Editorial Review: हर दौर में महिलाएं सिर्फ अपने घर की नहीं, बल्कि समाज की भी धुरी रही हैं। वे चाहे रसोई में स्वाद रच रही हों या ऑफिस में अपनी पहचान गढ़ रही हों, हर भूमिका में संवारना और संजोना उनकी फितरत है।
‘गृहलक्ष्मी’ के इस विशेषांक में हम महिलाओं के उसी रूप को और अधिक आत्मविश्वास से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं- सुंदरता, सेहत और सैर-सपाटे की बातों के साथ। इस बार गृहलक्ष्मी का विशेषांक है- स्किन केयर परजिसमें कोरियन ब्यूटी रूटीन, ग्लोइंग स्किन के सीक्रेट्स और नए जमाने की स्किन ट्रीटमेंट्स की जानकारी बेहद सरल अंदाज में दी गई है। वहीं, ट्रैवल सेक्शन में आप जान पाएंगे कि आपके पसंदीदा बॉलीवुड सेलेब्रिटी इन दिनों कहां घूम रहे हैं और अगर आप भारत में सैर
करने का मन बना रहे हैं तो वाइल्डलाइफ सेंचुरी से लेकर लग्जीरियस होमस्टे और स्वादिष्ट लोकल फूड तक, आपके लिए ढेरों सुझाव हैं। हमें यह साझा करते हुए भी गर्व है कि कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक ने अपने उपन्यास ‘हार्ट लैंप’ के लिए 2025 का अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीता है। यह उपलब्धि भारतीय साहित्य और महिला लेखन की एक बड़ी जीत है। बानू जी ने समाज की संवेदनाओं को जिस गहराई से शब्द दिए हैं, वह सचमुच प्रेरणास्पद है। इन सब चीजों के बीच हम यह कैसे भूल सकते हैं कि बच्चों की गर्मियों की छुट्टियां पड़ चुकी हैं जिसकी वजह से मम्मियों का काम इन दिनों काफी बढ़ गया है। एक तो उन्हें हॉलिडे होमवर्क कराना है, दूसरा उनकी शैतानियों पर भी नजर रखना है। हमारा तो यही कहना है कि बच्चों को थोडा घुमा ले आयें। कहीं दूर नहीं अपने गांव ही सही। वहां बच्चों के साथ खूब आम खाएं और हमारी गृहलक्ष्मी को जरूर साथ ले जाएगा। समय मिले तो पूरी पढ़ें। तो आइए, इस अंक के साथ नए अनुभवों की दुनिया में निकलें।
आपकी….
वंदना वर्मा
