Overview: क्या टीनएजर्स के लिए वेट लॉस पिल्स सुरक्षित हैं, जानें
वेट लॉस पिल्स टीनएजर्स के लिए सुरक्षित है या नहीं ये उनकी लाइफस्टाइल और समस्याओं पर डिपेंड करता है। लेकिन सेवन करने से पहले जानकारी जरूरी है।
Weight Loss Pills for Teenagers: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोटापा एक बड़ी समस्या बन चुका है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों और टीनएजर्स में मोटापे की दर 19.7 प्रतिशत है, जो लगभग 1.47 करोड़ बच्चों को प्रभावित करती है। अधिक वजन या मोटापे की वजह से बच्चों को कई हेल्थ रिस्क का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में वजन घटाने वाली गोलियां या वेट लॉस पिल्स हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर करने में मदद कर सकती हैं। लेकिन यह समझना जरूरी है कि क्या ये पिल्स टीनएजर्स के लिए सुरक्षित हैं या इसके कोई साइडइफेक्ट्स भी हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
क्या वेट लॉस पिल्स टीनएजर्स पर काम करती हैं

प्रिस्क्रिप्शन वाली वजन घटाने की दवाएं तब दी जाती हैं जब केवल लाइफस्टाइल में बदलाव करके वजन न घट रहा हो। आमतौर पर ये दवाएं उन टीनएजर्स को दी जाती हैं जो अधिक वजन वाले हों और जिन्हें हाई बीपी या डायबिटीज जैसी समस्याएं हों। ये पिल्स या दवाएं डाइट में बदलाव और व्यायाम के साथ मिलाकर दी जाती हैं। डॉक्टर मोटापे के मूल कारण के आधार पर अन्य दवाएं भी सुझा सकते हैं। हालांकि, बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली या ओवर-द-काउंटर उत्पाद, जैसे भूख दबाने वाली गोलियां या पानी निकालने वाली दवाओं से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
टीनएजर्स के लिए वेट लॉस पिल्स कितनी सुरक्षित
मोटापा बच्चों और टीनएजर्स के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (एएपी) की नई गाइडलाइंस के अनुसार, डॉक्टरों को 12 साल और उससे अधिक उम्र के मोटापे से पीड़ित बच्चों को वजन घटाने की दवाएं देने की पेशकश करनी चाहिए। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इन दवाओं को शुरू करने के लिए कोई उम्र या वजन सीमा नहीं है। वजन घटाने की दवा मामले की गंभीरता और बच्चे के वजन के स्वास्थ्य पर पड़ रहे अन्य प्रभावों पर निर्भर करती है।
वयस्कों में मोटापे को बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 30 या उससे अधिक माना जाता है, लेकिन बढ़ते बच्चों के लिए कोई एकल बीएमआई सीमा नहीं होती। ये दवाएं जैसे सेमाग्लूटाइड (वेजोवी) या लिराग्लूटाइड (सैक्सेंडा) तब दी जाती हैं जब लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे संतुलित आहार और व्यायाम पर्याप्त न हों। हालांकि, ये दवाएं चमत्कारी नहीं हैं। विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि दवाओं के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं इसलिए माता-पिता और डॉक्टर को मिलकर बच्चे की प्रगति पर नजर रखनी चाहिए।
टीनएजर्स में वेट लॉस पिल्स के साइड इफेक्ट्स

– इन दवाईयों के सेवन से कई लोगों को डाइजेस्टिव इशू हो सकता है।
– इसके अलावा पेट दर्द, गैस, दस्त और कब्ज की समस्या भी हो सकती है।
– वेट लॉस पिल्स से मुंह सूखना, चक्कर आना, स्वाद में बदलाव और नींद की समस्या पैदा हो सकती है।
– दुकानों या ऑनलाइन उपलब्ध वजन घटाने की गोलियां अक्सर जड़ी-बूटियों, रसायनों और अज्ञात सामग्रियों का मिश्रण होती हैं, जो मेटाबॉलिज्म सहित शरीर के विभिन्न कार्यों को प्रभावित करती हैं।
– वैसे तो ये दवाएं सुरक्षित होती हैं लेकिन कुछ मामलों में ये हार्ट डिजीज, हाई बीपी, धड़कनें तेज होना, स्ट्रोक, दौरे और लीवर फेल्योर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
टीनएजर्स बरतें ये सावधानियां
टीनएजर्स और उनके अभिभावकों को इन गोलियों का इस्तेमाल करने से पहले और दौरान कुछ जरूरी सावधानियां रखनी चाहिए।
– कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना वजन घटाने की दवाएं न लें।
– डॉक्टर को बताएं कि टीन कोई अन्य दवा ले रहा है या नहीं, क्योंकि कुछ कंपाउंड्स आपस में रिएक्ट कर सकते हैं।
– दवा एफडीए-सर्टिफाइड है या नहीं और इसमें कोई छिपी सामग्री तो नहीं, यह डॉक्टर और फार्मासिस्ट से जांच लें।
– डोज कभी न छोड़ें। अगर छूट जाए तो अगली डोज लें या डॉक्टर से पूछें।
– निर्धारित मात्रा से ज्यादा कभी न लें, क्योंकि इससे वजन तेजी से नहीं घटेगा, बल्कि गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
– कुछ टीनएजर्स इन पिल्स को वजन घटाने का आसान रास्ता मानते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि किशोर हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करे, जैसे बैलेंस्ड डाइट और एक्सरसाइज।
