Smart Retirement Planning
Smart Retirement Planning

Smart Retirement Planning: रिटायरमेंट के बाद सबसे बड़ी चिंता यह रहती है कि किस तरह बिना पैसों की चिंता किए हुए खुलकर जिया जाये। अगर सरकारी नौकरी में हैं तो फिर भी आप पेंशन के भरोसे ज़िंदगी निकाल सकते हैं लेकिन प्राइवेट नौकरी वालों के लिए तो नौकरी रहते हुए अच्छी ख़ासी सेविंग करना ज़रूरी है। उसके लिए सही प्लानिंग होना चाहिये जिससे आप रिटायरमेंट के बाद भी ज़िंदगी का भरपूर आनंद ले सकें। चलिए आज जानते हैं रिटायरमेंट के बाद के लिये कैसे करें स्मार्ट प्लानिंग।

गोल सेट करें

Set your saving goals
Set your saving goals

आजकल लाइफ स्टैण्डर्ड काफ़ी बढ़ गया है इसलिए रिटायरमेंट के बाद बिना किसी पर निर्भर हुए सम्मानपूर्ण ज़िन्दगी जीने के लिए आपको अच्छी सेविंग्स चाहिये। अपनी लाइफ स्टाइल और ज़रूरतों के हिसाब से गोल तय करें। जैसे रिटायरमेंट के बाद आपको हेल्थ, ट्रैवल, हाउस आदि के लिए कितने पैसों की ज़रूरत होगी, उसका मोटा-मोटा अनुमान लगाकर प्लानिंग करें। इसके लिए आप अपनी वर्तमान की सालाना ज़रूरतों को जोड़कर उन्हें अपने रिटायरमेंट के बाद के सालों से गुणा करके हिसाब लगायें।

जल्दी शुरुआत करें

रिटायरमेंट के बाद आपके पास अच्छी-ख़ासी जमा पूँजी हो इसके लिए जितनी जल्दी निवेश की शुरुआत करें उतना अच्छा रहेगा। अगर आप 25 साल की उम्र में 5000 रुपए से निवेश की शुरुआत करते हैं और 12 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है तो आप 30 में लगभग 1.75 करोड़ रुपए जमा कर लेंगे। अगर आप 35 साल या उसके बाद निवेश करना शुरू करते हैं तो यह राशि काफ़ी कम हो जाएगी, इसलिए कोशिश करें नौकरी के शुरुआती सालों में भी प्लानिंग कर लें।

समय के साथ बचत बढ़ायें

जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती जाती है आपको अपना रिटायरमेंट के लिए बचत और निवेश भी बढ़ाना चाहिए। हर साल 10 प्रतिशत निवेश बढ़ाने की कोशिश करें।

अलग-अलग तरीक़े चुनें

आप अपनी स्थिति, सैलरी, वर्तमान ज़रूरतों और भविष्य की ज़रूरतों के हिसाब से बचत और निवेश के तरीक़े चुनें। इनमें से आप कुछ तरीक़े चुन सकते हैं-

SIP Investment Tips
SIP Investment Meaning

ईपीइफ़ या पीपीएफ़: सैलरी पेशा लोगो के लिये यह विकल्प अच्छा है। इसमें एक फिक्स रिटर्न भी मिलता है और टैक्स बचत भी होती है।

एनपीएस: प्राइवेट नौकरी वालों के लिए नेशनल पेंशन स्कीम अच्छी बचत योजना है। इसमें रिटायरमेंट के बाद आप पेंशन का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ब्याज दर भी अच्छी है और लगभग 50000 रुपए का टैक्स लाभ भी प्राप्त हो जाता है।

एसआईपी: अगर आप हर महीने एक फिक्स राशि जमा करना चाहते हैं तो एसआईपी आपके लिये सही है। इनमें रिटर्न काफ़ी अच्छा मिलता है। टैक्स छूट भी मिलती है। सही फण्ड चुनते हैं तो 12 से 15 प्रतिशत तक रिटर्न मिल सकता है।

रियल एस्टेट: इस समय रियल एस्टेट निवेश के लिए काफ़ी अच्छा ऑप्शन माना जा रहा है। इसमें निवेश करके भी आप रिटायरमेंट के बाद अच्छा-ख़ासा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

शेयर मार्केट: अगर आप रिस्क लेने से नहीं डरते हैं तो आप शेयर मार्केट में निवेश को भी चुन सकते हैं। लंबे समय मार्केट में पैसा लगा रहने देते हैं तो आपका फण्ड बड़ा बन सकता है।

तो, आप भी रिटायरमेंट के बाद ख़ुशनुमा जीवन बिताने के लिए स्मार्ट प्लानिंग करें।  

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...