ननद और भाभी के रिश्‍ते में अगर आ गई है खटास, तो फिर से करें नई शुरुआत: Relation of Nand Bhabhi
Relation of Nand Bhabhi

Relation of Nand Bhabhi: जब हम परिवार में सास-बहू के मुद्दे के बारे में बात करते हैं, तो कई सारी कहानियां हमारे सामने आ जाती हैं। ऐसा ही एक रिश्‍ता और है ननद-भाभी का, जिसे हमेशा शक भरी निगाहों से ही देखा जाता है। शादी के बाद लड़की को नए परिवार में कई तरह के रिश्‍ते निभाने पड़ते हैं। खासकर पति की बहन के साथ रिश्‍ता अच्‍छा बन जाए तो इससे अच्‍छा रिश्‍ता ससुराल में नहीं हो सकता। हालांकि, ऐसा हर बार हो जाए ये जरूरी नहीं है। ऐसी कई ननद-भाभी की जोड़ी हैं, जहां सोच में समानता न होने के कारण रिश्‍ते में खटास आ जाती है। ऐसे में रिश्‍ते को खत्‍म या दूर करने की बजाय रिश्‍ते की नई शुरुआत की जा सकती है।

दोस्‍ती की कोशिश

Relation of Nand Bhabhi
Try friendship

रिश्‍तों से बेहतर दोस्‍ती का रिश्‍ता होता है। भाभी और ननद यदि दोस्‍त बन जाएं, तो इससे अच्‍छा कुछ नहीं हो सकता। ननद-भाभी के रिश्‍ते में यदि किसी बात को लेकर खटास आ जाती है तो रिश्‍ते की कड़वाहट को कम करने के लिए दोस्‍ती करने की कोशिश करनी चाहिए। दोस्‍ती करने से खुलकर एक-दूसरे से बात शेयर कर पाएंगे जिसका सकारात्‍मक प्रभाव परिवार पर भी पड़ता है। साथ ही ये स्‍ट्रेस को दूर रखने में भी मददगार साबित हो सकता है।

सम्‍मान करें

ननद और भाभी के रिश्‍ते में दोस्‍ती न हो पाए तो कम से कम सम्‍मान का रिश्‍ता तो अवश्‍य बनाए रखें। आप दोनों का नेचर भले ही एक-दूसरे से अलग है, लेकिन चीजों को भूलकर एक-दूसरे का सम्‍मान करें। कभी भी अपने लफ्जों को इतना न गिरने दें कि आपस में बना प्‍यार और सम्‍मान खत्‍म हो जाए। इसलिए रिश्‍ते में आई खटास को दूर करने के लिए भले ही दूरी बना लें, लेकिन एक-दूसरे का सम्‍मान करना कम न करें। इससे बाकी रिश्‍ते भी प्रभावित हो सकते हैं।

बात करें

रिश्‍ते में बनाएं मधुरता
Talk To Each Other

जब परिवार में लोग एक साथ रहते हैं तो रिश्‍तों में उतार-चढ़ाव आना स्‍वभाविक है। यदि ननद और भाभी को एक-दूसरे की कोई बात बुरी लगती है तो सबसे पहले आप खुद को शांत रखें। क्‍योंकि गुस्‍से में कही हुई बात हमेशा कड़वी ही निकलती है। जब आप शांत हों तब एक-दूसरे से बात करें। चीजों को सुलझाने का प्रयास करें ता‍कि बात और अधिक न बिगड़े। बात करने से मन की कड़वाहट निकल जाती है और रिश्‍ते पहले की तरह स्‍मूद बन सकते हैं।

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पुरानी बातों को भूलना

ननद और भाभी के रिश्‍ते में कई बार पुरानी और बेवजह बातों को लेकर मनमुटाव होता है। रिश्‍तों में मधुरता बनाए रखने के लिए रिश्‍तों की नई शुरुआत की जा सकती है। जिसके लिए जरूरी है कि पुरानी बातों को भूलकर आगे बढ़ा जाए। रिश्‍तों में बातों को जितना अधिक तूल दिया जाएगा रिश्‍ते उतने ही अधिक खराब होते जाएंगे। गलतियां हर किसी से होती हैं लेकिन उन गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ने में ही भलाई है। रिश्‍तों को मधुर बनाने के लिए जरूरी है कि परिवार के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताएं। इससे न केवल मनमुटाव दूर होंगे बल्कि पुरानी बातों को भुलाने में भी मदद मिल सकेगी।