Parenting Tips: हाल ही में क्रिकेट वर्ल्ड कप हुआ। हम भारतीयों के लिए इस बार एक्साइमेंट इसलिए ज्यादा था कि टीम बहुत बेहतरीन खेल रही थी और लग रहा था इस बार भी हम वर्ल्ड कप ले जाएंगे। लेकिन हुआ बिल्कुल उल्टा। फाइनल तक बेहतरीन खेलने वाले हमारे धुरंधर उस दिन परफॉर्म नहीं कर पाए। टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने भी कहा यह एक बुरा दिन था। लेकिन हम बच्चों को इस हार के जरिए जिंदगी की जंग को जीतना सीखा सकते हैं। हार-जीत से परे तीन अहम लाइफ लेसन सीखा सकते हैं। बात यह है कि इस समय यह टॉपिक रेलिवेंट है। आज हमारे बच्चे बहुत छोटी-छोटी बातों को लेकर उदास और परेशान हो जाते हैं। लेकिन हार और जीत जिंदगी का एक पहलू है यह बात हम उन्हें समझा सकते हैं।
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मूव ऑन

हमेशा से ही बच्चों के ऊपर पढ़ाई का एक प्रेशर रहा है। जिसकी वजह से स्टूडेंट सुसाइड केस के सामने आ रहे मामले हैरान करने वाले हैं। बच्चों को प्रेशर लेना और उसे टेकल करना सिखाएं। आप विराट कोहली का उदाहरण दे सकते हैं कि कैसे उन्हें इस वर्ल्ड कप में नए रिकॉर्ड बनाएं। यहां तक कि उनकी तुलना सचिन से होने लगी थी। हालांकि मैच हारने के बाद वो रोए भी लेकिन ऐसा तो नहीं है कि विराट क्रिकेट खेलना छोड़ देंगे। बस हमें बच्चों को यही बताना होता है कि एक हार पूरी जिंदगी को तय नहीं करती।
उम्मीद मत छोड़ो
जब क्रिकेट खेला जा रहा था तो लास्ट में जीतना नामुमकिन हो गया था लेकिन आप कभी किसी खिलाड़ी को देखें वो आखिरी मौके तक को खेलता है। एक स्टुूडेंट को भी ऐसा ही करना है। जब आप अपनी पूरी कोशिश करते हैं तो परिणाम चाहे आपके लिए नेगेटिव क्यों न आए लेकिन आपके मन में तो संतुष्टि इस बात की रहेगी कि आपने अपनी तरफ से अपना बेस्ट दिया है।
आलोचना का भी सामना

सोशल मीडिया पर लोग कितना कुछ कह रहे हैं। कुछ लोग टीम को सपोर्ट कर रहे हैं तो कुछ लोग इस समय कमिया निकाल रहे हैं। लेकिन क्या यह आलोचनाएं किसी भी खिलाड़ी के आने वाले समय की परफॉर्मेंस पर कोई प्रभाव डालेंगी। नहीं बिल्कुल भी नहीं। आप भी अपने आप को ऐसा ही लें। जाहिर है जब आप हारेंगे तो लोग आपको क्रिटीसाइज करेंगे। यह जिंदगी है जनाब आपको यहां आलोचनाओं का भी सामना करना होगा। लेकिन यह बात जान लें कि आलोचनाओं को सहना नहीं उनका सामना करना होता है। जब आप इन तीनों बातों को अपने अंदर समझने का जज्बा ले आएंगे तो शायद जिंदगी रुपी क्रिकेट के मैदान में सफल हो जाएंगे। आप इस बात को समझ पाएंगे कि हर मैच आपका नहीं होता। लेकिन अपने अंदर जीतने का जज्बा इंसान को हमेशा रखना होता है।
