Rainy Season Flowers: जिन लोगों को हरियाली पसंद है उन्हे इंतजार रहता है कि कब बरसात आए और वे पौधे लगाएं। क्योंकि बरसातों में लगाए गए पौधे अधिक चलते है। साथ ही फूलों के पौधे लगाने है तो बरसातों के मौसम में इनका सही मौसम होता है। यदि आप भी घर में बालकनी में अपना एक सुंदर सा गार्डन बनाना चाहते है तो हम आपको यहां बता रहे है कि किस तरह के फूल वाले पौधे आप लगा सकते हैं।
ज़िन्निया
यह फूल बेहद खूबसूरत होता है साथ ही ये बरसात के मौसम में उगाया जाता है। बरसात के मौसम में उगाए जाने पर ये काफी समय तक चलता है। ये काफी तेजी से बढ़ता है। इसके बीज को मार्च या अप्रैल के महीने में इसलिए बो दिया जाता है क्योंकि इसे पनपने में एक दो महीने लग जाते है। तब जाकर ये बरसातों में उगता है। इस फूल में कई रंगों में आपको मिल जाएगा। जैसे लाल,सफेद,पीले,बैंगनी आदि। ज़िन्निया फूल को धूप की ज्यादा आवश्यकता होती है छह से आठ घंटे इसे धूप जरूर चाहिए। तो ऐसी जगह पर इसे लगाएं जहां धूप भली प्रकार से आती हो।
कॉसमॉस
अपनी खूबसूरती बिखेरता ये फूल आपको कई रंगों में मिल जाता है जैसे लाल,गुलाबी,हरा,पीला तो क्यों न अपने घर के छोटे से गार्डन में इसको भी लगाया जाए। ये पौधा बारिशो में भली प्रकार से विकसित होता है। साथ ही ये 6 से 7 फुट उंचा जाता है। इसके फूल भी बड़े होते है। साथ ही अगर धूप भली प्रकार से आती है तो ये पौधा बहुत ही तेजी से बढ़ता हैं इस पौधे को आप मार्च से लेकर जुलाई के बीच में लगा सकते है। ये पौधा इतनी तेजी से बढ़ता है कि इसमें एक या दो महीने में ही फूल आने लगते है।
गेंदे का फूल
गेंदे के फूल से हर कोई वाकिफ हैैं। इसे मेरीगोल्ड भी कहा जाता है। पूजा पाठ से लेकर घर को सजाने में इस्तेमाल आने वाला गेंदे का फूल बेहद आकर्षित नजर आता है। हर घर में आपको गेंदे के फूल का पौधा तो मिल ही जाएगा। गेंदे के फूल के 50 से भी ज्यादा प्रकार होते है। साथ ही ये बरसात में लगाया जाने वाला पौधा है क्योंकि बरसातों में इस पौधे की ग्रोथ अच्छी होती है। जब आप गेंदे के फूल के बीज बोते है तो ये 60 या 70 दिन बाद फूल देना आरम्भ कर देता है और ये तीन या चार महीने तक लगातार फूल देता है। पीले रंग का ये फूल आपकी बगिया को एक आकर्षित लुक देता है।
गुलमेंहदी का पौधा
गुल मेहंदी का फूल भी कई रंगों में आते है जो अपनी खूबसूरती की छटा चारों ओर बिखरते हुए दिखते है। इन्हे आप अप्रैल से लेकर जून तक बो सकते है। इसमें से फूल निकलने में दो या तीन महीने लगाते है। इन फूलों के पौधों में ध्यान देने वाली बात यह है कि इन्हे पूरे प्रकाश की आवश्यकता होती है। इसके फूलों का रंग सफेद,नीला,गुलाबी और लाल होता है जो काफी आकर्षित नजर आते है। इसके पत्तों का आकार सूई की तरह होता है साथ ही ये 20 से 60 सेंटीमीटर की उंचाई तक बढ़ते है। इनकी खासियत यह होती है ये सुगन्धित और सदाबहार होते है।
सूरजमुखी
बरसातों के मौसम में उगने वाला ये पौधा आपकी बगिया में लगा शोभा बढ़ाता है। जैसे जैसे सूर्य घूमता है उसी दिशा में ये पौधा घूम जाता है। इसके बीज को मई से लेकर जुलाई तक लगाया जाता है। और ये 60 दिनों में जाकर इसमें फूल खिलता है। सूरजमुखी का पौधा देखने में काफी आकर्षित लगता है। साथ ही इसे पर्याप्त रूप से धूप की आवश्यकता होती है। इसके नाम से ही आपको पता चल जाएगा ये पीले रंग का होता है।
मोगरा
अधिकतर घरों में आपको मोगरा मिल ही जाएगा। क्योंकि मोगरा सफेद रंग का फूल देखने में आकर्षित साथ ही उसकी खुशबू तो पूरे घर को खुशनुमा बना देती है। लेकिन कई बार मोगरा का पौधा तो हम ले आते है लेकिन वह चल नहीं पाते है। इसका कारण गलत समय पर इसे लगाना है आप इसे बरसातों में लगाएं। ये बहुत समय तक चलेगा। साथ ही इसे पर्याप्त मात्रा में धूप की आवश्यकता होती है। फूलों को समय पर खाद,पानी और धूप मिलनी आवश्यक होती है। धूप के बिना इन पौधों का चल पाना बेहद मुश्किल होता है।
गुड़हल के फूल
बरसातों के मौसम में सबसे ज्यादा इस पौधे में फूल खिलते है। गुड़हल के फूल को जवाकुसुम भी कहा जाता है। इस पौधा उगने में काफी समय लेता है। लगभग छह से 12 महीने ले लेता है। लेकिन बिना धूप के बिल्कुल भी ग्रो नहीं कर सकता है। आप इसे चाहे तो बीज के जरिए बोंए या फिर कटिंग लगाकर ये उग जाता है। आयुर्वेद की माने तो इसमें औषधीय गुण काफी होते है इसमें कई बीमारियों को ठीक करने की क्षमता होती है। गुड़हल के फूल के कई रंगों में मिल जाएंगे जैसे पीला,बैंगनी,गुलाबी आदि।
रेन लिली
इस पौधे में ढेर सारे फूल एकसाथ लगते है जो देखने में बेहद खुबसूरत लगते है। बरसात के मौसम मे तो ये बेहद तेजी से बढ़ता है। बरसात के आरम्भ होते ही इसे लगा दिया जाता है। जिससे ये तेजी से बढ़ता जाता है। इसके छोटे छोटे फूल बेहद आकर्षित नजर आते है। इसके फूलों का रंग गुलाबी,सफेद और पीला होता है। तो आप भी इस बरसात इसे पौधे को लगाएं और घर की खुबसूरती बढ़ाएं।
चंपा का फूल
बरसातों में लगाए जाना वाला ये पौधा बेहद आकर्षित नजर आता है क्योंकि इस पौधे के फूल गुच्छों में खिलते है। इसे टेम्पल फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है। चंपा का फूल काफी सुगंधित होता है। साथ ही ये स्वास्थ्य समस्याओं में भी काम आता है। भारत में ये फूल आसानी से मिल जाता है। साथ इसे इत्र बनाने के उपयोग में भी लाया जाता है। इसे लगाने के लिए इसे आप बरसात के मौसम से पहले ही लगा दें क्योंकि ये बरसातों में काफी तेजी से उगता है। इसके फूलों का रंग सफेद होता है।