Money Management: यह सच है कि पैसा जिंदगी में सब कुछ तो नहीं होते हुए भी बहुत कुछ होता है। अगर आप अपनी शादीशुदा जिंदगी में पैसे को सही से मैनेज कर पाए तो आप जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं। यह जरुरी नहीं है कि आपके पास पैसा होगा तभी आप खुश रहेंगे। बस आपको पैसे को सही से मैनेज करना आना चाहिए। इस आर्टीकल में हम आपको बताएंगे कि आपको किस तरह से मनी मैनेजमेंट हैबिट को अपनाना है। आपके और आपके पार्टनर की जरा सी सूझबूझ आपको खुशियों के पते पर पहुंचा देगी। इससे आप दोनों का बॉन्ड भी बहुत स्ट्रॉन्ग होगा।
पैसों में पारदर्शिता

पति-पत्नी होने के नाते आप दोनों एक-दूसरेकी हर बात को जानते हैं लेकिन आपको पैसे के मामले में भी पारदर्शिता को रखना है। यह बात सिर्फ पति पर लागू नहीं होती अगर पत्नी वर्किंग है तो वह भी अपने इंवेस्टमेंट और सेविंग को लेकर ट्रांसपरेंसी बरतें। हो सकता है कि अगर आपकी अरेंज मैरिज हुई है तो शादी के शुरुआती दौर में आप एक दूसरे को यह सब बातें न बताएं। लेकिन कुछ साल बीतने के बाद एक दूसरे के साथ अपने फाइनेंशियल स्टेट्स को शेयर करें। ऐसा बहुत बार देखने में आया है कि जो कि हसबैंड वाइफ एक दूसरे से पैसे को लेकर अपनी चीजें छिपाते हैं वह बाद में अगर खुलती है तो झगड़े की एक वजह बनती है। सामने वाले को लगता है कि जैसे उसके साथ विश्वासघात हुआ है।
बजट बनाएं और कायम रहें
पैसे ज्यादा हो या कम आप लोगों को अपने घर का बजट बनाना है। इसमें आप अपने घर के बेसिक खर्चे पॉकेट मनी सभी चीजों के बारे में लिखेंगे। रात को सोते वक्त अपना हिसाब लिखने की आदत डालें। जब आप एक-दूसरे के साथ हिसाब लिखेंगे और बजट बनाएंगे तो ही आप जान पाएंगे कि आपका पैसा किस चीज में खर्च हो रहा है। आप अपनी आमदनी के हिसाब से बजट बनाएं, लेकिन आप जो भी बजट बनाएं उस पर कायम रहें। वरना आपका बजट असफल साबित होगा।
खर्चों पर करें कंट्रोल
जब आप अपना एक मंथली बजट बनाना शुरु करेंगे तो तीन से चार महीने के अंदर आपको अपने खर्चे का अंदाजा होने लगेगा। आपको पता चलेगा कि किस चीज में आप कटौती कर सकते हैं। गैरजरूरी चीज़ों पर पैसा बर्बाद करने से बचना चाहिए। हो सकता है कि आप लोगों ने नया घर लेने का सपना देखा हो, ऐसे में मनी मैनेजमेंट हैबिट के जरिए आप यह जान पाएंगे कि आप अपने सपने को अपना कैसे बना सकते हैं। आप अपनी सेविंग के बारे में भी सोच सकते हैं। वरना अक्सर लोगों को कहते सुना है कि महंगाई के इस जमाने में बचत का तो सवाल ही नहीं उठता। ऐसा नहीं है कि आपको बहुत सेविंग करनी चाहिए लेकिन अपनी आय का एक निश्चत अमाउंट आपको सेव करना ही चाहिए।
स्पेस का भी रखना होगा ख्याल

अगर आप दोनों ही पैसा कमा रहे हैं तो इस बात पर ध्यान देने की जरुरत है कि फाइनेंशिअल मामले में कुछ हद तक पर्सनल स्पेस की भी जरुरत होती है। जैसे मान लीजिए कि आप शेयर बाजार में इंवेस्ट करना चाहते हैं लेकिन आपकी पत्नी गोल्ड बॉन्ड में ईच्छुक है तो आप उन्हें शेयर बाजार के फायदे के बारे में बता सकते हैं लेकिन उनके ऊपर अपनी राय को थोपे नहीं। इस बात का ध्यान रखें कि हम के बीच में ‘मैं’ को सांस लेने की गुंजाईश बाकी रहे।
लिस्ट बनाकर करें शॉपिंग
ऑनलाइन के इस जमाने में शॉपिंग एक ऐसी चीज हो गई है कि हमें पता ही नहीं चलता कि हमने क्या लिया। क्या हम वो चीज ले रहे हैं जो हमारी जरुरत की है भी या नहीं? आपको अगर शॉपिंग का शौक है तो आप जमकर करें, लेकिन लिस्ट बनाकर करें कि आपको क्या चाहिए और क्या नहीं। अगर आप कहीं बाजार जाकर शॉपिंग कर रहे हैं तो लिस्ट बनाकर लेकर जाएं। अगर पर्सनल शॉपिंग कर रहे हैं तो बात अलग है लेकिन अगर घर की शॉपिंग कर रहे हैं तो लिस्ट साथ मिलकर बनाएं।
जरूरत के अनुसार खर्च
यह एक गोल्डन रुल है आपकी जो भी आमदनी है आप उसमें खुश रहने की कोशिश करें। अपनी जरुरतों और खर्चों को अपनी आमदनी से ज्यादा न बढ़ाएं। अगर आपकी लाइफ मैं पैसे की कमी है तो उसको लेकर सट्रेस न लें। आपस में बैठकर बातचीत करें। कम में खुश रहने की कोशिश करें। हो सकता है कि महंगी चीजें आप फिलहाल नहीं खरीद सकते हों। इस चीज को लेकर तनाव में न आएं। एक अच्छे समय का इंतजार करें। कोशिश करें कि अपने शौक की वजह से आपकी गृहस्थी की गाड़ी उधार में न चलने लगे।