Relationship Advice : इन दिनों हिंदु धर्म का सबसे बड़ा त्योहार गणेश पर्व चल रहा है और हर घर में भगवान गणेश की धूमधाम से पूजा-अर्चना की जा रही है। भगवान गणेश को अपार बुद्धि और मार्ग दर्शन करने वाला शिवशक्ति का स्वरूप माना जाता है। जिस प्रकार भगवान गणेश अपने रिश्तों को पूरी ईमानदारी और सच्चाई से निभाते हैं, उसी प्रकार वह अपने भक्तों को रिश्तों को निभाने की प्रेरणा भी देते हैं। यदि आप भी हर साल गणपति बप्पा को अपने घर लाते हैं, तो उनके द्वारा दी गई सीख को अपनाकर अपने रिश्तों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं भगवान गणेश द्वारा दिए गए सबक के बारे में।
Also read: फर्स्ट डेट पर इन बातों को लेकर झूठ बोलने में नहीं है कोई बुराई: First Date Tips
धैर्यवान बनें

किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप दूसरों के प्रति धैर्यवान रहें। भगवान गणेश को चंचल माना जाता है लेकिन जब बात रिश्तों की आती हैं तो वह दूसरों की बातों को ध्यानपूवर्क सुनते हैं और सही सलाह देते हैं। किसी भी रिश्ते के प्रति धैर्यवान होने से रिश्तों में गलतफहमियां कम होती हैं और संबंधों को निभाने में मदद मिल सकती है।
अच्छाई और बुराई को अपनाना
कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता। किसी में कुछ अच्छाईयां होती है तो किसी में कुछ बुराईयां। रिश्तों की गरिमा बनाए रखने के लिए हमें दूसरों को उनकी अच्छाई और बुराई दोनों के साथ अपनाना आना चाहिए। विशालकाय सिर होने के बावजूद भगवान गणेश का तन अपेक्षाकृत छोटा है, जिसमें हमें भक्त होने के नाते कोई कमी नहीं दिखती। उसी प्रकार यदि व्यक्ति की तमाम अच्छाई के साथ यदि उसकी कुछ बुराईयां दिखाई दें तो उसे नजरअंदार करना ही आपकी महानता है। भगवान गणेश अपने भक्तों को खुशहाल और स्वस्थ्य रिश्ता बनाए रखने के लिए लोगों को उनकी खामियों के साथ अपनाना सिखाते हैं।
रिश्ते में न आने दें ईगो
ईगो या अहंकार एक ऐसा शब्द है जो किसी भी रिश्ते की नींव को कमजोर बना सकता है। भगवान गणेश का स्वभाव जहां सरल और सुलझा हुआ है वहीं वह हटी और कठोर भी हैं। उनके अनुसार रिश्ते में यदि अहंकार आ जाता है तो रिश्ते में दरार आना लाजमी है। लेकिन इसके लिए अपने गुरूर और स्वाभिमान को ठेस पहुंचाना गलत होगा। रिश्ते को बनाए रखने के लिए थोड़ा झुकना और दूसरों के साथ समझौता करना संबंधों को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है।
माफ करना सीखें

भगवान गणेश को बुद्धि का देवता कहा जाता है। यानी वह ज्ञान का प्रतीक हैं। उनकी समझ और दूसरों को माफ करने की प्रवर्ति उन्हें अन्य देवताओं से अलग बनाती है। भगवान गणेश के ये गुर हम सभी को अपनाने चाहिए। दूसरों को माफ कर देने से रिश्तों में मधुरता बनी रहती है। भले सामने वाला व्यक्ति गलत हो लेकिन यदि आप रिश्ते में खटास आने से बचाना चाहते हैं तो माफ करना ही समझदारी है।
Also read: बहुत दूर चला गया है दोस्त तो ऐसे करें अकेलेपन को दूर: Long Distance Friendship
हमेशा करें मदद
परिवार की नींव तभी मजबूत होती है जब एक-दूसरे की मदद की जाए। भगवान गणेश का स्वभाव बेहद सरल है। वह हर वक्त दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उनकी इस सीख को अपनाते हुए हमें भी परिवार वालों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। दूसरों की मदद करके हम अपने रिश्ते में प्यार और अपनापन बनाए रख सकते हैं।
