fifty shades of grey novel in Hindi: मेरा दिल तेजी से धड़क रहा है। लिफ्ट के रुकते ही मैं बाहर निकली और फिर उलझ गई। शुक्र है कि इस बार गिरी नहीं। मैंने कांच के शीशों से बाहर जाने के लिए चाल तेज की और सिएटल की बारिश से भरी नम हवा में आकर ही सांस ली। मैंने मुंह उठाकर ताजी हवा को भीतर लिया और अपने संतुलन को साधना चाहा।
आज तक मुझे किसी भी मर्द ने इतना प्रभावित नहीं किया था, जितना इस क्रिस्टियन ग्रे ने दीवाना बना दिया था। मुझे कारण समझ नहीं आ रहा था। उसकी लुक्स? उसकी शिष्टता? उसका पैसा? उसकी ताकत? मैं अपनी इस प्रतिक्रिया का कारण नहीं समझ सकी। आखिर उस इंसान में ऐसा क्या था? मैंने वहीं खड़े स्टील के एक खंभे की टेक लगाकर खुद को शांत करने की कोशिश की। फिर सिर को झटका। ये मेरे साथ हो क्या रहा था? जब मेरी सांस सामान्य गति से चलने लगी तो मैं कार की तरफ बढ़ी।
जब मैंने शहर को पीछे छोड़ दिया और हाल ही में लिए गए इंटरव्यू को याद किया तो खुद को बेवकूफ़ और कमअक्ल कहने को जी चाहने लगा। बेशक मैं काल्पनिक बातों पर कुछ ज्यादा ही प्रतिक्रिया दे रही थी। माना वह बड़ा ही दिलकश, आत्मविश्वासी, सहज और अपने ऊपर पूरा काबू रखने वालों में से है पर देखा जाए तो घमंडी भी कम नहीं है और काफी हद तक आप उसे ठंडा और तानाशाह किस्म का भी कह सकते हो। अचानक न चाहने पर भी मेरी रीढ़ की हड्डी में सनसनाहट-सी फैल गई। माना वह घमंडी है पर उसे ऐसा होने का पूरा हक है-उसने छोटी-सी उम्र में ही कितना कुछ पा लिया है। वह ख़ुशी से मूर्खों को नहीं बरदाशत करता और उसे करना भी क्यों चाहिए? मुझे फिर से केट पर झुंझलाहट हुई कि उसने ग्रे का बायोडाटा क्यों नहीं दिया था।
इंटरस्टेट 5 की ओर जाते समय, मेरा दिमाग लगातार भटकता ही रहा। मैं इस उलझन में थी कि आखिर कोई इतना सफल कैसे बन जाता है। उसके कुछ जवाब तो इतने रहस्यमयी थे मानो वह किसी छिपे एजेंडा पर हो। और केट के सवाल-हाए!! वो गोद लेने वाला और वो समलैंगिक वाला सवाल। मैंने कंधे झटके। मैं यकीन नहीं कर सकती कि मैंने अपने मुंह से वे शब्द निकाले। हे धरती! तू मुझे निगल जा। हर बार जब कभी वे सवाल याद आएंगे,मैं शर्मिंदा हो जाऊंगी। केेथरीन कैवेना भाड़ में जा तू!!
मैंने स्पीडोमीटर देखा। मैं आम दिनों के मुकाबले कुछ ज्यादा ही संभल कर गाड़ी चला रही थी। बेशक उन घूरती आंखों और संभलकर गाड़ी चलाने की दी गई चेतावनी का ही असर था। मैंने सिर हिलाया और एहसास हुआ कि ग्रे अपनी उम्र के लिहाज से करीब दुगना लगता है।
ये उपन्यास ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे’ किताब से ली गई है, इसकी और उपन्यास पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – fifty shades of grey(फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे)
छोड़ न एना! मैंने खुद को फटकारा। मैंने तय किया कि कुल मिलाकर ये एक रोचक अनुभव रहा और मुझे इस पर ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी चाहिए। इसे गोली मार ! मुझे उससे दोबारा कभी नहीं मिलना। यह सोचते ही मन को तसल्ली सी मिल गई। मैंने स्टीरियो चला कर म्यूजिक तेज कर दिया। फिर गाड़ी की गति तेज की और रॉक संगीत के साथ पैर से थाप देने लगी। इंटरस्टेट 5 पार करते ही मुझे लगा कि मैं जितना जी चाहे, तेज चला सकती थी।
हम वैंकूवर के डब्लयूएसयू कैंपस के पास दोमंजिला अपार्टमेंट्स के छोटे से समुदाय में रहते हैं। मैं किस्मत वाली हूं कि केट के माता-पिता ने उसके लिए वह जगह खरीद दी है और मैं नाममात्र का किराया देकर उसके साथ रहती हूं। हम चार साल से यहां हैं। जैसे ही बाहर रुकी तो याद आया कि केट को तो एक-एक पल का ब्यौरा देना होगा और वो इस मामले में बड़ी अड़ियल है। खैर, उसके पास डिजीटल रिकॉर्डर तो है ही। उम्मीद है कि मैं उससे ज्यादा तो नहीं बता पाऊंगी।
“एना! तुम आ गईं?” केट हमारे लिविंग एरिया में किताबों से घिरी बैठी है। ये तो साफ दिख रहा है कि वह अपने पेपरों की तैयारी कर रही थी-वह अब भी अपने गुलाबी फलालेन के पजामे में है जिस पर छोटे-छोटे खरगोश बने हैं। इसे वह अपने पुरुष दोस्तों से रूठने पर, मूड खराब होने पर या अकेलापन चाहने की इच्छा होने पर पहनती है। उसने मुझे कस कर गले से लगाया।
“मैं तो चिंता कर रही थी। तुझे जल्दी आ जाना चाहिए था।”
“ओह! मैंने सोचा कि तुझे लंबे इंटरव्यू की ज्यादा खुशी होगी।” मैंने उसकी तरफ डिजीटल बढ़ा दिया।
“एना! इस काम के लिए बहुत-बहुत थैंक्स! मैं तेरी एहसानमंद हूं मुझे पता है कि वह कैसा बंदा है? वैसे तुझे कैसा लगा?” देखो जी केट की पूछताछ शुरू हो गई।
मैंने जवाब देने की कोशिश की। “मैं क्या कह सकती हूं?”
“मुझे खुशी है कि आज का काम खत्म हो गया और मुझे उससे दोबारा नहीं मिलना होगा। पता है, उसे देखकर ही डर लग रहा था। मैंने कंधे झटके। वैसे काफी फोकस वाला जवान पट्ठा है। काफी जवान!!”
केट ने मुझे मासूमियत से देखा और मैंने त्योरी चढ़ा दी।
“ज्यादा भोली मत बन। तूने मुझे उसके बारे में पहले से कुछ क्यों नहीं बताया? वहां मेरी बेइज्जती हो रही थी क्योंकि मैं उससे ऐसे सवाल पूछ रही थी, जो मुझे उसके बारे में पहले से पता होने चाहिए थे।”
केट ने अपना एक हाथ मुंह पर रखा।” ओह गॉड! एना, सॉरी। मैंने तो इस बारे में सोचा ही नहीं।”
मैंने सांस छोड़ी।
“वैसे तो वह काफी सभ्य, शिष्ट, औपचारिक और हल्का सा भारी लगा यानी अपनी उम्र से थोड़ा ज्यादा। वह किसी ऐसे नहीं बोलता, जैसे उसकी उम्र के लोगों को बोलना चाहिए। वैसे वह कितने साल का है?”
“सत्ताईस। एना! सच्ची सॉरी। मुझे तुझे उसके बारे में बेसिक बातें बता कर भेजना चाहिए था पर मैं इतना घबराई हुई थी कि क्या कहूं? मुझे रिकॉर्डर दे, मैं सब कुछ नोट कर लेती हूं।”
“तुम पहले से ठीक दिख रही हो। क्या सूप पीया?” मैंने बात बदलने के लिहाज से कहा
“हां, हमेशा की तरह स्वादिष्ट बना था और मैं पहले से बेहतर महसूस कर रही हूं।” उसने मुझे बड़े ही लगाव से देखा। मैंने घड़ी पर नज़र मारी।
“मुझे निकलना होगा। अभी क्लेटन की शिअ ट मे जा सकती हूं।”
“एना! तुम थक गई होगी!”
“नहीं, ठीक हूं। बाद में मिलते हैं।”
मैं तभी से क्लेटन में काम करती आ रही हूं, जब से मैं डब्लयूएसयू में आई थी। ये पोर्टलैंड का सबसे बड़ा और स्वतंत्र हार्डवेयर स्टोर है और पिछले चार साल से यहां काम करने के कारण मुझे तकरीबन सभी चीजों की जानकारी हो गई है
मुझे खुशी है कि अभी काम के लिए समय था और मैं काम के दौरान ग्रे के बारे में भी सोच सकती थी। हम काफी व्यस्त हैं-गर्मियों की शुरूआत है और लोग घरों को नए सिरे से सजा रहे हैं। मिसेज क्लेटन को मुझे देखते ही राहत मिल गई।
“एना! मुझे लगा कि तुम आज नहीं आ पाओगी।”
“मेरी मुलाकात जल्दी खत्म हो गई थी इसलिए मैंने सोचा कि कुछ घंटे काम में लगाए जा सकते हैं।”
“मुझे तुम्हें देखकर खुशी हुई।”
उन्होंने मुझे स्टोर में भेज दिया ताकि शेल्फों को सामान से भरा जा सके और मैं काम में मग्न हो गई।
जब मैं रात को घर पहुंची तो कैथरीन कानों पर हेडफोन लगाए लैपटॉप पर काम कर रही थी।
उसकी नाक अब भी लाल है पर इस समय वह अपनी ही धुन में स्टोरी टाइप कर रही है। मैं आज सारे दिन की भागदौड़, ड्राइविंग, इंटरव्यू और आज के काम के कारण बुरी तरह से थक गई हूं। वहीं काउच पर पसर कर अपने उस निबंध और उस पढ़ाई के बारे में सोचने लगी, जिसे आज ही पूरा करना था और उससे मिलने के कारण नहीं कर सकी।
“एना! काफी अच्छा मसाला ले आई हो। मुझे तो यकीन नहीं आता कि तुमने उसकी पेशकश ठुकरा दी, वह तुम्हें आसपास सब दिखाना चाह रहा था। बेशक वह तुम्हारे साथ कुछ और समय बिताना चाहता था।” उसने मुझे सवालिया निगाहों से देखा।
मैं लजा गई और दिल की धड़कन बेकाबू हो गई। वैसे वह तो मुझे सब कुछ इसलिए दिखाना चाह रहा होगा ताकि अपनी रईसी का रोब गांठ सके। मुझे एहसास हुआ कि इस दौरान मैं अपना होंठ काट रही थी, उम्मीद करती हूं कि केट ने ध्यान नहीं दिया होगा क्योंकि वह अपने काम में खोई हुई थी।
“मैंने सुना कि तुम्हारा फॉर्मल से क्या मतलब है? क्या तुमने नोट्स लिए?” उसने पूछा
“उम्म…नहीं, वे तो नहीं लिए।”
“ठीक है। मैं इस सामग्री से भी अच्छा लेख बना सकती हूं। कितने शर्म की बात है कि हमारे पास उसके कुछ मूल फोटो नहीं हैं। साला दिखता कितना सुंदर है, है न?”
“हां! लगता तो है।” मैंने खुद को इस बात से बेलाग दिखाने की पूरी कोशिश की।
“ओह कमॉन एना! यहां तक कि तुम भी उसकी नज़रों के जादू से बच नहीं सकी होगी।” उसने एक भौं नचाई।
हो गया कबाड़ा! मेरे गाल सुनते ही दहकने लगे और मैंने चापलूसी के जरिए उसका ध्यान बंटाने की कोशिश की।
“वैसे तू जाती तो ज्यादा जानकारी ले आती।”
“एना! मुझे तो इस बारे में शक है। देख तो, उसने तो तुझे जॉब का भी ऑफर दे दिया। चाहे तूने आखिरी मिनट में काम संभाला पर सब कुछ कितने अच्छे से हो गया।” उसने मुझे शक्की निगाहों से घूरा और उस नज़र से बचने के लिए मैं सैंडविच की तैयारी करने रसोई में चली गई।
“तो तू उसके बारे में क्या सोचती है?” हे भगवान! अभी उसका कौतूहल शांत नहीं हुआ था। वो इस बात को छोड़ क्यों नहीं देती? मुझे ही कुछ सोचना होगा
“वह काफी सख्त, रूखे और डरावने सनकी जैसा था पर फिर भी काफी आकर्षक कह सकते हैं। मैं समझ सकती हूं कि उसका आकर्षण कितना जबरदस्त था।” मैंने पूरी सच्चाई से कहा और उम्मीद की कि इसके बाद उसका मुंह बंद हो जाएगा।
“तू एक मर्द से आकर्षित हुई? ऐसा तो पहली बार हुआ है।” वह बोली।
मैंने उसकी तरफ मुंह ही नहीं घुमाया।
“तू ये क्यों जानना चाहती थी कि वह समलैंगिक है या नहीं? ये सवाल काफी शर्मिंदगी भरा रहा। मैं तो वहीं मर गई और उसे भी बड़ी खीझ हुई?” मैं उन पलों को याद करके कुढ़ गई।
“वह जब से सोसायटी के पेजों में आने लगा है। उसने कभी किसी लड़की से डेट नहीं की।”
ये सब बड़ा शर्मिंदगी से भरा था। मुझे तो बड़ी ही शर्म आई। शुक्र है, दोबारा उससे सामना नहीं होने वाला।”
“ओह एना! ये सब इतना बुरा भी नहीं रहा होगा। मुझे तो लगता है कि तुझ पर फ़िदा हो गया है।”
“मुझ पर फ़िदा? लगता है कि केट मजाक के मूड में है।”
“क्या तुम सैंडविच लेना चाहोगी?”
“हां प्लीज़!”
उस शाम, हमने ग्रे के बारे में और कोई बात नहीं की। खाने के बाद, मैं डाइनिंग टेबल पर ही केट के पास जा बैठी। वह अपने लेख पर काम कर रही थी और मैंने ‘टैस ऑफ दि अरबरविल्स ’ के निबंध पर काम शुरू किया। हद है, वह औरत गलत देश में, गलत जगह पर और गलत समय पर थी। जब तक मैंने काम निपटाए, आधी रात हो चुकी थी। केट सोने जा चुकी थी। मैंने भी कमरे की तरफ कदम बढ़ाए, थकान के बावजूद मन में खुशी थी कि मैंने सोमवार के हिसाब से काफी काम खींच लिया।
मैंने सफेद लोहे के पलंग पर लेटते ही खुद को मॉम के हाथ की बनी रजाई में लपेट लिया और आंखें बंद करते ही सो गई। उस रात मुझे अंधेरे कोनों, ठंडे सफेद फर्शों और भूरी आंखों के ही सपने आते रहे।
बाकी सप्ताह मैंने खुद को पढ़ाई और क्लेटन में व्यस्त रखा। केट को भी फाइनल शुरू होने से पहले अपने न्यूजपेपर का इश्यू तैयार करना था। इसके बाद तो उसे कोई नई संपादिका संभालने वाली थी। बुधवार तक वह काफी ठीक थी और अब मुझे उसका खरगोशों वाला पजामा देखने की आवश्यकता नहीं थी। मैंने मॉम से बात करने के लिए जार्जिया फोन लगाया ताकि वे मुझे फाइनल पेपरों के लिए शुभकामनाएं दे सकेें। उन्होंने मुझे बताया कि वे आजकल मोमबत्ती बनाना सीख रही हैं। मेरी मॉम को नए-नए तरह के काम शुरू करने का बड़ा शौक है। जैसे ही एक काम से मन हटता है तो दूसरा शुरू कर देती हैं और फिर तीसरे काम की ओर चल देती हैं। अगले सप्ताह कुछ और ही सुनने को मिलेगा। उनके लिए मुझे चिंता होती है। उम्मीद करती हूं कि उन्होंने इस नए धंधे के लिए घर को रेहन न रख दिया हो। बेशक उनका नया पर काफी बड़ी उम्र का पति बॉब भी उन पर नज़र रख रहा होगा क्योंकि मैं वहां आजकल वहां नहीं हूं। वह नंबर तीन से तो बेहतर ही लगता है।
“एना! सब कैसा चल रहा है?”
मैं एक पल के लिए सकुचाई और फिर पूरा ध्यान मॉम की बात में लगा दिया।
“मैं ठीक हूं, मॉम।”
“एना! क्या तुम किसी से मिली हो?” वाऊ…उन्हें कैसे पता चला? उनकी आवाज़ की उमंग छिपाए नहीं छिप रही थी।
“नहीं! मॉम ऐसी कोई बात नहीं है। अगर ऐसा कुछ हुआ तो सबसे पहले आपको ही बताऊंगी।”
“एना हनी! तुम्हें घर से बाहर घूमना-फिरना चाहिए, लोगों से मिलना चाहिए। तुम्हारे लिए मुझे बड़ी चिंता रहती है।”
“मॉम! मैं ठीक हूं। बॉब कैसे हैं?” ध्यान भटकाने की नीति फिर काम आ गई।
उस शाम मैंने मॉम के पति नंबर दो और अपने सौतेले पिता रे को फोन किया। उन्हें मैं अपना पिता मानती हूं और उनसे ही मुझे अपना नाम भी मिला। हमारे बीच छोटी-सी बात हुई। बात क्या होनी थी, मैं बोलती रही और वे हां-हूं करते रहे। वे ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते। वे अब भी जिंदा हैं और मजे से टीवी पर कोई खेल देखते हैं या कोई फर्नीचर बनाते हैं। वे एक हुनरमंद बढ़ई हैं और यही वजह है कि मुझे उनके सारे औजारों के बारे में जानकारी है।
शुक्रवार रात, मैं और केट आपस में बहस रहे हैं कि शाम को क्या किया जाए-हम काम, पढ़ाई और न्यूजपेपर से अपना ध्यान कुछ समय के लिए हटाना चाहते थे। तभी दरवाजे की घंटी बजी। हमारे दरवाजे पर मेरा अच्छा दोस्त जोस हाथ में शैंपेन की बोतल लिए खड़ा था।
“जोस! तुम्हें देखकर अच्छा लगा।” मैंने उसे हल्के से गले लगाया ओर अंदर आने को कहा।
जब मैं यहां आई थी तो वह मुझे मिलने वाला पहला इंसान था और मेरी ही तरह अकेला और खोया-खोया दिखता था। हम दोनों ने ही एक-दूसरे को पहचान लिया और तभी से अच्छे दोस्त हैं। न केवल हमारी खूब पटती है बल्कि बाद में यह भी पता चला कि जोस सीनियर और रे, दोनों एक ही आर्मी यूनिट में काम करते थे। नतीजन हम दोनों के पिता भी अच्छे दोस्त हैं।
जोस इंजीनियरिंग पढ़ रहा है और अपने परिवार का पहला सदस्य है, जो कॉलेज तक आया है। काफी होशियार है पर उसे फोटोग्राफी का जुनून है। उसे बहुत अच्छी तस्वीरें लेना आता है।
“मेरे पास एक खबर है।” उसकी आंखें खुशी से दमक रही थीं।
“ये मत कहना कि तुझे इस हफ्ते क्लास से बाहर नहीं निकाला गया।” मैंने उसे चिढ़ाया और उसने मुझे शरारती निगाहों से देखा।
“पोर्टलैंड प्लेस गैलरी अगले महीने मेरी तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाने जा रही है।”
“वाह! मजा आ गया। बधाई हो।” मैंने खुशी के मारे उसे गले से लगा लिया। केट भी उसे देखकर मुस्कुराईं।
“वाह जोस! मुझे भी इसे पेपर में डालना चाहिए। ये कुछ ऐसा नहीं होगा, जिसे आखिर में बदलाव ला कर डाला जाता है।”
“चलो जश्न मनाते हैं। मैं चाहता हूं कि तुम उद्घाटन में आओ।” उसने मुझे देखकर कहा। फिर अपनी गलती का एहसास होते ही बोला- “मतलब तुम दोनों आना।”
हम दोनों अच्छे दोस्त हैं पर मैं मन ही मन जानती हूं कि वह इससे कुछ ज्यादा बनना चाहता है। वह मजेदार और प्यारा है पर वह मेरे लिए नहीं बना। वह तो मेरे लिए भाई जैसा है, जो मुझे कभी नहीं मिला। कैथरीन अकसर मुझे चिढ़ाती है कि मेरे पास कोई ब्यायफ्रेंड ही नहीं है पर सच कहूं तो आज तक कोई ऐसा मिला ही नहीं…जिसे देखकर घुटने कांपने लगें, कलेजा मुंह को आ जाए और पेट में खलबली सी होने लगे।
कभी-कभी सोचती हूं कि मुझमें ही तो कोई कमी नहीं है। शायद मैं अपने साहित्यिक रोमानी नायकों की संगति में कुछ ज्यादा ही वक्त बिताती हूं जिसकी वजह से मेरे आदर्श और उम्मीदें बहुत ऊंचे हो गए हैं। हकीकत में मुझे कोई ऐसा मिलता ही नहीं।
अभी हाल ही तक, मेरे अंदर से किसी ने पुकारा। नहीं, मैंने विचार को परे झटक दिया। मैं वहां नहीं जाने वाली, उस दर्दनाक इंटरव्यू के बाद तो कभी नहीं! मि. ग्रे! क्या आप समलैंगिक हैं? यह याद आते ही मैं चिहुंकी। मैं जानती हूं, उस दिन के बाद से उसे अकसर रात को सपनों में देखती हूं पर यकीनन ये सब जल्द ही मेेरे दिमाग से निकल जाएगा।
मैंने जोस को शैंपेन की बोतल खोलते देखा। वह काफी लंबा है। अपनी टी-शर्ट और जींस में गठे शरीर, काले बालों और जलती हुई काली आंखों के साथ और भी कमाल दिखता है। बेशक वह हॉट है पर लगता है कि उसे बात समझ आ ही गई है कि हम सिर्फ दोस्त हैं और कुछ नहीं। कॉर्क तेज आवाज के साथ उछला और जोस ने हमें देखकर मुस्कान दी।
स्टोर में शनिवार किसी बुरे सपने से कम नहीं होता। हम उन लोगों से घिरे रहते हैं, जो अपने काम खुद करने के शौकीन होते हैं। मि. और मिसेज क्लेटन, जॉन और पैट्रिक सहित सभी ग्राहकों से घिरे हैं। लंचटाइम में मिसेज क्लेटन ने मुझे कुछ ऑर्डर देखने को कहा, तब मैं कांउटर के पीछे छिपी, रजिस्टर की ओट में अपना बैगल खा रही थी। फिर मैं ऑर्डर के हिसाब से भेजी जाने वाली चीजों को चैक करने में मग्न थी। मेरी आंखें लगातार ऑर्डर बुक से कंप्यूटर स्क्रीन पर आ जा रही थीं। तभी अचानक मैंने नज़र उठाई और खुद को क्रिस्टियन ग्रे की नज़रों की घेराबंदी में पाया। वह काउंटर के पास खड़ा मुझे ही घूर रहा था।
दिल तो गया काम से!
“मिस स्टील! वाह क्या सरप्राइज है!” उसकी नजर तीखी और गहरी है।
हे भगवान! ये यहां क्या कर रहा है? बिखरे बाल, अफीम चंकी स्वेटर और बूट? शायद मेरा मुंह खुला का खुला रह गया और गले से आवाज़ ही नहीं निकली।
“मि. ग्रे!” मैं हौले से बोली क्योंकि इससे ज्यादा कुछ कह ही नहीं सकी। उसके होंठों पर एक मुस्कान थी और आंखें किसी बात पर चहक रही थीं मानो किसी निजी चुटकुले पर मन ही मन हंस रहा हो।
“मैं इसी इलाके में था। कुछ सामान चाहिए था इसलिए चला आया।” उसने सफाई दी। “मिस स्टील! तुम्हें देखकर अच्छा लगा।” उसकी भारी और गंभीर आवाज ऐसी थी मानो उसमें गाढ़ा पिघला हुआ चॉकलेट कैरेमल या कुछ ऐसा ही।
मैंने अपनी गर्दन हिलाई ताकि खुद पर काबू पा सकूं। दिल तेजी से बेकाबू हो रहा था और पता नहीं क्यों मेरे गालों पर लाली छा रही थी। उसे देखते ही मैं जैसे दीवानी हो गई थी। यह तो सचमुच पुरुष सौंदर्य का जीता-जागता उदाहरण है। भला इसके आकर्षण से कोई कैसे बच सकता है? ये यहां है। ये क्लेटन में आया है। आखिरकार मैं खुद को संभालने में सफल रही।
“एना, मेरा नाम एना है। मि. ग्रे! मैं आपकी क्या मदद कर सकती हूं?”
वह मुस्कुराया मानो कोई बड़ा राज़ छिपाए हो। मैंने एक गहरी सांस ली और व्यावसायिक मुखौटा ओढ़ लिया। बेशक मैं ऐसा कर सकती थी, मैं वहां कई साल से काम कर रही थी। मैं ये कर सकती हूं।
“मुझे कुछ चीजें चाहिए। पहले मुझे केबल टाई चाहिए।”
“तार?”
“हमारे पास ये कई लंबाई में हैं। आपको दिखाऊं?” मैंने हिम्मत बटोरी। मेरे भीतर से आवाज आई, मिस स्टील डटी रहना।
मैं कांउटर के पीछे से निकलकर ग्रे के आगे तो चल दी पर पूरी कोशिश यही रही कि मैं कहीं गिर ही न जाऊं। ऐसा लग रहा था किसी ने मेरे पैरों को जाम कर दिया हो। मैं खुश थी कि आज मैंने अपनी सबसे अच्छी जींस पहनने का फैसला लिया था।
“वे बिजली के सामान के साथ आठवें रैक पर हैं।” इस बार मैंने कुछ जोश से कहा।
फिर उसे देखते ही पछतावा भी हुआ। यार! ये तो गजब का इंसान है।
“पहले आप चलें।” उसने अपनी मैनीक्योर अंगुलियों से इशारा किया।
मैंने मुंह तक उछल आए कलेजे को संभालने के बाद कदम बढ़ाए। ये यहां पोर्टलैंड में क्या कर रहा है? क्या ये यहां क्लेटन के लिए आया है? अचानक मेरे भीतर से कोई बोला-तुझसे मिलने आया है। नहीं! सवाल ही पैदा नहीं होता। मैंने एक ही पल में उस सोच को परे झटक दिया। इतना सुंदर, ताकतवर और पैसेवाला शहरी मर्द मुझसे क्यों मिलने आएगा। ये बात तो दिमाग से ही निकाल देनी चाहिए।
“क्या आप काम के सिलसिलें में पोर्टलैंड आए हैं?” मैंने इतने जोर से पूछा मानो कोई अंगुली से दरवाजा खटखटा रहा हो। एना! कुछ ज्यादा ही नक्शा झाड़ रही है तू !
“मैं डब्ल्यूएसयू के खेतीबाड़ी विभाग में आया था। ये वैंकूवर में स्थित है। मैं वहां फसल बदली और मृदा विज्ञान के शोध के लिए कुछ चंदा दे रहा हूं।”
देखा! वह तुझसे मिलने नहीं आया।” मेरे अवचेतन मन ने मुझे चिढ़ाया। मैं अपने ही बेतुके ख्यालों पर शरमा गई।
“अच्छा आपके दुनिया को भोजन सुलभ कराने वाले प्लान का हिस्सा है?”
“कुछ ऐसा ही है।” उसके होंठों पर एक अधूरी मुस्कान खेल गई। उसने क्लेटन में चुनी गई तारों को ध्यान से देखा। समझ नहीं आया कि ये उसके किस काम आतीं। ये उन लोगों में से तो था नहीं जो खुद अपने घर के काम करते हैं। उसकी अंगुलियां तरह-तरह के पैकेटों को परख रही थीं और किसी वजह से मुझे मुंह घुमाना पड़ा। वह झुका और एक पैकेट ले लिया।
“ये ठीक रहेगा।” चेहरे पर फिर वही रहस्यमयी मुस्कान थी।
“क्या कुछ और भी है?”
“मैं मुंह पर चिपकाने वाली टेप लेना चाहता हूं।”
‘‘मास्किंग टेप?‘‘
“क्या आप घर को सजा रहे हैं?” अचानक ही मेरे मुंह से निकल गया। बेशक उसके यहां तो किराए के लोग ये काम करते होंगे।
“नहीं, ऐसा नहीं है।” उसने कहा और मुझे लगा कि शायद वह मुझ पर हंस रहा था।
‘‘क्या मैं मजाकिया दिखती हूं? क्या मैं जोकर हूं?‘‘
“यहां… वह इस तरफ रखी है।”
“क्या यहां काफी समय से काम कर रही हो?” उसने धीरे से पूछा।
उफ्फ!!! उसकी आवाज़ सुनते ही मैं शरमाने क्यों लगती हूं। ऐसा लग रहा था मानो मैं चौदह साल की किशोरी बन गई हूं। स्टील! आंखें सीधी रखो।
“चार साल। मैं बोली।” मैं खुद ही आगे बढ़ी और वहां से दो तरह की टेपें उठा लीं।
“मैं ये वाली लेता हूं।” उसने मेरे हाथ में पकड़ी हुई चौड़ी टेप लेनी चाही और इस दौरान हमारी अंगुलियां आपस में टकरा गईं। ऐसा लगा मानो मैंने किसी नंगी तार को छू लिया हो। किसी तरह खुद को संभाला।
“कुछ और?” मेरी आवाज़ काफी भारी निकली। उसने आंखें चौड़ी करते हुए मुझे देखा।
“शायद थोड़ी रस्सी।” उसने भी मेरे ही सुर में कहा।
“यहां!” मैं उसे दूसरी ओर ले गई।
“आप कैसी रस्सी लेना चाहते हैं-फिलामेंट रस्सी, ट्वाइन या केबल कॉर्ड।” मैंने अपनी बात बीच में ही छोड़ दी। वह कैसी निगाहों से ताक रहा था।
“मैं पांच मीटर नेचुरल फिलामेंट रस्सी लूंगा।”
मैंने कांपते हाथों से रस्सी मापी और वह इस दौरान मुझे देखता ही रहा। मेरी तो उसकी ओर देखने की हिम्मत ही नहीं हुई। मैंने अपनी जींस की जेब से स्टेनलेस चाकू निकाला और रस्सी को काटकर सही तरीके से लपेट दिया। शुक्र है कि चाकू से मेरी अंगुली नहीं कटी।
“क्या तुम गर्ल स्काउट थीं?” उसने पूछा और गढ़े हुए सुंदर होंठों पर मस्ती खेल गई। उसके चेहरे की ओर मत देखना।
“मि. ग्रे! इस तरह की सामूहिक और संगठित गतिविधियां मेरे बस की नहीं हैं।” उसने अपनी एक भौं नचाई।
“तो आप क्या करती हैं, एनेस्टेसिया?” उसने मुलायम स्वर में पूछा और साथ ही उसकी रहस्य से भरी मुस्कान भी लौट आई। मैंने उसे घूरा पर अपनी बात समझाने में असफल रही। एना! अपने पर काबू पा। मेरे अंदर से कोई बार-बार विनती कर रहा था।
“किताबें।” मैं हौले से बोली। पर अंदर ही अंदर कोई चिल्ला रहा था। मैं तुम पर मरती हूं। मैं तुम पर मरती हूं। मैंने झट से इस सोच को पछाड़ दिया। भला ये कभी हो सकता था?
“कैसी किताबें?” उसने अपना सिर एक ओर झटका। ये इतनी दिलचस्पी क्यों ले रहा है?
“ओह! वही आम। क्लासिक। ब्रिटिश साहित्य, खासतौर पर।”
उसने अपनी लंबी तर्जनी से अपनी चिबुक मली और मेरे जवाब के बारे में सोचने लगा। या फिर शायद वह अपनी बोरियत छिपाना चाह रहा था।
“आपको कुछ और चाहिए?” मैंने बात बदलनी चाही
“आप और क्या सलाह देंगी?”
भला मैं क्या सलाह दे सकती थी?
“मैं क्या सलाह दूं। मुझे तो पता भी नहीं कि आप क्या काम कर रहे हैं?”
“आप खुद कुछ करने जा रहे हैं?”
उसने दुष्टता से आंखें नचाते हुए हामी भरी। मैं शरमा गई और अपनी आंखें उसकी जींस पर टिका दीं।
“कवरऑल। जी हां।” मैंने कहा।
बेशक मैं बिना सोचे-समझे बोल रही थी।
उसने अपनी भौं उठाईं।
“जी, अगर आप काम करेंगे तो एप्रन या कवरऑल पहनने से आपके कपड़े खराब नहीं होंगे।” मैंने अपनी सफाई दी।
“मैं तो उन्हें हमेशा उतारकर ही काम करता हूं।”
उम्म! मेरे गाल फिर से दहकने लगे थे। बेशक मेरे चेहरे पर द कम्यूनिस्ट मैनीफेस्टो का रंग उतर आया होगा। बात करना बंद कर अभी के अभी बात करना बंद कर।
“मैं कुछ एप्रन ले ही लेता हूं। सच कहीं कपड़े न खराब हो जाएं।”
मैंने मन ही मन अपनी सोच को लानत भेजी जो उसे जींस के बिना देखने के बारे में सोच रही थी।
“क्या आपको कुछ और चाहिए।” मैंने उसे नीले एप्रन देने के बाद पूछा।
उसने मेरी बात को अनसुना कर दिया।
“लेख कैसा चल रहा है?”
उसने कुल मिलाकर एक आसान सवाल पूछ ही लिया और बेशक ये सब उसके दोहरे अर्थों वाले संवादों से भी परे था…एक ऐसा सवाल, जिसका जवाब मैं आराम से दे सकती थी। मैंने पूरी ईमानदारी से सवाल का जवाब देने के लिए खुद को तैयार कर लिया।
“मैं इसे नहीं लिख रही। कैथरीन, मिस कैवेना इस पर काम कर रही हैं। वह मेरे साथ रहती है और एक लेखिका है। वह इस लेख से बहुत खुश है। वह अखबार की संपादिका है और उसे अफसोस है कि वह निजी रूप से आपका इंटरव्यू नहीं ले सकी।” मैंने इतना लंबा जवाब देकर चैन की सांस ली। बस उसे यही चिंता है कि उसके पास आपकी कोई मूल तस्वीरें नहीं हैं।”
“वह किस तरह की तस्वीरें चाहती है?”
“अच्छा!” मैंने खुद को इस जवाब के लिए तैयार न पाते हुए कंधे झटक दिए।
“मैं कल भी यहीं हूं… “
“अगर आप फोटोशूट करवाना चाहें तो…।” मेरी आवाज़ भर्रा गई। केट तो सुनते ही पागल हो जाएगी। और इसे फिर से देखने का मौका मिलेगा। मेेरे भीतर से फिर किसी ने आवाज़ उठाई। मैंने कुछ समय के लिए अपनी इस सोच को चुप रहने की हिदायत दी।
केट झूम उठेगी, अगर हम किसी फोटोग्राफर का भी इंतज़ाम कर सकें। मैं भी खुश थी। मैंने एक चौड़ी सी मुस्कान दी। उसने एक गहरी सांस ली और पल भर के लिए वह जैसे कहीं खो सा गया। ऐसा लगा धरती अपनी धुरी से जरा सा खिसक गई हो।
हे भगवान! क्रिस्टियन ग्रे का वह अंदाज
“मैं कल के बारे में देख लेता हूं।” उसने पीछे की जेब से पर्स निकाला। मेरा कार्ड। इसमें मेरा सेल नंबर है। सुबह दस से पहले फ़ोन कर लेना।”
“ओ के।” मैंने खीसें निपोर दीं। केट तो दीवानी हो जाएगी।
“एना!”
कांउटर के दूसरे कोने से पॉल सामने आ गया। वह मि. क्लेटन का छोटा भाई है। मैंने सुना था कि वह प्रिंसटन से घर आया हुआ था पर आज उसे देखने की उम्मीद नहीं की थी।”
एक मिनट के लिए माफी चाहूंगी, मि. ग्रे।” मैं उसकी ओर मुड़ी तो ग्रे की त्यौरियां चढ़ गईं।
पॉल तो हमेशा से अच्छा दोस्त रहा है। पर इन विचित्र पलों में जब मैं अमीर, ताकतवर, आकर्षक और अकड़ू ग्रे से बात कर रही थी तो किसी ऐसे इंसान से बात करना अच्छा लगा, जो कम से कम आम तो है। पॉल ने मुझे कस कर गले से लगाया और हैरानी में डाल दिया।
“एना! तुम्हें देखकर कितना अच्छा लगा।”
“हैलो पॉल! कैसे हो? भाई के जन्मदिन के लिए आए हो न?”
“हां, एना! तुम कितनी अच्छी दिख रही हो।” उसने मुझे एक हाथ की दूरी से निहारते हुए कहा। फिर बड़े ही अधिकार से मेरे कंधे पर अपनी बांह रख ली। मैं तो शर्मिंदा हो गई। पॉल से मिल कर अच्छा लगता है पर वो कुछ ज्यादा ही अपनापन दिखाने लगता है।
जब मैंने ग्रे की ओर देखा तो वह मुंह खोले, गिद्ध की तरह आंखें फाड़े हमें ही घूर रहा था। वह एक अजीब से चुस्त ग्राहक की बजाए कहीं दूर से आए तटस्थ इंसान में बदल गया था।
“पॉल! मैं एक ग्राहक के साथ हूं। तुम भी उनसे मिलना चाहोगे।” मैंने ग्रे की नज़रों में पसरे पराएपन को घटाने की कोशिश की। मैं पॉल को वहीं घसीट ले गई और वे एक-दूसरे से मिले। अचानक वहां का माहौल बदल गया था।
“पॉल! ये क्रिस्टियन ग्रे हैं। मि. ग्रे, ये पॉल है। ये इन्हीं के भाई का स्टोर है।” पता नहीं क्यों मुझे लगा कि कुछ और विस्तार से बताना चाहिए।
“मैं जब से यहां काम कर रही हूं, तब से इसे जानती हूं। हालांकि हमारी ज्यादा मुलाकात नहीं होती। यह इन दिनों प्रिसंटन में बिजनेस एडमिनिट्रेशन कर रहा है। मैं ज्यादा ही बक गई।” अब बस कर ।
“मि. क्लेटन!” ग्रे ने अपना हाथ आगे किया पर नजरों से कुछ भी पता नहीं चल रहा था।
“मि. ग्रे!” पॉल ने हाथ आगे किया।” ओह! अच्छा कहीं आप ग्रे एंटरप्राइजिज होल्डिंग के मि. ग्रे तो नहीं?” पॉल तो एक पल के लिए भौंचक्का रह गया। ग्रे ने उसे विनीत सी मुस्कान दी जो उसकी आंखों तक नहीं पहुंची।
“वाऊ! क्या मैं आपकी कोई और मदद कर सकता हूं?”
“एनेस्टेसिया मदद कर रही है। मि. क्लेटन। ये काफी अच्छी तरह से सब संभाल रही हैं।”
“कूल!” पॉल ने कहा। मैंने उसे वहां से जाते हुए देखा।
“कुछ और मि. ग्रे?”
“बस यही दे दीजिए।” उफ्फ! लगता है मैंने कुछ गलत कर दिया। उसके सुर को सुन कर तो यही लगा। मैंने गहरी सांस लेते हुए रजिस्टर में अपना ध्यान लगाया। इस बंदे की मुश्किल क्या है?
मैंने रस्सी, एप्रन, टेप और केबल तार वगैरह सब एक साथ रखे।
“प्लीज़ इनके लिए 43 डॉलर हो गए।” मैंने ग्रे को देखा और फिर लगा कि काश न देखा होता। वह तो मुझे ही गहरी निगाहों से घूर रहा था।
“क्या आप बैग लेना चाहेंगे?” मैंने उसका क्रेडिट कार्ड लेते हुए पूछा
“प्लीज़ एनेस्टेसिया।” उसकी जुबान से मेरा नाम क्या निकला, दिल तो बल्लियों उछलने लगा। मैं तो सांस तक नहीं ले पा रही थी। जल्दी से सारा सामान बैग में भर दिया।
“अगर फोटोशूट करवाना हो तो मुझे कॉल करना।” अचानक वह फिर से बिजनेस टोन में आ गया। मैंने बिना कुछ कहे हामी भरी और उसका क्रेडिट कार्ड वापिस कर दिया।
“ठीक है, फिर कल मिलते हैं, शायद।” वह जाने के लिए मुड़ा और फिर रुक कर बोला- “ओह एनेस्टेसिया! मुझे खुशी है कि मिस कैवेना इंटरव्यू के लिए नहीं आ सकीं।” वह मुस्कुराया और बैग को कंधे पर झुलाता हुआ, लंबे डगों से स्टोर से बाहर हो गया। मैं तो उसके जाने के बाद दरवाजा बंद होने की आवाज से जमीन पर लौटी।
ओ के-माना मैं उसे चाहती हूं। मैंने खुद से स्वीकारा। अब मैं खुद से और नहीं छिपा सकती। मैंने आज से पहले ऐसा कभी महससू नहीं किया। ये तो बहुत दिलकश इंसान है पर ये मेरे लिए नहीं है। ये एक संयोग था कि वह यहां आया। बेशक सच है पर मैं उसकी तारीफ तो कर ही सकती हूं, उसमें तो कोई हर्ज नहीं है। अगर कोई फोटोग्राफर मिल गया तो कल और भी मज़ा आ जाएगा। मैंने अपने होंठ काटे और खुद को एक स्कूली लड़की की तरह खीसें निपोरता पाया। मुझे केट को फोन करना था ताकि वह फोटो शूट का इंतज़ाम कर सके।
