाग्य पर भरोसा करते हैं। भाग्य के ऊपर निर्भर रहने वाले सोचते हैं कि भाग्य में जो लिखा है वही होगा। एक राजा था जो हर बात के लिए अपने ज्योतिषी की सलाह लिया करता था। इसका परिणाम यह हुआ संपूर्ण राज्य में अराजकता […]
Author Archives: डॉ. राजेन्द्र पटोरिया
नियत बुरी-गच्चा खा गए – इंद्रधनुषी प्रेरक प्रसंग
एक किसान के खेत में लगे एक पेड़ पर एक कोयल रहती थी। जब भी वह गाने लगती, किसान को बहुत अच्छा लगता। एक दिन उसने कोयल को पकड़ लिया और बोला कि अब तुम मेरे कब्जे में हो, अब जब भी मेरा मन करेगा, मैं तुम्हारा गाना सुन सकूंगा। इस पर कोयल ने कहा […]
त्याग में ही रस – इंद्रधनुषी प्रेरक प्रसंग
कल्हण कश्मीर के बड़े विद्वान थे। उन्होंने कई टीकाएं लिखीं और कश्मीर का इतिहास भी। उनका जीवन एक साधक जैसा सहज और साधारण था। एक बार कुछ विद्वानों का दल उनसे मिलने आया। अपनी झोपड़ी के बाहर वे सबसे मिले। नदी के किनारे हरी घास पर बैठकर सबने अनेक विषयों पर बातचीत की। सारे मेहमान […]
बुद्धिमान – इंद्रधनुषी प्रेरक प्रसंग
एक बार मुल्ला नसरुद्दीन अपनी बहन से मिलने उसके गाँव जा रहा था। रास्ते में उसे डाकुओं ने घेर लिया। डकैत नसरुद्दीन और उसकी बुद्धिमत्ता से भली-भांति परिचित थे। उन्हें मालूम था कि उसके पास ज्यादा कुछ सामान नहीं है, फिर भी डाकुओं का सरदार उसकी बुद्धिमत्ता को परखना चाहता था। उसने नसरुद्दीन को एक […]
नियत – इंद्रधनुषी प्रेरक प्रसंग
एक बार एक व्यापारी शहर से एक कीमती हीरा खरीदकर लौट रहा था। एक चोर को उसकी भनक लग गई और वह व्यापारी के पीछे लग गया। रास्ते में बारिश होने लगी। व्यापारी एक सराय में रुका, चोर ने भी सराय मालिक से वहीं रुकने की विनती की। कमरा एक ही था। सराय मालिक ने […]
तरक्की ऐसे मिलती है – इंद्रधनुषी प्रेरक प्रसंग
दो मित्र एक कंपनी में एक ही पद पर काम करते थे। कुछ साल बाद प्रोन्नति का समय आया। उनसे ऊपर सिर्फ एक ही पद था। उनके मालिक ने उनमें से एक को प्रोन्नत करते हुए उस पद पर रख लिया। दूसरे को यह बात नागवार गुजरी। उसने अपने काम से इस्तीफा दे दिया। मालिक […]
