जानिए बजट के हाइलाइट्स
इस बजट सत्र में केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए खर्च और आय का ब्योरा भी दिया है। आइए जानते हैं इस साल के बजट से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें-
Budget 2023 Highlights: भारत की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना पांचवा और साल 2023-24 का बजट पेश किया। उन्होंने अपने बजट में कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने इस साल के बजट में मिडिल क्लास के लिए टैक्स की छूट की। वहीं, कई रेलवे, जीडीपी और एमएसएमई से जुड़े कई बड़े ऐलान किए हैं। इस बजट सत्र में केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए खर्च और आय का ब्योरा भी दिया है। आइए जानते हैं इस साल के बजट से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें-

डायरेक्ट इनकम टैक्स
बजट में वित्त मंत्री ने मिडिल क्लास के लिए डायरेक्ट इनकम में खास छूट दी है। नए टैक्स स्लैब में अब 7 लाख तक की आय में आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। यह कई नौकरीपेशा लोगों के लिए राहत भरी खबर साबित होती है। वहीं, नए टैक्स सिस्टम में स्लैब को 6 से घटाकर 5 कर दिया गया है, जो इस प्रकार हैं।

- 0 से 3 लाख तक कोई टैक्स नहीं
- 3-6 लाख तक 5%
- 6-9 लाख 10%
- 9-12 लाख 15%
- 12-15 लाख 20%
- 15 लाख से ऊपर 30% इनकम टैक्स है।
कैसा है रेलवे का बजट?
इस साल के बजट सत्र में रेलवे से जुड़ी अहम घोषणाएं की गई हैं। केंद्र सरकार ने रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये बजट का प्रावधान किया गया है। यह वित्त वर्ष 2013-14 के रेल बजट से करीब 9 गुना अधिक है। वहीं, रेलवे की नए परियोजनाओं के लिए 75,000 करोड़ का बजट रखा गया है। इसके अलावा अन्य कई खास योजनाओं के लिए बजट पास किया किया गया है।

जीडीपी ग्रोथ
बजट पेश करते समय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि दुनियाभर में मंदी और कोरोना के बावजूद भारत का 2023 में GDP ग्रोथ करीब 7% रहने का अनुमान है। इस ग्रोथ के अनुमान के बाद भारत को पूरी दुनिया एक चमकते हुए सितारे के रूप में देख रही है। कई लोग इस बात का अनुमान लगा रहे हैं कि भारत जल्द ही विकसित देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा।

क्या रहा हेल्थ का बजट?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के लिए 89,155 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया है। इस साल का हेल्थ बजट पिछले साल की तुलना में करीब 0.34 प्रतिशत अधिक बढ़ा है। पिछले साल का हेल्थ बजट 86,200 करोड़ रुपये था। वहीं, आयुष्मान भारत राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के लिए 341.02 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
महिला सेविंग सम्मान पत्र का किया ऐलान
वित्त मंत्री ने अपने बजट में महिला सेविंग का खास ध्यान रखा है। इसके महिलाओं की बचत को बढ़ाने के लिए महिला सेविंग सम्मान पत्र की घोषणा की। यह एक तरह से फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम की तरह है। इसमें दो लाख रुपये तक ही निवेश की सीमा होगी। इसमें महिलाओं 2 सालों तक 7.5 के हिसाब से प्याज मिलेगा।

कौन सी चीजें होंगी सस्ती?
साल 2023 के बजट में बच्चों के खिलौने की सीमा शुल्क घटा दी गई हैं। ऐसे में अगर आप अपने बच्चों के लिए खिलौने खरीदने जा रहे हैं, तो यह आपको मार्केट में सस्ती मिल सकती हैं। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की कस्टम ड्यूटी माफ कर दी गई है, ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक वाहन आपको सस्ते दामों पर मिल जाएंगे। इसके अलावा टेलीविजन, साइकिल, बायोगैस से जुड़ी चीजें आपको सस्ते दामों पर मिलेंगी।

किन चीजों की बढ़ेगी कीमत
बजट सत्र के बाद अगर आप सोना, चांदी या फिर प्लेटिनम खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो आपको ये चीजें महंगी मिल सकती हैं। दरअसल, अब इन इन चीजों से बनी इंपोर्टेड ज्वैलरी महंगी हो गई हैं। वहीं, सिगरेट पीने वालों को भी अप दुकानों पर सिगरेट महंगी मिलेगी।

इसके अलावा पूरी तरह के आयातित इलेक्ट्रिकल वाहर, कैमरों का लेंस, चिमनी, तांबा जैसी चीजों की कीमत भी बढ़ गई है।
एग्रीकल्चर सेक्टर को क्या मिला?
इस साल के बजट में एग्रीकल्चर सेक्टर पर भी ध्यान दिया गया है। एग्रीकल्चरल क्रेडिट टारगेट को बढ़ाया गया है। एग्रीकल्चर टारगेट को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया गया है। वहीं, बजट में डेयरी, मछली पालन, पशुपालन को बढ़ावा देने पर ध्यान देने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा वित्त मंत्री बजट सत्र में कहा कि जल्द ही PM मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालकों के लिए एक सब-स्कीम लॉन्च की जाएगी। इस सब-स्कीम के तहत करीब 6,000 करोड़ निवेश को बढ़ावा मिल सकता है। इसके अलावा आत्मनिर्भर बागवानी के लिए 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान है।

वहीं, कपास की खेती के लिए PPP मॉडल को अपनाने की बात की गई है। साथ ही बजट में मोटे अनाजों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। इसके लिए जल्द ही ‘भारतीय मिलेट्स संस्थान’ का गठन किया जाएगा। वहीं, मुफ्त अनाज के लिए 2 लाख करोड़ का बजट पेश किया गया है।
MSMEs को क्या मिला?
केंद्रीय वित्त मंत्री ने MSMEs के लिए 9000 करोड़ रुपये का निवेश बजट पेश किया है। इससे 2 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त कोलेटेरल फ्री क्रेडिट गारंटी होगी, जो क्रेडिट की लागत को करीब 1 फीसदी तक कम करने में मददगार हो सकता है।

कितना है वित्तीय घाटा का अनुमान
कई तरह की परियोजनाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ बजट सत्र में 2023-24 केवित्तीय घाटे की भी बात की गई है। अनुमान के मुताबिक, साल 2023-24 का वित्तिय घाटा करीब 5.9% है। वहीं, बीते साल के वित्त वर्ष 2022-23 का वित्तीय घाटा 6.4% रहा।

कितना है उधारी का अनुमान?
वित्त वर्ष 2023-24 का ग्रॉस उधारी 15.43 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं, नेट मार्केट उधारी की संभावना लगभग 11.8 लाख करोड़ रुपये है। साथ ही उधारी के अलावा कुल रिसीट 27.2 लाख करोड़ रुपये रही है।

सब्सिडी पर खर्च कितना होगा खर्च?
बजट में फर्टिलाइजर सब्सिडी पर 1.75 लाख करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। फूड सब्सिडी पर खर्च 1.97 लाख करोड़ रुपये का अनुमान है। वहीं, MNREGA स्कीम के लिए 60,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।

वित्तीय वर्ष 2023 में विनिवेश के लक्ष्य को घटाकर 50,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो पहले 65,000 करोड़ रुपये था। वहीं, 2024 में यह लक्ष्य 51,000 करोड़ रुपये का है।
विनिवेश का लक्ष्य घटाया
वित्तीय वर्ष 2023 में विनिवेश के लक्ष्य को घटाकर 50,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो पहले 65,000 करोड़ रुपये था। वहीं, 2024 में यह लक्ष्य 51,000 करोड़ रुपये का है।

वित्त वर्ष 2023 के बजट को लेकर नेताओं में कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। कई विपक्षी नेता इस बजट को खास नहीं बता रहे हैं। वहीं, कई लोग इसे खास बता रहे हैं।