Chinese Garlic: भारत में लहसुन का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने और कई बीमारियों से लड़ने के लिए सदियों से किया जाता रहा है। लेकिन हाल के समय में चीनी लहसुन ने भारतीय बाजार में अपनी जगह बना ली है। चीनी लहसुन देखने में तो भारतीय लहसुन जैसा ही लगता है, लेकिन इसकी खेती और प्रसंस्करण के तरीके भारतीय लहसुन से काफी अलग होते हैं। कई रिपोर्टों के अनुसार, चीनी लहसुन में कीटनाशकों और रसायनों का अत्यधिक इस्तेमाल किया जाता है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इन कारणों से ही भारत में चीनी लहसुन को बैन कर दिया गया है।
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क्या है चीनी लहसुन
चीनी लहसुन मुख्य रूप से चीन में उगाया जाने वाला एक प्रकार का लहसुन है जो अपने छोटे आकार और हल्के रंग के लिए जाना जाता है। यह विभिन्न एशियाई व्यंजनों का एक प्रमुख घटक है और इसका उपयोग नूडल्स, स्टिर-फ्राई और सूप्स जैसी कई डिशों में किया जाता है। हालाँकि, चीनी लहसुन की खेती में अक्सर कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग किया जाता है, जिसके कारण कई देशों में इसे लेकर चिंताएं हैं। भारतीय बाजार में भी चीनी लहसुन की मौजूदगी के कारण स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ बढ़ी हैं।
भारत में चीनी लहसुन पर प्रतिबंध क्यों?
भारत में चीनी लहसुन पर प्रतिबंध लगाने के पीछे कई कारण हैं। सबसे प्रमुख कारण है चीनी लहसुन में कीटनाशकों और रसायनों का अधिक उपयोग होना। इन रसायनों का मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, चीनी लहसुन की गुणवत्ता भारतीय मानकों के अनुरूप नहीं होती है और इसमें कई बार हानिकारक रसायन पाए जाते हैं। चीनी लहसुन की कम कीमत के कारण भारतीय किसानों को भी नुकसान होता है। इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने चीनी लहसुन पर प्रतिबंध लगा दिया है ताकि देशवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके और भारतीय किसानों को संरक्षण दिया जा सके।
कैसे अलग हैं भारतीय और चीनी लहसुन
भारतीय और चीनी लहसुन में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। भारतीय लहसुन अपने तीखे स्वाद और मजबूत खुशबू के लिए जाना जाता है, जबकि चीनी लहसुन का स्वाद अपेक्षाकृत हल्का होता है। आकार के मामले में, भारतीय लहसुन आमतौर पर चीनी लहसुन से बड़ा होता है और इसका रंग सफेद, गुलाबी या हल्का भूरा होता है। वहीं, चीनी लहसुन छोटे आकार का होता है और इसका रंग सफेद या हल्का गुलाबी होता है। खेती के तरीकों में भी दोनों में काफी अंतर है। भारतीय लहसुन को पारंपरिक तरीकों से उगाया जाता है जिसमें कम रसायनों का उपयोग किया जाता है, जबकि चीनी लहसुन की खेती में आधुनिक तरीकों और अधिक कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।
