फ्रेंडस के साथ बॉटर राफिटंग का मजा लेना हो तो आज ही ऋषिकेश का प्लान बनाइए। रोमांच पसंद लोगों के लिए यह जगह बेस्ट है।
- लक्ष्मण झूला- यह 450 फुट लंबा ब्रिज है. अगर आप पानी के बीचोबीच खड़े होना चाहते हें तो यह परफेक्ट है। यह झूला चलने पर हिलता है और यही इसकी खासियत है। इसे देखने लोग दूर दूर से आते हैं। इस झूले की ही तरह एक ओर राम झूला है।
- त्रिवेणी घाट- ऋिषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा, यमुना, सरस्वती तीन नदियां मिलती है इसलिए इसका नाम त्रिवेणी घाट है। श्रद्धालु यहां स्नान करते हैं और शाम में गंगा आरती में शामिल होते हैं।
- नीलकंठ महादेव मंदिर- कहा जाता है कि इसी जगह भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष का रसपान किया था और वह नीलकंठ कहलाएं थे। मंदिर के आंगन में एक झरना है जिसमें नहाकर भक्त भोले के दर्शन करते हैं।
- कैलाश निकेतन मंदिर- इस मंदिर में सभी देची देवताओं की मूर्तियां विराजमान है। लक्ष्मण झूले से उतरते ही यह मंदिर आता है। 12 खंडों से बना यह मंदिर दूसरे मंदिरों से अलग है।
- शिवानंद आश्रम- ऋषिकेश से लक्ष्मण झूला जाने वाले मार्ग पर योगी शिवानंद जी द्वारा यह स्थापित हुआ था। यहां आंखों के अस्पताल में निःशुल्क चिकित्सा की जाती है तथा रोगियों को भोजन दिया जाता है। यहां एक प्रेस है जहां योग वेदान्त तथा धार्मिंक पुस्तकें प्रकाशित होती है।
- गीता भवन- गीता भवन के अंदर लक्ष्मी नारायण मंदिर है। जिसके चारों ओर आवासीय कमरे बने हुए हैं। भवन की दीवारों पर रामायण महाभारत की कथाएं चित्रों में अंकित हैं। गीता भवन का उदेश्य समाज सेवा और धर्म प्रचार है। यहां विभिन्न देवताओं की विशाल मूर्तियां लगी हुई हैं। आश्रम के बाहर गंगा तट पर घंटा घर है।
- बोटिंग- ऋषिकेश में बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं। यहां बाटिंग की भी व्यवस्था है जिसका पर्यटक जमकर लुत्फ उठाते हैं।
- रिवर राफिटंग- ऋषिकेश से बदरीनाथ मार्ग पर कौडियाला लासी के पास कुछ एजेंसियों द्वारा रिवर राफिटंग का प्रक्षिशण दिया जाता है प्रशिक्षिओं के ठहरने के लिए टेंटों की व्यवस्था है। इसके लिए आपको पहले से ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन बुकिंग करानी होती है।
यहां राफिटंग दो तरह की होती है-
- व्हाइट वॉटर राफिटंग- व्हाइट राफिटंग में पानी की तेज लहरें जब चटानों से टकराती है तो इससे उठने वाला उफान पानी को सफेद बना देता है।
- ब्लैक वाटर राफिटंग- जहां नदी की लहरें कम हो और उफान भी ना के बराबर हो उसे ब्लैक वॉटर राफिटंग का नाम दिया गया है।
यहां कई तरह की राफिटंग बोट चलती है जैसे कि-
- ब्रहमपुरी से रामझूला तक 3 घंटे में 13 किमी के हिसाब से।
- शिवपुरी से रामझूला तक 4ः30 घंटे में 17 किलोमीटर।
- मैरी डाइव से रामझूला तक 6 घंटे में 25 किलोमीटर।
- कौडियाल से रामझूल तक पूरे दिन के लिए 35 किलोमीटर।
- बंजी जंपिंग पाइंट- ऋषिकेश में कराई जाने वाली बंजी जंपिंग भारत में सबसे उंची बंजी जंपिंग है। इसकी उंचाई 83 मीटर है. यहां पर पहाड़ों से एक झरना गंगा नदी में आकर मिलता है यहीं पर बंजी जंपिंग प्वाइंट है। इस बात का ध्यान रखें कि यह मंगलवार के बंद रहता है। बंजी जंपिंग के अलावा आप यहां फलाइंग फॉक्स और विशालकाय स्विंग भी कर सकते हैं।
- क्या खरीदें- यहां हस्तशिल्प की तरह तरह की वस्तुएं मिलती हैं जैसे सीपी, शंख, मोती, रंग बिरंगे पत्थर और हींग आदि। इसके अलावा साड़ियां, कुर्ते, चादरें आदि।
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