fifty shades freed novel in Hindi: मैं रोने लगी। मेरे डैडी को होश आ गया। वे ठीक हो गए हैं।
“प्यारी एना! रोना बंद करो। मैं कहां हूं।”
“आपका एक्सीडेंट हो गया था। आप पोर्टलैंड के अस्पताल में हो।”
“क्या आप पानी लोगे?” हालांकि मैं जानती हूं कि उन्हें अपने-आप कुछ नहीं देना पर मैं उनसे बात करना चाहती हूं। मैं नर्स कैली के पास गई और उसे बताया कि मेरे डैड को होश आ गया है।
फिर मैं क्रिस्टियन के पास गई और डैड के बारे में बताया।
“मैं उन्हें सिएटल ले जाना चाहता हूं। तब हम घर जा सकते हैं और मॉम उन्हें देख भी लेंगीं।”
“तुम्हें घर की याद आ रही है?”
“हां, तुम्हें नहीं आ रही है।”
“हां, मुझे भी आ रही है।”
हम अस्पताल से निकले तो मेरे पति ने पूछा कि क्या अब हम जश्न मना सकते थे। मैंने कहा कि मैं अपने होटल के कमरे में ही खाना चाहूंगी।
ओह पेट भर कर खाया। खाना कितना अच्छा था।
“एना! आज पहली बार तुम्हें इतने दिल से खाते देख रहा हूं।”
“हां! मैं खुश हूं कि मेरे डैड अच्छे हो गए।” मैंने कहा।
“क्या करना चाहोगी?”
“तुम क्या करना चाहते हो?”
“वही जो हमेशा से चाहता आया हूं।” उसने अपनी वाइन का घूंट भरा।
मैंने उसके पास जा कर उसकी हथेली पर अंगुली फिराते हुए कहा। “मैं चाहती हूं कि तुम मुझे इससे छुओ। वह एकदम पिघल गया और मुझे बांहों में खींच लिया। उसके किस से एपल पाई, वाइन और मेरे क्रिस्टियन की गंध आ रही है। हमारी जीभें आपस में मिलीं तो लहू में उबाल आने लगा।
“चलो बिस्तर पर चलें”
“बिस्तर पर?”
“तो मिसेज ग्रे! कहां जाना चाहती हैं?”
“तुम जहां ले चलो।”
“आज आप कुछ ज्यादा ही मचल रही हैं”
“हां, हो सकता है कि मुझे बांधना ही पड़े।”
“ओह! मैं जानता हूं कि मुझे क्या करना चाहिए।”
“मि. ग्रे! पिछले दिनों आप कुछ ज्यादा नरमाई से पेश आते रहे हैं। आपको पता होना चाहिए कि मैं कांच की नहीं बनी।”
“आपको वह पसंद नहीं?”
“पसंद है पर विविधता में ही जीवन का रस होता है।”
“तो आप कुछ कम नरमाई चाहती हैं?”
“आपकी मर्जी”
उसने तीन में से एक कोच पर मुझे बिठा दिया और वहां से न हिलने का आदेश दिया।
“चलो इसी से काम चलाते हैं।” उसने मेरी टीशर्ट को इस तरह ऊंचा किया कि वह मुंह पर आ गई और अब मैं कुछ नहीं देख सकती। मैं अपने अंतर्वस्त्रों में हूं। फिर उसने मुझे उठाया और काउच पर तौलिया बिछा दिया।
“अपने सारे कपड़े उतार दो।”
मैंने वही किया जो कहा गया था।
“मिसेज ग्रे! आपको कुछ ज्यादा होता दिखे तो मुझे रोक देना।”
मैंने हामी दी।
“अपने घुटने ऊंचे करो और सीधी बैठ जाओ।”
उसने मेरी दोनों टांगें काउच के दोनों ओर बाथरोब की पतली बेल्ट से बांध दीं।
फिर मुझे चेतावनी मिली। “हिलना मत!! ”
ओह माई! मेरी दोनों टांगें चौड़ी खुली हुई हैं।
मैंने सोचा कि शायद वह मेरे हाथ भी बांधेगा पर उसने ऐसा नहीं किया।
“तुम नहीं जानतीं कि तुम इस समय कितनी हॉट दिख रही हो।”
अब मैं पूरी तरह से निर्वस्त्र हूं और उसके हाल पर हूं।
उसने मेरी पसंद का गाना लगाया और मेरे आगे घुटनों के बल बैठ गया।
अचानक ही मुझे शर्म-सी आने लगी।
मैं उसकी ओर सम्मोहित भाव से देख रही हूं और उसने मुझे अपने हाथ पीछे करने को कहा। फिर एक शीशी में से कोई सुगंधित बाथ ऑयल निकाला और मेरे हाथों पर रख दिया।
“अपने हाथ मलो और मैं चाहता हूं कि तुम इन हाथों से अपने-आप को छुओ।”
हैं!!! ये क्या।
“हां। अपने गले से शुरू करते हुए नीचे तक आओ।”
मैं हिचकने लगी।
“एना! शरमाना बंद करो।”
मैंने अपने हाथ गर्दन पर रखे और उन्हें नीचे तक फिसलने दिया। मेरे हाथ गरमाहट से भरे हैं।
“और नीचे।”
ओह! वह तो मुझे हाथ तक नहीं लगा रहा।
मेरे हाथ अपने वक्षों पर आ टिके
“अपनी देह से खेल कर दिखाओ।”
ओह माई
मैंने निप्पलों को हाथों से दबाया।
“और जोर से…”
पेट की मांसपेशियों में ऐंठन होने लगी।
“हां! मुझे अच्छा लगा। दोबारा करो।”
“आंखें खोलो। मैं चाहता हूं कि तुम अपने-आप को इस रूप में देखो।”
“एना! अपने शरीर के इस स्पर्श का आनंद लो।” उसने हौले से कहा
यह सब कितना मादक है। मेरी पूरी देह मेरे हाथों के संकेतों पर नाच रही है।
मैंने सिसकारी भरी और अपना सिर पीछे झटका। उसने गहरी सांस ली और मेरी जांघों पर अपनी जीभ का स्पर्श देता चला गया।
मैं उसे छूना चाहती हूं पर जब भी अपने हाथ हिलाने की कोशिश करती हूं तो उसकी अंगुलियां मेरी कलाइयों को जकड़ लेती हैं।
“अगर तुमने हिलना बंद नहीं किया तो इन्हें भी बांध दूंगा।”
मैंने आह भरी और उसने उसी वक्त अपनी दो अंगुलियों को मेरे भीतर उतार दिया। मेरे पूरे शरीर में आनंद की लहर दौड़ रही है पर मैं चाह कर भी शरीर के निचले हिस्से को हिला नहीं सकती। मेरे हाथ तौलिए के नीचे दबे हैं।
मैंने अपने-आप को उसके स्पर्श के सहारे ही छोड़ने का फैसला लिया और चरम सुख तक जा पहुंची।
“मेरी बारी!” इतना कहते ही वह मेरे भीतर उतर आया।
“ओह एना!’ मैं भी उसके साथ दोबारा उन्हीं रास्तों पर चल पड़ी। ये कैसी प्यास है जो कभी बुझती ही नहीं।
“कम ऑन एना! कम विद मी।” उसके इतना कहते ही हम दोनों एक साथ पार जा उतरे।
मैं अपने पति के साथ निश्चेत पड़ी हूं। हम सोफे के पास फर्श पर हैं और वह अभी कपड़ों में ही है।
“एक बार और करें। इस बार तुम्हारे कपड़े भी उतार देंगे।” मैंने चुहल की
“एना! तुम्हारा दिल नहीं भरता।”
मैं खिलखिलाने लगी। “ओह रे को होश आ गया तो तुम्हारी मस्ती भी लौट आई है।”
“ओह मि. ग्रे! मैं आपके ये कपड़े उतारना चाहती हूं।” मैंने लाड से कहा
“तुम कितने स्वीट हो”
“मैं स्वीट नहीं हूं।”
“तुम हो। तुमने मेरे वीकएंड को कितना स्पेशल बना दिया।”
“क्योंकि मैं तुमसे प्यार करता हूं।”
“मैं जानती हूं। मैं भी तुमसे प्यार करती हूं।”
ओह क्रिस्टियन…….मेरा प्यारा फिफ्टी!
उसकी आंखों में छिपी पीड़ा और बेचैनी को दूर करने के लिए मैं कुछ भी कर सकती थी और मैंने उसे मुख मैथुन का मजा देने के लिए राजी कर लिया। वह रात बहुत ही खुशनुमा तरीके से बीती।
अगली सुबह उठी तो वह अपने कंप्यूटर पर मग्न था।
“मिसेज ग्रे! आप जल्दी उठ गईं।”
“आप भी तो उठ गए।”
“मुझे काम करना था।”
“क्या?”
“जासूस क्लार्क तुमसे मिलना चाहता है। हाइड के बारे में बात करनी है।”
“अच्छा”
“मैंने टालना भी चाहा पर वह नहीं मान रहा। मुझे हामी देनी पड़ी।”
“आने दो। हमें क्या डर है। हम तो कुछ नहीं छिपा रहे।”
रे के पास गए तो उनकी बेचैनी और खीझ लौट आई थी। देख कर खुशी हुई। इसका मतलब है कि उनकी तबीयत ठीक हो रही है। वे संभल रहे हैं। वे अपने लिए खाने को कुछ अच्छा चाहते थे। मैं अपने पति को बताने चल दी कि मैं डैड के लिए खाने को कुछ लेने जा रही हूं।
क्रिस्टियन अब भी फोन पर है। मेरे हिसाब से तो उसे यहीं अपना ऑफिस खोल लेना चाहिए। जब देखो, तब काम ही सूझता है।
“क्लार्क चार बजे आ जाएगा।”
“उसे इतनी क्या जल्दी पड़ी है। रे कॉफी और डोनट्स लेना चाहते हैं।”
क्रिस्टियन हंसने लगा, “अगर मेरा एक्सीडेंट हुआ होता तो शायद मैं भी यही मांगता।”
“टेलर से जाने को कहो।”
“नहीं मैं जाना चाहती हूं।”
“अच्छा उसके साथ जाओ।”
तभी वह अपनी कोई कारस्तानी करने ही वाला था कि एक महिला ने रोते हुए प्रवेश किया। वह मुझे बाहर ले जाते हुए बोला कि उन लोगों को गोपनीयता और एकांत की अधिक आवश्यकता होगी। उसने अपना सामान समेटा और मेरे साथ ही चल दिया।
चार बजे जासूस क्लार्क आ पहुंचा। टेलर उसे अंदर लाया तो वह हमेशा की तरह खराब मूड में दिखा।
“मि. व मिसेज ग्रे! आज मिलने के लिए धन्यवाद।”
हमने हाथ मिलाए और हम उस सोफे पर बैठ गए, जहां पिछली रात…
क्रिस्टियन ने संकेत किया और टेलर बाहर चला गया।
“आपको जो भी कहना हो। मेरी उपस्थिति में मेरी पत्नी से कह सकते हैं।” वह बोला
क्लार्क ने मुझसे पूछा। “क्या आपको कोई एतराज नहीं है।”
“जी नहीं। मेरे पति से कुछ भी छिपा नहीं है। आप इनके सामने ही बात करें।” मैंने कहा
क्रिस्टियन के चेहरे पर तनाव के बादल थे।
क्लार्क ने कहा, “हाइड ने कहा कि आपने उसका यौन शोषण किया और अपनी ओर उसे अपने जाल में फांसने की बहुत कोशिश की।”
ओह। मेरी हंसी छूट गई पर मैंने किसी तरह अपने पति का हाथ थामकर उसे संभालना चाहा क्योंकि वह गुस्से से अपना पहलू बदल रहा था।
“हद हो गई।” वह बोला
“यह सच नहीं है।” मैंने कहा
“मतलब?”
“इसका बिल्कुल उलट हुआ था। वह मुझे बार-बार तंग करता था”
“वह कह रहा है कि आपने उसकी नौकरी पाने के लिए यह सब स्वांग किया।”
“जासूस महोदय! अब आप ये न कहें कि आप इतनी दूर से मेरी बीबी पर ऐसे बेहूदा इल्जाम लगाने आए हैं?”
“सर! मैं भी इस बात को नहीं मानता पर मिसेज ग्रे से इस बारे में बात करना चाहता था।”
“एना! तुम्हें ये बकवास सुनने की जरूरत ही क्या है।”
मुझे लगा कि अब उसे सारी बात बता देनी चाहिए। फिर मैंने क्लार्क को सारी बात बताई कि किस तरह हाइड मुझे तंग कर रहा था और उसने मुझ पर झपटना चाहा। मैंने किसी तरह उससे अपने को बचाया। उसने मुझ पर आरोप लगाया कि मैं क्रिस्टियन की जासूस थी जबकि उसे यह पता नहीं था कि वह कंपनी खरीद चुका था।
“आपने उसकी किसी पी ए से बात की?” क्रिस्टियन ने पूछा
“नहीं, वे तो कहती हैं कि वह बहुत अच्छा बॉस था पर कोई भी तीन महीने से ज्यादा नहीं टिकी।”
“यही तो बात है।” वे उसके खिलाफ बोल ही नहीं सकतीं।
आपको इन बातों का कैसे पता। जासूस ने पूछा
“क्योंकि मेरी बीबी वहां काम करती थी इसलिए उसकी सुरक्षा के बारे में चिंता करना मेरा फर्ज बनता है।”
“ओह अच्छा! ये कहानी तो और भी पेचीदा हो रही है।”
उसने बताया कि वे हाइड के बारे में ज्यादा पूछताछ कर रहे हैं। हो सकता है कि चार्ली टैंगो वाले अभियोग की बात भी साबित हो जाए। उसने दो लोगों को मारने का प्रत्यन किया था। जासूस ने बताया कि वह अपनी परदादी से मिलने पोर्टलैंड आ रहा था इसलिए उसने सोचा कि हमसे बातचीत भी कर ले।
क्रिस्टियन से वह अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा था। जब वह चला गया तो मुझे अपने पति का गुस्सा शांत करने में बहुत वक्त लग गया। फिर हम डैड को देखने चल दिए।
ये उपन्यास ‘फिफ्टी शेड्स फ्रीड’ किताब से ली गई है, इसकी और उपन्यास पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – fifty shades freed (फिफ्टी शेड्स फ्रीड)
अगले दिन रे को सिएटल के अस्पताल में पहुंचा दिया गया। वे सफर से थक गए थे इसलिए बहुत देर तक सोते रहे। जब वे उठे तो मैं उनके पढ़ने के लिए बहुत-सी किताबें लाकर कमरा सजा चुकी थी। उन्होंने मुझे काम पर जाने को कहा पर मैं चाहती थी कि उस नए माहौल में उन्हें कोई दिक्कत न हो इसलिए मैं वहीं बनी रही।
तभी मेरे फोन पर एक नए नंबर से फोन आया। मैं नंबर भी नहीं पहचानती थी।
अस्पताल से निकलने लगी तो किसी ने पीछे से पुकारा
“मिसेज ग्रे! मिसेज ग्रे।”
“कैसी हैं आप? मेरा मैसेज नहीं मिला?”
“अरे ये क्या ये तो डॉक्टर ग्रीन हैं।”
“मैं सोच रही थी कि तुम पिछली चार बार से मेरे पास क्यों नहीं आईं”
मेरा दिमाग चकरा गया। पिछली चार बार से? क्या मैं पिछली चार बार से अपना शॉट मिस कर रही हूं।
“मेरे ऑफिस में चल कर बात करते हैं। मैं लंच लेने जा रही थी।”
मेरी तो जान ही निकल गई।
उनके ऑफिस में जाकर मैंने बताया कि मेरे डैड को वहां रखा गया था इसलिए मैं अस्पताल आई थी।
“ओह सॉरी! अब वे कैसे हैं?” उन्होंने पूछा
डॉक्टर ने बताया कि मुझे प्रेगनेंसी टेस्ट करना होगा।
उन्होंने यूरिन का नमूना लाने को कहा।
मेरे हाथ-पांव काम नहीं कर रहे थे। क्या मैं मां बनने वाली हूं?
जब मैं नमूना ले कर आई तो उन्होंने प्रेगनेंसी स्ट्रिप की मदद से उसी समय देख कर बता दिया कि मैं तो मां बनने वाली थी।
“मिसेज ग्रे! इसे देख कर पता चलता है कि आप गर्भ से हैं।” वे बोली
हैं!!! क्या!!! नहीं। नहीं।
