Office Politics: इन दिनों ऑफिस पॉलिटिक्स होना आम हो गया है। हालांकि इसकी वजह से लोगों के मेंटल पीस पर असर पड़ता है। जो लोग कड़ी मेहनत में विश्वास नहीं करते हैं वे केवल अपनी नौकरी बचाने के लिए ऑफिस में पॉलिटिक्स पर निर्भर रहते हैं।
अगर आप ऑफिस पॉलिटिक्स से बचना चाहते हैं तो बार बार जॉब चेंज करने से कोई फायदा नहीं होगा। क्योंकि अमूमन हर जगह ऑफिस पॉलिटिक्स होता है। और आज हम इसी बारे में बात करें कि ऑफिस में रहकर आप पॉलिटिक्स से कैसे बच सकते हैं।
ऑफिस के लोगों से न करें पर्सनल लाइफ डिस्कस
अगर आपका दोस्त आपके ऑफिस में साथ काम कर रहा है तो ऐसे माहौल में काम करना बहुत आसान हो जाता है। आपको कोई टेंशन भी नहीं होती है कि अगर आपका फ्रैंड कोई बात जानता है क्योंकि वो किसी से इस बारे में नहीं बताएगा। लेकिन अगर, आपका दोस्त सेम ऑफिस में काम नहीं कर रहे हैं, तो आपको ऑफिस के लोगों से कोई भी पर्सनल जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए। इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें।
अपने बॉस के साथ कम्युनिकेशन बना कर रखें
अगर आप प्रमोशन चाहते हैं या फिर अपनी सैलरी बढ़ाना चाहते हैं तो इसके बारे में अन्य लोगों से बात करने की जगह डायरेक्ट अपने बॉस से बात करें। अगर उन्हें इस बात की जानकारी अन्य लोगों से मिलेगी तो वो इस बात को बिलकुल भी कंसीडर नहीं करेंगे। इसलिए कभी भी सैलरी बढ़ाने या प्रमोशन की बात अन्य लोगों से न करें। वे बढ़ा चढ़ाकर बॉस के सामने इसे पेश करेंगे।
गोसिप न करें
ऑफिस में गोसिप होना आम है, लेकिन आपको इससे बचने की आवश्यकता है। इससे ऑफिस में हो रही पॉलिटिक्स में न चाहते हुए भी आप हिस्सेदार बन जाते हैं। कौन क्या कर रहे है इस बात पर ध्यान देने की जगह अपने काम पर ध्यान दें।
सूचित रहें
गोसिप और सूचित रहने के बीच एक महीन रेखा है। इसलिए जब आपको ऑफिस की बेकार की बातों से बचना चाहिए, तब भी दूसरों की बातों पर ध्यान देना मददगार होता है। यह आपको बहिष्कृत होने से रोकेगा। जबकि गोसिप की जानकारी कहीं से भी सही नहीं है। ऐसे आप खुद डिसाइड कर सकते हैं कि आपके लिए कोई सी जानकारी महत्वपूर्ण है और किस जानकारी की जरूरत नहीं है।
पीठ पीछे बुराई करने वालों की पहचान करें
जैसे ही आप एक नई नौकरी में ज्वाइन करते हैं, गोसिप करने वालों और पीठ पीछे बुराई करने वालों की पहचान करना आवश्यक है क्योंकि ऐसे लोग आपके नए होने का फायदा उठा सकते हैं। इन लोगों से आपको बच कर रहना चाहिए ताकि आपके काम को किसी भी तरीके से नुकसान न पहुंचे।
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किसी परेशान करने वाली बात का जवाब देने से पहले शांत हो जाएं
कई बार हम गुस्से में कुछ ऐसा बोल जाते हैं जिसे बोलने के बाद हमें पश्चतावा होता है। अगर आपको ऐसा लगता है कि कोई आपको परेशान करने के लिए कुछ ऐसी बात कर रहा है जो उचित नहीं है तो आपको तुरंत उसका जवाब देने की आवश्यकता नहीं है। कोई भी जवाब देने से पहले खुद को शांत करने के लिए कुछ मिनट का समय निकालें। गहरी सांसें लें और अपने आप को शांति से प्रतिक्रिया दें।
उदाहरण के लिए, मान लें कि आपको अपने बॉस के केबिन में बुलाया जाता है और पता चलता है कि आपके सहकर्मी ने आपको किसी काम का दोषी ठहराया है। परेशान न हों और अपने बॉस को अपने सहकर्मी की सभी खामियों के बारे में बताएं। इसके बजाय, एक गहरी सांस लें और 10 तक गिनें। फिर, शांति से अपने बॉस को बताएं कि आप उस प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन मदद करने में खुश हैं। इस तरह से अगर आप अपनी बात रखते हैं तो सामने वाला आपकी बात पर ध्यान देना न कि आपके बिहेवियर पर।
ऑफिस में रहते हुए अपने पर्सनल वैल्यू पर कायम रहें
अगर आप ऑफिस पॉलिटिक्स से बचना चाहते हैं और अपने काम में तरक्की करना चाहते हैं तो आपको अपने फोकस से नहीं हटना चाहिए। ये आपको फोकस करने नहीं देगा। इसलिए अपने पर्सनल वैल्यू को ध्यान में रखें।
उदाहरण के लिए, मान लें कि आपके सहकर्मी को अन्य लोगों के काम का श्रेय लेने के बाद प्रमोशन मिलता है। हालांकि आपको ऐसा नहीं करना है। किसी और व्यक्ति का क्रेडिट न लें। केवल अपने काम के प्रति ईमानदार रहें। इससे आपका मेंटल बैलेंस बना रहेगा और आप अपने काम कर फोकस रहेंगे।
काम पर अपने लिए एक सपोर्ट नेटवर्क बनाएं
कभी-कभी काम तनावपूर्ण हो सकता है, और ऐसे ऑफिस फ्रेंड्स होना मददगार होता है जो आपके भार को हल्का कर सकते हैं। अपने सहकर्मियों को जानें और उनके साथ प्रोफेशनल रिलेशन बनाएं। कम से कम 2-3 ऑफिस फ्रेंड रखने का प्रयास करें जिन पर आप भरोसा कर सकें।
साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि वो आपके प्रोफेशनल फ्रेंड हैं जिनसे आपको केवल काम की बात करनी है न कि गोसिप और पर्सनल इन्फोर्मेशन शेयर करना है। हालांकि आप उन मामलों के बारे में बात कर सकते हैं जिनसे किसी तरह की हानि न हो।
आप जितना बोलते हैं उससे अधिक सुनें
ऑफिस में बोलना जरूरी नहीं है बल्कि सामने वाला क्या कह रहा है ये सुनना अधिक महत्वपूर्ण है। कम बात करने से आपको किसी तरह का कोई खतरा भी नहीं होगा। जब आप ऑफिस में हों तो बोलने से ज्यादा सुनने की कोशिश करें। बहुत से लोग ऐसे हैं जिनकी सुनने वाला कोई नहीं होता। सब अपनी बात कहना चाहते हैं। ऐसे में अगर आप लोगों की बात सुनेंगे तो आपको वो पसंद करेंगे।
अपने वर्क प्रोग्रेस और कम्युनिकेशन का रिकॉर्ड रखें
अपने ईमेल कम्युनिकेशन, मीटिंग के मिनट्स का डॉक्यूमेंट रखें। ताकि आपको पता चले कि आप काम में प्रोग्रेस कर रहे हैं या नहीं। इन सभी डॉक्यूमेंट्स को इजी एक्सेसेबल बनाएं।
उदाहरण के लिए, आप मीटिंग मिनट टाइप कर सकते हैं और इसे अपने सहकर्मियों को भेज सकते हैं ताकि सभी के पास जानकारी पहुंच जाए। इस तरह, अगर बाद में कोई विवाद होता है, तो आप मीटिंग के ठीक बाद सभी के लिए सहमत हुए मिनटों को निकाल सकते हैं।