fifty shades freed novel in Hindi
fifty shades freed novel in Hindi

fifty shades freed novel in Hindi: सब जगह दर्द महसूस हो रहा है। मेरे सिर, मेरी छाती…तीखा दर्द हो रहा है। मेरी कमर, मेरे बाजू और पीठ में तेज दर्द है।

मैं कहां हूं। मैंने अपना दिमाग इस ओर लगाना चाहा।

आंखें नहीं खुल रहीं पर कुछ शब्द सुने जा सकते हैं।

“मि. ग्रे! पसलियों में सूजन है और खोपड़ी में हल्की सा फ्रेक्चर है। इसके सिवा वे ठीक हैं।”

“पर अभी होश क्यों नहीं आ रहा।”

“इनके सिर पर भारी चोट आई है पर हमने देख लिया है। अंदर कोई सूजन नहीं है। सब ठीक है।

ये अपने-आप होश में आ जाएंगी।”

“और बेबी।!”

“मि. ग्रे! आपका बेबी बिल्कुल ठीक है।”

यह मैंने क्या सुना। क्रिस्टियन ने बेबी के बारे में पूछा। उसे बच्चे की परवाह है। उसने उसे स्वीकार लिया है।

ओह! मेरे मन का बोझ हल्का हो गया। मैंने हाथ हिलाना चाहा पर नहीं हिला सकी। मेरा शरीर अभी मेरे बस में नहीं है। बस आसपास तैरते स्वर सुन सकती हूं।

पूरा शरीर भारी और दर्द से अधमरा हुआ पड़ा है। आंखें खुलना ही नहीं चाहतीं। जिस्म बेजान-सा है। अचानक कुछ स्वर सुनाई दिए। मुझे खुद को जगाए रखना होगा। ये मेरे पति की आवाज है।

“मैं इसे छोड़ कर नहीं जाने वाला।”

“नहीं डैड! मुझे इसके जागने तक यहीं रहना है।”

“मैं इसके साथ बैठना चाहता हूं। इसने मेरी बेटी की जान बचाई है। मैं इसके लिए और कर भी क्या सकता हूं?” उसके पिता ने कहा

ईया

“ईया कैसी है”

“वह ठीक है न?”

“वह बहुत गुस्से में है और डरी हुई है।”

“हम सोच भी नहीं सकते थे कि जैक ऐसा करेगा और ऊपर से मेरी मूर्ख बीबी।” क्रिस्टियन का झल्लाया सुर सुनाई दिया।

“क्रिस्टियन! शांत हो जाओ। एना एक बहादुर लड़की है।”

“हां, बहादुर पर अड़ियल और जिद्दी कहीं की।” उसने कहा

“हे। उसके और अपने साथ इतनी सख्ती मत बरतो। मैं मॉम को भेजता हूं। तुम सोने की कोशिश करो।”

मैंने अपनी उसी नीम बेहोशी में जाना कि क्लार्क जासूस आया था। उसने मेरे पति से बात की। इसके बाद मेरी सास ग्रेस आईं और उन्होंने अपने बेटे को इस बात के लिए बुरी तरह से फटकारा कि वह मुझसे बात नहीं कर रहा था। बेशक मैंने किसी की सुबकियों का स्वर भी सुना।

उन्होंने उसे एलीना के पास जाने के लिए फटकारा और क्रिस्टियन सफाईयां देने लगा। उसने मां से वादा किया कि वह उससे कभी नहीं मिलेगा।

क्रिस्टियन ने अपनी मॉम से वादा किया कि वह कभी मेरा दिल नहीं दुखाएगा और अपनी जिम्मेवारियों को बखूबी निभाएगा।

“उसने कहा कि वह मुझे छोड़कर जा रही थी।”

नहीं!नहीं!नहीं!

“क्या तुमने यकीन कर लिया?”

“हां पहले तो कर ही लिया था।”

“डार्लिंग! तुम हमेशा अपने बारे में इतनी बुरी सोच क्यों रखते हो। पल-भर में सामने वाले का भी भरोसा तोड़ देते हो। तुम्हें सब पर भरोसा रखना सीखना चाहिए। वह तुमसे कितना प्यार करती है।”

“वह मुझसे नाराज थी।”

“हम अपनों से ही नाराज होते हैं।”

“मैंने यही सोचा कि उसने कितनी बार अपने प्यार का प्रदर्शन किया है। उसने यह जताने के लिए अपनी जान को भी खतरे में डाल दिया।”

“हां! वह तुमसे प्यार करती है।”

“क्रिस्टियन! रोना बंद करो।”

“मॉम ये उठती क्यों नहीं?”

अंधेरा! गहरा अंधेरा। इसके बाद मैं कुछ नहीं सुन सकी।

“तुम्हें इस तरह मेरी बांहों में आने में पूरे चौबीस साल लगे।”

“मैं जानता हूं मॉम! मुझे खुशी है कि हमने आपस में बात की।”

“बेटा! मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं। यकीन नहीं आ रहा कि मैं दादी बनने वाली हूं।”

दादी।

ओह कितना मीठा शब्द है!

हम्म। मैं उसके स्पर्श को महसूस कर सकती हूं।

“जान वापिस आ जाओ। मेरे लिए लौट आओ। मैं तुम्हें इस तरह बेजान पड़ा नहीं देख सकता।

आई मिस यू…..आई लव यू

मैं कोशिश कर रही हूं। कोशिश कर रही हूं पर शरीर साथ नहीं दे रहा।

तभी दोबारा नींद आ गई और जब आंख खुली तो मुझे बाथरूम जाना था।

आंखें खुलीं तो खुद को अस्पताल के एक बड़े से कमरे में पाया। चारों ओर अंधेरा और खामोशी है। मेरा सिर और छाती दर्द से टसटस हो रहे हैं। मैंने बाथरूम जाना है। हाथ में आई वी लगी है। सिर चकरा रहा है। क्रिस्टियन पास में ही बांह पर सिर रखे सो रहा है। मेरे हिलते ही वह झटके से उठ गया।

“हाय।” मैंने धीरे से कहा

“ओह एना।” उसे सुकून आ गया। उसने मेरा हाथ पकड़ कर दबाया और उसे अपने गाल से सहलाया।

“मुझे बाथरूम जाना है।”

तभी नर्स भी अंदर आ गई और उसने बताया कि उसका नाम नोरा है। मैंने अपनी मांग दोहराई। वह चाहती थी कि मेरा पति वहां से हट जाए ताकि मेरा कैथीटर हटाया जा सके पर वह हिलने को तैयार नहीं था। नर्स से दो मिनट की झड़प के बाद उसने मुझे गोद में उठा लिया और बाथरूम में ले गया।

वह टॉयलेट सीट पर बिठाने के बाद वहीं खड़ा रहा तो मैंने उसे कहा कि वह बाहर जाकर मुंह फेर ले। पता नहीं क्यों, मुझे उससे इतनी शर्म क्यों आ रही थी। नर्स नहीं चाहती कि वह इस दौरान वहां रहे पर वह टस से मस भी नहीं होना चाहता। मानो उसके जाते ही मैं फिर से कहीं ओझल हो जाऊंगी।

जब वह मुझे पलंग पर वापिस ले जा रहा था तो कान में बोला कि वह मुझे बहुत मिस कर रहा था।

अब नर्स के सब्र का बांध टूट गया। उसने कड़वी निगाहों से उसे देखते हुए कहा

“अगर आप इजाजत दें तो मैं अपने मरीज की जांच कर लूं।” डॉक्टर को रिपोर्ट देनी है।

“जी हां क्यों नहीं।” उसने कहा और वहां से हट गया।

नर्स ने मेरा बी पी देखा और मैंने उसे बताया कि मुझे बहुत जोर से भूख और प्यास लगी हुई थी। वह बोली, “हम अभी डॉक्टर से पूछ कर आपको खाने-पीने के लिए कुछ देते हैं।”

क्रिस्टियन ने यह सुनते ही टेलर को फोन कर दिया कि वह मेरे लिए चिकन सूप ले आए।

मैंने नोरा का लाया पानी पीते हुए ईया के बारे में पूछा और क्रिस्टियन ने बताया कि वह पूरी तरह से सही-सलामत थी।

“मुझे बहुत अच्छा लगा। शुक्र है कि वह ठीक है। मैंने उसके लिए ही तो इतना जोखिम मोल लिया था।”

“उन्होंने ईया को कैसे काबू किया”

“एलिजाबेथ मोरगन”

“नहीं”

“हां! उन्होंने उसे जिम से उठा लिया।”

“एना! हम इस बारे में बाद में बात करेंगे। वह ठीक है। बस थोड़ा परेशान और गुस्से में है। उसका अपहरण हुआ था इसलिए ऐसा होना स्वाभाविक ही है। पर तुमने क्या किया। तुमने बहुत बहादुरी से बेवकूफी दिखाई ।” उसने गुस्से से अपने बालों में हाथ फेरा।

“तुम्हारी जान भी जा सकती थी।”

मैं समझ सकती हूं कि वह कितने गुस्से में है और किसी तरह अपने गुस्से को काबू करने की कोशिश कर रहा है।

“मुझे समझ नहीं आया कि क्या करना था”

“मुझे बता सकती थी।”

“उसने कहा था कि अगर किसी को भी बताया तो वह ईया को जान से मार देगा। मैं ईया के लिए खतरा मोल नहीं लेना चाहती थी।”

“मैं वीरवार से हजारों मौतें मर चुका हूं।”

“वीरवार?”

“आज क्या दिन है?”

“आज शनिवार है। तुम चौबीस घंटे से भी ज्यादा वक्त तक बेहोश रहीं।”

ओह

“जैक और एलिजाबेथ कहां हैं?”

“ पुलिस के पास हैं। हाइड की टांग से गोली निकाली गई। वह इसी अस्पताल में है। अगर मुझे कमरा पता होता तो हरामजादे को जान से मार देता।” उसका चेहरा स्याह हो गया था।

“ओह शिट! जैक यहीं है।”

अचानक ही मेरे पूरे शरीर में डर की सिरहन दौड़ गई।

क्रिस्टियन ने मेरे हाथ से गिलास लिया और बांहों में भर लिया।

“तुम यहां मेरे साथ पूरी तरह से सुरक्षित हो।”

“मुझे माफ कर दो।” उसने मुझे गले से लगा लिया।

“मैंने कहा था कि मैं तुम्हें छोड़ कर जा रही हूं। वह एक झूठ था।”

“मैं जानता हूं।” उसने मेरे बाल सहलाए।

“तुम्हें पता है।”

“हां! मैंने सब पता लगा लिया था। एना। तुम क्या सोच रही थीं कि मैंने तुम्हारी बात को सच मान लिया।”

“तुमने मुझे हैरानी में डाल दिया। बैंक में हमारी बात हुई तो तुम ऐसे ही बोल रहे थे मानो तुम्हें लग रहा हो कि मैं तुम्हें छोड़कर जा रही हूं। मैंने सोचा कि तुम मुझे समझोगे। मैं हजार बार कह चुकी हूं कि जीते जी तुमसे कभी दूर नहीं जा सकती।”

“पर जैसे गलत तरीके से मैंने बर्ताव किया….उसके बाद कोई भी यह सोच सकता था कि तुम मेरे साथ नहीं रहना चाहतीं।” उसने मुझे अपनी बांहों में कस लिया। “पल भर को लगा था कि मैंने तुम्हें खो दिया।”

“नहीं क्रिस्टियन, कभी नहीं! बस मैं यह नहीं चाहती थी कि तुम्हारे दखल देने से ईया की जान खतरे में आ जाए।”

उसने आह भरी।

“तुमने पता कैसे लगाया?” मैंने उसे दूसरी बात में उलझा लिया।

“जब बैंक का फोन आया तो मैं सिएटल आया ही था। इसके बाद पता चला कि तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं थी और तुम घर जा रही थीं।”

“तो जब स्वेयर ने कार से फोन किया तो तुम पोर्टलैंड में थे।”

“हां, हम निकलने वाले थे। मुझे तुम्हारी चिंता हो रही थी।”

“तुम्हें चिंता हो रही थी।”

“हां, अब मेरे पास पूरी जिंदगी में यही तो एक काम है।” वह बोला

“जैक ने ऑफिस में फोन किया। उसने पैसे लाने के लिए दो घंटे का वक्त दिया। मुझे निकलने के लिए यही बहाना सही लगा।”

“और तुमने स्वेयर को भी गच्चा दिया। वह भी तुमसे नाराज है।” क्रिस्टियन बोला मैं उसके चेहरे पर हाथ फेरा तो उसने उसे प्यार से सहला दिया।

“प्लीज! मुझसे नाराज मत हो।”

“मैं तुमसे नाराज हूं। तुमने मूर्खता के क्षणिक आवेश में जो भी किया, वह खतरे से खाली नहीं था।”

“मैंने कहा न कि मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था।”

“तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं है?”

तभी कमरे में डॉक्टर आ गईं। इस दौरान मेरे पति ने अपने माता-पिता और केट को फोन करके बता दिया कि मैं जाग गई थी।

डॉक्टर ने पसलियों को छुआ तो मैं कराहने लगी।

“मिसेज ग्रे! किस्मत अच्छी थी कि ये टूटी नहीं हैं। ये सूज गई हैं। कुछ दिन में आराम आ जाएगा।

“मैं दर्दनिवारक दवाएं दे रही हूं। जितनी नींद ले सकें, लें वरना सिर में दर्द होगा। सुबह तबीयत देखकर तय करेंगे कि आप घर जा सकती हैं या नहीं। सुबह डॉक्टर सिंह आपको देखेंगीं।”

“थैंक्यू”

तभी टेलर ने कमरे में खाना लेकर प्रवेश किया।

डॉक्टर ने हैरानी से कहा, “खाना?”

“हां, मिसेज ग्रे को भूख लगी थी।” नर्स ने बताया।

“यह चिकन सूप है।” क्रिस्टियन ने कहा।

“हां, इन्हें अभी शोरबे के सिवा कुछ नहीं देना।”

बॉक्स खोला तो उसमें से सूप का थरमस, साइड प्लेट, चम्मच, ब्रेड रोल्स, नमक व काली मिर्च निकले। वाह मजा आ गया।

“टेलर बहुत अच्छे!” मैंने कहा

“कुछ और चाहिए?”

“हां थैंक्स”

“मिसेज ग्रे! कुछ और लेंगी।”

“हां, क्रिस्टियन के लिए कुछ साफ कपड़े चाहिए।” मैंने कहा

क्रिस्टियन ने हैरानी से अपनी शर्ट देखी।

“इसे कब से पहन रखा है?”

“वीरवार सुबह से।” क्रिस्टियन ने कटोरे में सूप डालते हुए कहा

टेलर बाहर चला गया।

मैंने सूप देखा तो उसे आधा पीने के बाद ही दम लिया। वाकई बहुत स्वादिष्ट था। मैंने अपना मुंह पोंछते हुए पूछा, “अब बताओ कि जब तुम्हें एहसास हुआ कि कुछ चक्कर है तो तुमने क्या किया?

“ओह एना! तुम्हें खाता देख कर अच्छा लग रहा है।”

“मुझे भूख लगी थी।”

“जब बैंक से फोन आया तो ऐसा लगा मानो किसी ने मेरी दुनिया को ही चूर-चूर कर दिया हो।”

मैंने खाना बंद कर दिया। ओह शिट!

“खाना मत बंद करो वरना मैं बात नहीं करूंगा। मैं अपना सूप पीती रही।”

“जब हमारी बात खत्म हुई तो मुझे टेलर का फोन आया कि जैक को जमानत मिल गई थी। तभी मेरे दिमाग में आ गया कि कहीं न कहीं कोई गड़बड़ जरूर है”।

“मैं पैसे के पीछे कभी नहीं थी। मैंने झट से कहा। तुमने ये कैसे सोचा कि मैंने पैसे के लिए तुमसे शादी की होगी? क्या मैं….।” मेरा सिर भन्ना गया।

“क्रिस्टियन! मुझे यही बात सबसे बुरी लगी।” तुमने मुझे गलत समझा।

उसने गहरी सांस लेते हुए आंखें बंद कर लीं।

“मैं जानता हूं। आई एम सॉरी!! हमें पता नहीं था कि ईया गायब है। मैंने सोचा कि शायद वह तुम्हें ब्लैकमेल कर रहा है। मैंने फोन किया पर तुमने उठाया नहीं और फिर मैंने स्वेयर को फोन किया। टेलर ने तुम्हारे फोन का पता लगाया। मैं जानता था कि तुम बैंक में थीं इसलिए हम सीधा वहीं जा पहुंचे।”

“पता नहीं स्वेयर ने मुझे कैसे खोजा। क्या वह भी सैल से पता लगा रहा था।”

“हमारी सारी गाड़ियों में ऐसे उपकरण लगे हैं। जब हम बैंक पहुंचे तो तुम निकल चुकी थीं इसलिए हमने तुम्हारा पीछा किया।”

“मैं मन ही मन जानती थी कि तुम मुझे खोज निकालोगे।”

“जैक ने मुझे मेरा फोन फेंकने को कहा था। मैंने वीलन से उसका फोन उधार लिया। एलिजाबेथ ने उसे मेरा फोन समझ कर फेंक दिया। मैंने अपना फोन तुम्हारे नोटों वाले बैग में डाल दिया था ताकि आगे चल कर तुम अपने पैसों का पता लगा सको।”

“एना! हमारा पैसा!!! ”

मैंने अपना सारा सूप खत्म करके मुंह पोंछा।

“ खत्म हो गया। बहुत अच्छे! ”

तभी नर्स नोरा आई और उसने मुझे दर्द घटाने की दवा दी।

“क्या यह बेबी के लिए ठीक है?”

“हां मैम! हम यह जानते हैं इसलिए देखकर ही दवा दी जाती है।”

मैंने क्रिस्टियन को इशारा किया कि वह भी घर जाए तो उसने गुस्से से कहा, “एक पल के लिए भी मत सोचना। मैं तुम्हें छोड़ कर नहीं जाने वाला”

नोरा ने मुझे लिटा दिया। मेरे पति ने कहा कि वह वहीं कुर्सी पर सो जाएगा। मैं चाहती थी कि वह घर जाकर आराम करे पर वह मुझे एक पल के लिए भी अकेला नहीं छोड़ना चाहता था। नर्स के जाते ही मैंने उसे अपने साथ लेटने के लिए मना लिया। वह मेरे साथ लेट कर मुझे चोट नहीं पहुंचाना चाहता था पर मेरे बार-बार इसरार करने पर वह साथ आ गया।

मैंने उसके साथ लेटकर बांह पर सिर रखा और उसके दिल की धड़कन को सुनते हुए सुकून महसूस किया। उसने मेरे बालों को बार-बार चूम कर सॉरी कहा। उसकी बातों पर हंसने की कोशिश की तो पसलियों में दर्द होने लगा। कुछ ही पलों में हम दोनों ही एक-दूसरे की खामोशी को महसूस कर रहे थे। हालांकि मैं उससे मिसेज रॉबिन्सन और जैक के बारे में बात करना चाहती थी पर उसने सख्ती से मना कर दिया और कहा कि हम अगले दिन बात करेंगे। सोते-सोते यह भी बता दिया कि जासूस क्लार्क मुझसे मिलना चाहता था। बस इसके बाद हमारे बीच कोई बात नहीं हुई।

सुबह आंख खुली तो नर्स नोरा गुस्से से बांहें मोड़े खड़ी थी। मैंने उसे इशारा करके विनती की कि वह मेरे पति को सोने दे। वह जाने कब से चैन की नींद नहीं ले पाया था।

“यह उसका नहीं तुम्हारा पलंग है।” उसने चिढ़ कर कहा

“मैं इसकी वजह से ही चैन से सो सकी।” तभी वह नींद में हिला और कुछ कहने लगा

“मुझे मत छुओ। हाथ मत लगाओ। केवल एना ही मुझे छू सकती है।”

मैंने उसे नींद में इस तरह बोलते बहुत कम सुना है। वह अक्सर मुझसे कम नींद लेता है। साफ दिख रहा है कि वह कितने तनाव में है।

मैंने किसी तरह नर्स नोरा को मना लिया और वह पांव पटकते हुए बाहर निकल गई।

जब दोबारा मेरी आंख खुली तो क्रिस्टियन वहां नहीं था। दिन की रोशनी में चारों ओर फूल दिखे। पता नहीं वे किसने भेजे होंगे। तभी कैरिक भीतर आ गए। उन्होंने मुझसे भीतर आने की अनुमति मांगी। वे सूट में थे। शायद काम से ही आए होंगे। फिर उन्होंने मेरा माथा चूमकर मुझे हैरानी में डाल दिया।

“मेरी पगली बेटी! मैं समझ नहीं पा रहा कि ईया की जान बचाने के लिए तुम्हें किन शब्दों में धन्यवाद दूं और अपनी जान खतरे में डालने के लिए किन शब्दों में डांट लगाऊं। पगली कहीं की! मैं तुम्हारा एहसान सारी जिंदगी नहीं चुका सकता।”

ओह!!! मैं कोई जवाब नहीं दे सकी।

उन्होंने पूछा कि क्रिस्टियन कहा है तो मैंने बताया कि वह कहीं गया है।

“वे बोले कि वह ज्यादा दूर नहीं गया होगा क्योंकि जब मैं बेहोश थी तब भी उसने एक पल के लिए भी मेरे बिस्तर का कोना नहीं छोड़ा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह गुस्से में है और उसे होना भी चाहिए।”

हम हंस दिए और मैंने ईया के बारे में पूछा।

“ईया कैसी है?”

“वह घर में है और बहुत गुस्से में है। मुझे नहीं लगता कि अब ग्रेस उसे घर से एक कदम भी अकेले बाहर रखने देगी।”

“हां, आपने सही कहा”

“मैं नहीं चाहता कि तुम मेरे पोता-पोती के साथ अपनी जान खतरे में डालो।”

ओह! वे भी जानते हैं।

“क्रिस्टियन भी आता होगा। उसके लिए तो ये एक बड़ी बात है। वह संभल जाएगा। उसे एक मौका और वक्त दो।” उन्होंने समझाया।

मैंने हामी भरी। तो वे इस बारे में बात कर चुके हैं।”

“मैं चलता हूं। मुझे कोर्ट जाना है। बाद में मिलता हूं। ग्रेस ने तुम्हारे डॉक्टरों से बात की है। वे जानते हैं कि तुम्हें क्या देना है।”

वे झुके और फिर से चूम लिया। “एना! सच मैं तुम्हारा एहसान कभी नहीं उतार सकता। आई लव यू बेटा! ”

मैंने उन्हें भावुक नजरों से देखा और उन्होंने मेरा गाल सहला दिया। फिर वे बाहर चले गए।

ओह माई। शायद अब वे मुझ पर भरोसा करने लगें। उन्हें यकीन हो जाए कि मैं उनके बेटे के पैसे के पीछे नहीं हूं।

बिस्तर से उठी तो थोड़ी तबीयत सही लगी। सिर में दर्द है पर कल की तरह तीखा दर्द नहीं है। हो सकता है कि नहाकर राहत मिल जाए।

“एना!! ” क्रिस्टियन ने जोर से पुकारा

मैं बाथरूम में हूं। मैंने ब्रश करके कहा। जानकर शीशा नहीं देखा। शक्ल के बारह बजे हुए हैं।

बाहर आई तो क्रिस्टियन दिखाई दिया। वह काले कपड़ों में था। वह शेव करके और नहाकर आया था।

उसके हाथ में मेरे नाश्ते की ट्रे थी।

वह मेरा मनपसंद नाश्ता लाया था।

मैंने संतरे का जूस पीया और ओटमील खाने लगी। वह मुझे एक ओर बैठकर देखता रहा। ओह! कितनी भूख लगी थी।

“क्या???” मैंने पूछा

“तुम्हें खाते देख रहा हूं। अगर पता होता कि तुम इस हालत में इतना खाओगी तो पहले ही…”

“क्या कहा जनाब??”

ओह! अब हमें हमारी गर्भावस्था के बारे में बात करनी ही होगी

“क्रिस्टियन! इस हालत में ऐसे ही भूख लगती है।”

“हां मैं जानता हूं।”

“हमें इस बारे में बात करनी है।”

“इसमें बात क्या करनी है। हम मां-बाप बनने वाले हैं।” उसने विरक्त भाव से कहा पर मैं उसका डर देख सकती हूं। मैं उसके पास खिसक आई और हाथों में हाथ ले लिया।

“मैं समझ गई कि तुम डर रहे हो।”

उसकी आंखें फैल गईं

“मैं भी डर रही हूं। ये एक सामान्य भाव है। ऐसा होता है।”

“मैं भला कैसा पिता साबित हो सकता हूं?” उसने कहा

“ओह क्रिस्टियन! तुम दुनिया के सबसे अच्छे पिता बनोगे।”

“अगर हम कुछ समय तक दो ही रहते तो अच्छा था पर हम तीनों एक परिवार के रूप में रहेंगे और जिस तरह मैं तुमसे नि:स्वार्थ प्रेम करती हूं। उसी तरह हमारा बच्चा भी तुमसे प्रेम करेगा।”

“ओह एना। मुझे लगा कि मैंने तुम्हें खो दिया। तुम्हें वहां धरती पर बेसुध पड़ा देखा तो ऐसा लगा कि मेरा वह बुरा सपना सच हो गया हो। और तुम ठीक-ठाक बैठी, मुझे हौसला दे रही हो। तुम वाकई बहुत हिम्मत वाली हो। मेरा इतना सब करने के बाद भी मुझसे प्यार करती हो।”

उसने मेरे आंसू पोंछ दिए और मुझे चूमा जैसे कोई पति अपनी पत्नी को प्यार से चूमता है। वह मेरे कान के पास आ कर हौले से बोला, “मैं एक अच्छा पिता बनने की कोशिश करूंगा।”

“तुम कोशिश करोगे और सफल भी रहोगे। मैं और ब्लिप जानते हैं।”

“ब्लिप?”

“हां! मैं और जूनियर।”

उसने प्यार से हम दोनों को गले से लगा लिया।