भाई बहनों की रिश्तों की डोर बंधेगी प्यार की डोर से, ये 4 ट्रिक्स करेंगी मदद
ये अटूट रिश्ता ताउम्र यूं ही बना रहे, इसके लिए कोशिश दोनों तरफ से बराबर होनी चाहिए।
Siblings Relationship: भाई बहन का अटूट प्रेम और छोटी मोटी नोक-झोंक हमेशा चलती रहे, यही इस रिश्ते की खूबसूरती है। भाई बहन का ये अटूट रिश्ता ताउम्र यूं ही बना रहे, इसके लिए कोशिश दोनों तरफ से बराबर होनी चाहिए। कभी कभी अपनी लाइफ में बहुत ज्यादा व्यस्त हो जाने पर या किसी वजह से भाई बहनों में दूरी हो जाती है। रिश्तों में खटास आने के कई कारण हो सकते हैं। जब कभी आपके साथ ऐसा हो, इसके लिए एक बार शांत मन से बैठ कर विचार करें। किस वजह से आपके रिश्ते ख़राब हो रहे हैं।
अगर आप भी अपने रिश्तों को मधुर बनाना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान दें।
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ताने मारना

भाई बहनों की शादी हो जाने के बाद एक दूसरे को ले कर ताना न मारें। आप अपने पार्टनर में ज्यादा व्यस्त हो गए हैं इस तरह का ताना ना भाई को शोभा देता है और ना ही बहन को। एक समय के बाद सब अपने आप में अपने परिवार में व्यस्त हो जाते हैं। ऐसा होना स्वाभाविक है। सालभर में एक समय ऐसा निश्चित करें जब आप एक दूसरे से मिल सकें। फ़ोन पर संपर्क बना रहे। ताना देने की जगह एक दूसरे की स्तिथि समझें। रिश्तें काफी मधुर बने रहेंगे।
सोच बदलें

कई बार बहनें भाइयों पर आश्रित हो जाती हैं। कॉलेज फीस से लेकर शॉपिंग का खर्चा और भी कई छोटे बड़े खर्चे भाई पर छोड़ देना ठीक नहीं। इसके लिए कहीं न कहीं माता पिता की सोच भी जिम्मेदार होती है। घर में बीटा होने पर ये सोच रख लेना, अब सारे खर्चे यही उठाएगा पूरी तरह से दकियानूसी है। अगर आप माता पिता बने हैं तो अपने बच्चे की जिम्मेदारी खुद उठाएं बड़े या छोटे भाइयों पर बहनों को आश्रित रहने के लिए ना कहें। इस तरह भाई की शादीशुदा जिंदगी पर भी काफी बेकार असर होता है।
जलन की भावना

भाई बहनों का आपस में जलन की भावना रखना रिश्तों में खटास लाता है। अगर आपके भाई बहन अपनी जिंदगी में आपसे कुछ बहुत ज्यादा अच्छा कर रहे हैं तो इसमें गर्व महसूस करें। जलन की भावना से आपके रिश्ते ख़राब होंगे। आपका जीवन में सफल या असफल होना कई कारणों पर निर्भर करता है। अपने ही भाई बहन से द्वेष की भावना रख कर इस खूबसूरत रिश्ते हो ख़राब ना करें। जितना हो सके आपस में मिल जुल कर रहें। जरुरत पड़ने पर एक दूसरे का सहारा बनें।
सुख दुःख के साथी

भाई बहनों को शादी से पहले या बाद हर समय एक दूसरे के लिए तैयार रहना चाहिए। दुःख हो या सुख हर इंसान ऐसे वक़्त में किसी ख़ास का साथ चाहता है। सिर्फ दुःख में साथ देकर, सुख में भूल जान ठीक नहीं। ख़ुशी के मौके पर भी अपने भाई बहनों का साथ ना छोड़ें, अगर किसी फिक्स डेट को ले कर आप थोड़े असमंजस में हैं तो साथ में बैठ कर बात करें और एक ऐसी डेट फाइनल करें जिसमे आप सभी एक दूसरे के साथ खुशियां बांट पाएं।
