Male Problem
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Priapism Problem: महिलाओं की तरह पुरुषों को भी प्राइवेट पार्ट से संबंधित समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें से एक है प्रियापिज्‍म। ये पुरुषों में होने वाली गंभीर बीमारी है जिसके कारण लिंग में असहनीय दर्द होता है। ये दर्द रुक-रुक कर लगभग 4-5 घंटे तक हो सकता है। आमतौर पर ये समस्‍या नवजात शिशु से लेकर 45 वर्ष की उम्र तक के पुरुषों को होती है। ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें यौन उत्‍तेजना के बिना लिंग में दर्द होता है। पुरुषों को प्रियापिज्‍म की समस्‍या क्‍यों होती है और इससे कैसे निजात पाया जा सकता है चलिए जानते हैं इसके बारे में।

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क्‍या है प्रियापिज्‍म

Priapism Problem
what is priapism

प्रियापिज्‍म लिंग का बढ़ा हुआ आकार है। जिसकी वजह से लिंग में दर्द और इरेक्‍शन होता है वो भी बिना यौन उत्‍तेजना के। ये स्थिति लिंग में रक्‍त फंस जाने की वजह से उत्‍पन्‍न होती है। जब लिंग से रक्‍त बाहर नहीं निकल पाता तो मांसपेशियों में दर्द और सूजन बढ़ने लगती है। ये समस्‍या नवजात शिशु से लेकर 45 वर्ष तक के पुरुष को परेशान कर सकती है। इस समस्‍या को हाई-फ्लो प्रायपिज्‍म और लो फ्लो प्रायपिज्‍म इन दो प्रकारों में बांटा गया है।

प्रियापिज्‍म के संभावित कारण

लिंग में ब्‍लड फ्लो रुक जाने के कारण ये समस्‍या उत्‍पन्‍न होती है। जब एक बार उत्‍तेजना समाप्‍त हो जाती है तो ब्‍लड फ्लो सामान्‍य हो जाता है और दर्द में कमी आ जाती है। इसके लिए ये निम्‍न कारण जिम्‍मेदार हो सकते हैं।

ब्‍लड डिस्‍ऑर्डर

लिंग के अंदर और बाहर ब्‍लड कैसे फ्लो करता है ये स्थिति इस बात पर निर्भर करती है। सिकल सेल एनीमिया, लेकिमिया और मल्‍टीपल मायलोमा सबसे सामान्‍य कारणों में से एक है। ये समस्‍या 33 प्रतिशत व्‍यस्‍कों को प्रभावित कर सकती है।

मेडिकेशन

ये समस्‍या मेडिकेशन यानी दवाओं के साइड इफेक्‍ट्स की वजह से भी हो सकती है। एंटी-साइकोटिक दवाएं इस समस्‍या को बढ़ावा दे सकती हैं। इसके अलावा हाइपरएक्टिविटी डिस्‍ऑर्डर की दवाएं भी इस समस्‍या के लिए जिम्‍मेदार हो सकती हैं।

एल्‍कोहल

एल्‍कोहल यानी शराब का अधिक सेवन भी इस समस्‍या को बढ़ावा दे सकता है। खासकर व्‍यस्‍क एल्‍कोहल का अधिक प्रयोग करते हैं इसलिए प्रियापिज्‍म की समस्‍या 20 से 35 वर्ष की उम्र में कई बार हो सकती है। कई बार चोट लगने के कारण भी ये समस्‍या उभर सकती है।

प्रियापिज्‍म के लक्षण

– लिंग में तेज दर्द

– 4-5 घंटे तक इरेक्‍शन होना

– लिंग में लो ब्‍लड फ्लो

– लिंग में सूजन

– लिंग का ऐंठना

– ब्‍लड निकलना

– घबराहट

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क्‍या है प्रियापिज्‍म की समस्‍या का इलाज

प्रियापिज्‍म की समस्‍या
What is the treatment for priapism problem

– एस्पिरेशन: कई बार गंभीर स्थिति में चिकित्‍सक इंजेक्‍शन के जरिए लिंग में जमा ब्‍लड बाहर निकाल सकते हैं। इससे लिंग का दबाव कम हो जाता है और दर्द में भी राहत मिलती है।

– पेन किलर: ब्‍लड फ्लो सामान्‍य न होने की स्थिति में लिंग में दर्द की समस्‍या बनी रहती है। ऐसे में पेन किलर से दर्द को कम किया जा सकता है।

– सर्जरी: गंभीर स्थिति में चिकित्‍सक सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। हालांकि ये सर्जरी माइनर होती है।

प्रियापिज्‍म से सेक्स प्रभावित

प्रियाविज्‍म में पुरुषों को लिंग में तेज दर्द का अनुभव होता है। यही वजह है कि कई बार पुरुष सेक्‍स करने से घबराते हैं। इसका प्रभाव महीनों तक सेक्‍स लाइफ पर पड़ सकता है। हालांकि सेक्‍स करने से दर्द का अनुभव नहीं होता लेकिन साइक्‍लॉजिकली पुरुषों को दर्द का अहसास हो सकता है।