Investment: बच्चों के भविष्य की फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए योजना बनाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हर व्यक्ति अपने बच्चे की हायर एजुकेशन के लिए मजबूत फाइनेंशियल प्लानिंग करता है लेकिन समय आने पर वह पाते हैं कि उनके द्वारा जमा की गई धनराशि पर्याप्त नहीं है। एक बच्चे का फाइनेंशियल बैकअप बनाने के लिए माता-पिता को केवल एक योजना में निवेश करना पर्याप्त नहीं है बल्कि कई योजनाओं में निवेश करने से लाभ मिल सकता है। जब भी बच्चों की शिक्षा और वित्तीय रूप से उनके भविष्य को सुरक्षित करने की बात आती है, तो समय पर निवेश करना पेरेंट्स की प्राथमिकता होनी चाहिए। यदि आप भी बच्चे के भविष्य के लिए सबसे अच्छे निवेश विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, तो हम आपकी मदद कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कुछ ऐसी पॉलिसीज के बारे में जो बच्चे की हायर एजुकेशन में काम आ सकती हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना(पोस्ट ऑफिस)

सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक पहल है जो माता-पिता को अपनी बेटी के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करती है। आपकी बेटी के 10 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक खाता किसी भी डाकघर में खोला जा सकता है। इस योजना में हर साल 1000 और अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। यह राशि तब तक जमा की जाती है जब तक कि बेटी 14 वर्ष की नहीं हो जाती और खाते की परिपत्वता अवधि खाता खोलने के दिन से 21 वर्ष होगी। ब्याज की दर 8.6 प्रतिशत है जो वार्षिक रूप से संयोजित होती है। यह योजना बच्चे के 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद आंशिक निकासी की भी अनुमति देती है। पोस्ट ऑफिस स्कीम लड़के और लड़की के लिए एक अच्छी पूरक योजना हो सकती है, जो आपको कम जोखित के साथ बच्चों के भविष्य की जरूरतों के लिए दीर्घकालिक रिटर्न का आश्वासन देती है।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करें

इक्विटी म्यूचुअल फंड डिपॉजिट चिल्ड्रन इंवेस्टमेंट प्लान में उच्च स्थान पर है। इसके दो मुख्य कारण 10-15 साल की लंबी समय सीमा और उपलब्ध निवेश मोड हैं। इक्विटी फंड्स का वार्षिक रिटर्न लगभग 12 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक होता है।
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रेकरिंग डिपोजिट में निवेश

यदि आप अपने बच्चों के भविष्य के लिए कम जोखिम वाली निवेश योजना की तलाश कर रहे हैं, तो पेरेंट्स रेकरिंग डिपोजिट स्कीम पर विचार कर सकते हैं। रेकरिंग डिपोजिट पर इस समय ब्याज की दर बहुत अच्छी है। आप आरडी को लॉक कर सकते हैं और अपने बच्चे के भविष्य की योजना बना सकते हैं। भारत में बैंकों और पोस्ट ऑफिस द्वारा रेकरिंग डिपॉजिट की पेशकश की जाती है। आरडी में 1000 रुपए प्रति माह का निवेश 10 साल बाद आपको 2 लाख रुपए दिला सकता है। चाइल्ड इंवेस्टमेंट प्लान बिना किसी जोखिम के एक अच्छाखासा कॉर्पस इकट्ठा करने का अच्छा तरीका है।
पीपीएफ में निवेश

यदि आप एक लंबी अवधि की निवेश योजना की तलाश कर रहे हैं,तो पीपीएफ का चुनाव कर सकते हैं। पीपीएम में 15 साल का लॉकइन पीरियड होता है, मतलब 15 साल से पहले इससे राशि नहीं निकाली जा सकती है। पीपीएफ में प्रतिवर्ष अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है। पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर भारत सरकार प्रत्येक तिमाही के लिए तय करती है। फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है। पीपीएफ खाते डाकघरों और बैंकों के माध्यम से खोले जा सकते हैं।
एनएससी में निवेश

एनएससी या राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र आपके बच्चे की शिक्षा के लिए बचत करने का सबसे अच्छा तरीका है। राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र 5 साल की अवधि के लिए खरीदे जा सकते हैं और परिपक्वता पर इसे फिर से निवेश किया जा सकता है। ब्याज की वर्तमान दर 7 प्रतिशत है और कोई भी 100 रुपए से कम के साथ एक प्रमाण पत्र खरीद सकता है। प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपए का निवेश भी आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत आयकर मुक्त होता है।
कैसे करें निवेश करने की तैयारी

– निवेश की शुरुआत कितनी भी राशि के साथ की जा सकती है
– जल्दी निवेश शुरू करने से होता है ज्यादा फायदा
– एक योजना के बजाय अलग-अलग योजनाओं में करें निवेश
– निवेश के लिए लक्ष्य और समय अवधि करें सुनिश्चित
– शुरू किए गए निवेश की निश्चित अंतराल पर करें समीक्षा
– विशेषज्ञ की मदद से निवेश विकल्पों की लें जानकारी