जो महिलाएं ऋषि पंचमी का व्रत रखती हैं, वे दो समय फलाहार करके व्रत को पूर्ण करती हैं। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस व्रत में हल से जुता हुआ अनाज नहीं खाते हैं और इस दिन मोरधन का ही फलाहार किया जाता है। मोरधन एक प्रकार का चावल है जिसको समा का चावल भी कहा जाता है। समां के चावल को घास के बीज के रूप में भी जाना जाता है। नवरात्रि या किसी भी उपवास में मोरधन के व्यंजन का सेवन कर सकते हैं क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है, लेकिन ऋषि पंचमी के दिन मोरधन का विशेष महत्व है।

मोरधन की खिचड़ी
सामग्री
250 ग्राम मोरधन
2 आलू कटे हुए
5-6 हरीमिर्च बारीक कटी हुई
2 टेबल स्पून मूंगफली के दाने
1-2 टेबल स्पून तेल
½ टी स्पून जीरा
½ टेबल स्पून हराधनिया बारीक कटा हुआ
नमक स्वादानुसार
पानी आवश्यकतानुसार
विधि
- सबसे पहले एक बोल में मोरधन को साफ पानी से धोकर 20—25 मिनट तक भिगोकर रखें।
- एक कढ़ाई को गैस पर रखकर तेल डालकर मीडियम आंच पर गर्म होने दें।
- तेल गर्म हो जाने पर जीरा, हरी मिर्च, नमक डालकर कटे हुए आलू के पकने तक फ्राय करें।
- आलू फ्राय हो जाने पर मूंगफली के दाने डालकर दो से तीन मिनट तक फ्राय करें।
- अब मोरधन डालकर 10-15 मिनट तक पकाएं, और जितनी लगे उतना पानी डालें।
- तैयार है मोरधन की खिचड़ी। हरा धनिया से गार्निश करें और फलाहार कर व्रत खोलें।
मोरधन खीर
सामग्री
1 कप मोरधन
1 मिली दूध
1 कप शक्कर
½ टी स्पून इलायची पाउडर
½ टी स्पून पिस्ता कतरन
½ टी स्पून काजू कतरन
विधि
- सबसे पहले मोरधन को साफ पानी में धोकर 25-30 मिनट के लिए भिगोकर रख दें।
- एक बर्तन में दूध निकालकर मीडियम आंच पर गैस चालू कर दें। बीच-बीच में एक चम्मच से चलाते रहें ताकि दूध नीचे चिपके नही।
- जब दूध में उबाल आ जाए तो भिगोया हुआ मोरधन डालकर चलाते रहे। जब दूध में मोरधन फुल जाए तो समझ लिजिए मोरधन पक गया है।
- अब शक्कर, कटे काजू, पिस्ता कतरन, इलायची डालकर कुछ देर उबाल लें और चम्मच चलाते रहे। लीजिए तैयार है मोरधन की खीर जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है।
मोरधन के ढोकले
सामग्री
¾ कप मोरधन
1 कप खट्टा दही
1 टी स्पून अदरक-हरीमिर्च का पेस्ट
1 टी स्पून सेंधा नमक
2 टेबल स्पून घी
2 सूखी लालमिर्च
6-7 करी पत्ता
1 टी स्पून जीरा
नारियल कीसा हुआ
हरा धनिया
नमक स्वादानुसार
सामग्री
- सबसे पहले कढ़ाई को गैस पर रखकर मीडियम आंच करें और उसमें मोरधान डालकर कर भूनें। ध्यान रहे मोरधान का कलर नहीं बदलना चहिए, बस कच्चापन दूर करना है।
- एक बोल में भूना मोरधन, सेंधा नमक, अदरक, हरीमिर्च का पेस्ट 8-9 घंटे तक रख दें।
- अब पेस्ट को चम्मच से अच्छे से फेंटकर तैयार कर लें।
- एक बर्तन में घी लगाकर तैयार पेस्ट को बर्तन डालकर इडली पॉट में 20-25 मिनट तक पकने दें। पक जाने पर ठंडा होने के लिए रख दें।
- दूसरी तरफ एक कढ़ाई गैस पर रखें और घी डालें। घी गर्म हो जाने पर जीरा, लाल खड़ी मिर्च, करी पत्ता डालकर मसाला तैयार कर लें।
- तैयार मसाले को ढोकले के ऊपर डालें। ऊपर से कीसा नारियल, हरा धनिया डालकर गार्निश करें।
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