सेमी-ऑटोमैटिक और फुली-ऑटोमैटिक मशीन में करें कन्फ्यूजन दूर: Semi V/S Fully Automatic Machine
Semi V/S Fully Automatic Machine

Washing Machine Tips: आज के समय की मांग को देखते हुए वाशिंग मशीन हर घर की जरूरत बन गई है, और इसी डिमांड को देखते हुए अलग-अलग कंपनियां तरह तरह की टेक्नोलॉजी को इस्तमाल कर हर बजट में वाशिंग मशीन तैयार कर रहे हैं और आज ढेरों तरह की वाशिंग मशीन बाजार में उपलब्ध है। अगर मोटे तौर पर देखा जाए तो दो तरह की वॉशिंग मशीन इस समय मार्किट में देखने को मिलती हैं। एक सेमी- ऑटोमैटिक और दूसरी फुली- ऑटोमैटिक, दोनो ही वॉशिंग मशीन अपना काम बढ़िया करती हैं। लेकिन आपको अपने लिए वॉशिंग मशीन का चुनाव करते हुए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना है जैसे समय, जगह, और जरूरत। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपकी इसी कन्फ्यूजन को दूर कर जानेंगे कि आपके लिए कौन सी वॉशिंग मशीन लाभदायक होगी।

वाशिंग मशीन खरीदने से पहले जान लें, आपके लिए कौन सी मशीन है सबसे बेहतर : SemiV/S Fully Automatic Machine

सेमी-ऑटोमैटिक मशीन

Washing Machine Tips
Semi-Automatic Machine

सेमी-ऑटोमैटिक मशीन काफी लंबे समय से चलती आ रही है, ज्यादातर घरों में यही मशीन पाई जाती है। इस मशीन को आपको मैनुअली हैंडल करना होता है, इसमें दो टब होते हैं एक में कपड़े धुलते है और दुसरे में सूखते है। इस मशीन को ऑपरेट करने के लिए आपको कमांड देनी होगी, कि कपड़े धुलने है या सूखने। वैसे तो मशीन में कपड़े धुलने का तरीका बेहद आसान है, पहले धोने वाले टब में पानी और सर्फ डालो और फिर कपड़े डालकर मशीन चालू कर सकते हैं।

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ध्यान रखें :

  • यह मशीन फुली ऑटोमैटिक मशीन से कुछ सस्ती आती है और इसका साइज भी बड़ा होता है, इसलिए ज्यादा जगह घेरती है।
  • इस वाशिंग मशीन में चलने के बाद भी आप इसमें दूसरी तीसरी बार भी धुलने के लिए कपड़े डाल सकते हैं।
  • सेमी ऑटोमैटिक मशीन का एक सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें आपको अपना समय ज्यादा देना पड़ता है, क्योंकि इस वाशिंग मशीन में पानी खुद ही भरना और निकालना भी पड़ता है।
  • इस मशीन में कपड़ो पर लगे गहरे दाग साफ नहीं हो पाते है।
  • कपडे धुलने के बाद उन्हे सूखने के लिए उनको दूसरे ड्रम में डालना पड़ता है।
  • कुल मिलाकर आपको इस मशीन में काम में लगना पड़ता है और काफी मेहनत लगती है।

फुली-ऑटोमैटिक मशीन

Fully Automatic Machine
सेमी-ऑटोमैटिक और फुली-ऑटोमैटिक मशीन में करें कन्फ्यूजन दूर: Semi V/S Fully Automatic Machine 4

फुली-ऑटोमैटिक मशीन आज के समय की मांग है, भागदौड़ भरी इस जिंदगी में किसी के पास भी ज्यादा समय नहीं है। किसी एक काम को देने के लिए, इसलिए यह मशीन काफी डिमांड में है। इस वॉशिंग मशीन में एक ही टब होता है, उसमें ही कपड़े धुलते और सूखते हैं। एक बार आपको सर्फ पानी और कपड़े डालने हैं उसके बाद यह मशीन अपना पूरा काम खुद कर देती है। फुली ऑटोमैटिक में भी दो तरह की मशीन आती है – टॉप लोडिंग वॉशिंग मशीन और फ्रंट लोडिंग वॉशिंग मशीन।

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ध्यान रखें :

  • यह मशीन थोड़ी महंगी आती है क्योंकि यह फुली ऑटोमैटिक है।
  • यह साइज में काफी छोटी होती है क्योंकि इसमें एक ही टब होता है।
  • फुली ऑटोमैटिक होने की वजह से इसमें एक बार कपड़े डालने के बाद धुलकर और सूखकर ही बाहर आते हैं।
  • इस मशीन में सेमी ऑटोमैटिक मशीन के मुकाबले कम पानी और बिजली खर्च होती है।
  • क्योंकि इस मशीन में सारा काम खुद हो जाता है तो समय और मेहनत की भी बचत होती है।

मशीन खरीदते समय उसके RPM पर भी ध्यान दें, RPM का मतलब है। रिवोल्यूशन पर मिनट यानि कि मशीन का टब कपडे धोने के लिए एक मिनट में कितनी बार घूमता है। जिसका आरपीएम जितना ज्यादा होगा वह मशीन उतने साफ और अच्छे कपड़े धुलेगी।